महंगाई के विरोध में 20 फ़रवरी को आधा दिन के लिए विदिशा बंद रहेगा।
हिट एण्ड रन के एक प्रकरण में आर्थिक मदद जारी
कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने सड़क दुर्घटना में मृतक के निकटतम परिजन को पन्द्रह हजार रूपए की आर्थिक मदद जारी कर दी है। जारी आदेश में उल्लेख है कि गुलाबगंज तहसील के ग्राम ठर्र निवासी श्री वकील पुत्र श्री धन्नालाल अहिरवार की मृत्यु सड़क दुर्घटना में हो जाने पर मृतक के निकटतम वारिसान श्री धन्नालाल पुत्र श्री हल्केराम अहिरवार को 15 हजार रूपए की आर्थिक सहायता जारी कर दी गई है।
’राज्य स्तरीय विश्वकर्मा पुरस्कार के लिये कलाकृतियां आमंत्रित’
संत रविदास म.प्र.हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम लिमिटेड द्वारा प्रदेश में निवासरत, निगम में पंजीकृत और भारत सरकार के कपड़ा मंत्रालय के आयुक्त हस्तशिल्प कार्यालय में पंजीकृत शिल्पियों से वर्ष 2021-22 के राज्य स्तरीय विश्वकर्मा पुरस्कार के लिये कलाकृतियां आमंत्रित की गई है। इस योजना में अभिरूचि रखने वाले शिल्पी आगामी 30 अप्रैल तक सादे कागज पर निगम कार्यालय सामान्य सुविधा केंद्र सौंसर में अपने आवेदन जमा कर सकते हैं। संत रविदास म.प्र.हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम लिमिटेड ने बताया कि राज्य स्तरीय विश्वकर्मा पुरस्कार योजना के अंतर्गत प्रथम पुरस्कार एक लाख रूपये, व्दितीय पुरस्कार 50 हजार रूपये, तृतीय पुरस्कार 25 हजार रूपये और 3 शिल्पियों को 15 हजार रूपये प्रोत्साहन पुरस्कार के रूप में दिये जाते हैं। उन्होंने बताया कि पुरस्कार के लिये आवेदन पत्र प्रस्तुत करते समय सहमति पत्र में शिल्प और कलाकृति का नाम उल्लेख करना आवश्यक है। पुरस्कृत शिल्पियों को देशध्विदेश में निगम द्वारा आयोजित प्रदर्शनियों और शिल्पियों के कौशल उन्नयन के लिये विशिष्ट प्रशिक्षण में प्राथमिकता दी जायेगी।
अब किसान खुद फसलों की जानकारी भू-अभिलेख में दर्ज करा सकेंगे
राज्य शासन ने किसान हित में बड़ा फैसला लिया है, इसके तहत अब किसान अपनी भूमि पर उगाई गई फसलों की जानकारी स्वतरू राजस्व विभाग के एमपी किसान एप, लोक सेवा केन्द्र, एमपी ऑनलाईन, नागरिक सुविधा केन्द्र के माध्यम से भू-अभिलेख में दर्ज करा सकेंगे। आयुक्त भू-अभिलेख द्वारा इस संबंध में जारी आदेश के अनुसार स्वघोषणा के माध्यम से किसान द्वारा दर्ज कराई गई जानकारी का सत्यापन राजस्व अमले द्वारा किया जायेगा। दरअसल फसल गिरदावरी किसानों द्वारा उगाई गई फसलों को अभिलेखों में दर्ज करने की प्रक्रिया है। इसकी जानकारी के आधार पर राज्य सरकार और केन्द्र सरकार नीतियां एवं योजनायें तैयार करती हैं। इसके अलावा राजस्व अभिलेख में दर्ज विवरण गिरदावरी किसानों के व्यापक हित में है। किसानों को फसल बीमा, किसान क्रेडिट कार्ड, फसल ऋण व कृषि के लिए अन्य ऋण सरकार के न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना के तहत कृषि उपज की भावान्तर योजना जैसी मूल्य समर्थित सेवाओं व योजनाओं के तहत लाभ प्राप्ति हेतु गिरदावरी जरूरी है। इसके अलावा आरबीसी के प्रावधानों के अंतर्गत फसल हानि की स्थिति में राहत प्राप्त करने के लिए कृषि, बागवानी, रेशम आदि विभागों की योजनाओं के लाभ प्राप्ति के लिए फसल गिरदावरी के आंकड़े अत्यन्त महत्वपूर्ण होते हैं।
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