- नये बिहार का तीन आधार -- शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार।
- 01 मार्च को पटना में आईसा इनौस करेगा "बिधान सभा घेराव"
मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) आईसा,इनौस द्धारा आयोजित"शिक्षा-रोजगार यात्रा" के शुरुआती दिन मालेनगर में आयोजित छात्र युवा कन्वेंशन को संबोधित करते हुए इंक्लावी नौजवान सभा (इनौस) के राष्ट्रीय महासचिव नीरज कुमार ने कहा कि अभी हमारा देश एक जुझारू किसान आंदोलन के दौर से गुजर रहा है। देश के लाखों किसान खेती किसानी बचाने के लिए मोदी सरकार द्वारा जबरन थोपे जा रहे तीन कृषि कानूनों के खिलाफ एकजुट है ।हम किसान आंदोलन और उनकी मांगों समर्थन करते हैं। दूसरी तरफ देश के नौजवान सबसे ज्यादा बेरोजगारी झेल रही है। मोदी सरकार देश की सरकारी कंपनियों और संसाधनों को अंम्बानी-अडानी जैसे पूंजीपतियों के हाथों बेच रही है। भारतीय जनता की लाईफ लाईन और प्रति बर्ष हजारों युवाओं को रोजगार मुहैया कराने बाली रेलवे को भी सरकार तेजी से निजी हाथों में बेच रही है।कोरोना महामारी के बाद बेरोजगारी के बढ़ते संकट को मोदी-नीतिश सरकार की नीतियों ने और भी गहरा बना दिया है। लाखों की संख्या में पद खाली है, लेकिन बहाली या तो बंद है या भ्रष्टाचार, पेपर लीक, अनियमितता और घोटालों से ग्रस्त है। पिछले विधानसभा चुनाव के में भाजपा एनडीए ने 19 लाख रोजगार देने का वायदा किया था।अब बिहार के युवा को 19 लाख रोजगार देने की गारंटी करे। इस सबाल को केंद्र कर पटना में 01 मार्च को बिधान सभा का घेराव हजारों छात्र युवा भाग लेंगे। इस बिधान सभा घेराव में मधुबनी जिला के सैकड़ो छात्र युवा भाग लेने के लिए आइये। कंवेंशन को संबोधित करते हुए इनौस के राष्ट्रीय परिषद सदस्य व दरभंगा जिला अध्यक्ष केसरी कुमार यादव ने कहा कि मोदी सरकार शिक्षा को गरीबों-आमजनो की पहूंच से दूर करने की नीति अपना रही है। इसके खिलाफ छात्रों युवाओं और आमजनों को तैयार होना होगा। आईसा के जिला अध्यक्ष प्रमोद कामत की अध्यक्षता में एवं इनौस के जिला संयोजक मनीष मिश्रा द्वारा संचालित कंवेंशन को इनौस के राष्ट्रीय परिषद सदस्य रणजीत राम छात्र युवा प्रभारी अनिल कुमार सिंह, संतोष साह वगैरह ने संबोधित किया। कंवेंशन में सैकड़ों छात्र युवा ने भाग लिया।
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