मुजफ्फरपुर : भारत पुनर्निर्माण अभियान के तहत बिहार संवाद यात्रा एवं लोक कल्याण संस्थान के प्रयोजन में समाहरणालय सभा कक्ष में एक संवाद-सह-कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में स्मृति राज ने यात्री दल के साथी का परिचय कराया। बिहार संवाद यात्रा के संयोजक मनोहर मानव ने पर्यावरण संरक्षण, लोक शासन की संकल्पना आदि यात्रा के मुद्दे पर अपनी बातों को रखा। उन्होंने यात्रा के लक्ष्यों को बताते हुए कहा कि बिहार के हर जिले में अलग-अलग चुनौतियां है, अलग-अलग भौगोलिक स्थिति है, इसीलिए संपूर्ण मानव समाज को जल संवर्धन हेतु आगे आना चाहिए । कार्यक्रम में अपर समाहर्ता राजेश कुमार ने आगत अतिथियों का स्वागत किया। विदित हो कि बिहार संवाद यात्रा जलवायु परिवर्तन, नफरत के बदले अहिंसा की ताकत, गैर बराबरी उन्मूलन, श्रम केंद्रित समाज निर्माण आदि मुद्दों को लेकर बिहार के कई जिलों में संवाद किया जा रहा है। यात्रा का शुभारंभ लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी के जन्मभूमि सिताब दियारा से जाने माने पर्यावरणविद् राजेन्द्र सिंह द्वारा किया गया और समापन नालंदा में 12 फरवरी को होगा। मौके पर जिले के अधिकारियों ने अपने जिले में जल-जीवन-हरियाली संबंधित अन्य कार्य की जानकारी दी और अपने अनुभव साझा किए। दल के साथी मौलाना शाहीन चतुर्वेदी, समाजसेवी दीपक कुमार आदि ने कहा कि पर्यावरण के लिए हम सभी को सतर्क और जागरूक रहना चाहिए तथा समाज में शांति और भाईचारा के साथ कार्य करने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम में सिद्धार्थ मास्केरी एवं स्मृति राज ने जलपुरुष राजेन्द्र सिंह जी के द्वारा किए गए कार्यों को रखा और समझाने का प्रयास किया कि जल, जीवन और हरियाली सभी एक-दूसरे से घनिष्ठ रूप से जुड़े है। मौलाना शाहीन चतुर्वेदी ने पारंपरिक जल स्रोतों जैसे तालाब, नदी आदि को पुनर्जीवित करने का आवाह्न किया। कार्यक्रम में जिले के पदाधिकारी, कर्मी एवं समाजसेवी रवि कुमार मौजूद रहे। यात्री दल में समाजसेवी दीपक कुमार, मौलाना ए.आर. शाहीन चतुर्वेदी, स्मृति राज, सिद्धार्थ मास्केरी आदि शामिल रहे। यह यात्रा पर्यावरण संरक्षण, प्रेम, सदभावना आदि को समर्पित है।
इससे पहले सीतामढ़ी में
सीतामढ़ी। जिला प्रशासन एवं भारत पुनर्निर्माण अभियान के तहत बिहार संवाद यात्रा एवं लोक कल्याण संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में समाहरणालय सीतामढ़ी के विमर्श कक्ष में एक संवाद गोष्ठी सह कार्यशाला का आयोजन हुआ। सर्व प्रथम अपर समाहर्ता मुकेश कुमार ने आगत अतिथियों का स्वागत किया एवं सरकार की जल -जीवन- हरियाली अभियान अंतर्गत जिले में चलाई जा रही योजनाओ एवं उसके प्रभाव के सबंध में विस्तृत जानकारी भी दी। संवाद यात्रा की सदस्या स्मृति राज ने यात्री दल के उद्देश्यों से अवगत करवाया। बिहार संवाद यात्रा के संयोजक मनोहर मानव ने पर्यावरण संरक्षण, लोक शासन की संकल्पना आदि यात्रा के मुद्दे पर अपनी बातो को विस्तार से रखा। उन्होंने यात्रा के लक्ष्यों को बताते हुये कहा कि बिहार के हर जिले में अलग-अलग चुनौतियां है, अलग-अलग भौगोलिक स्थिति है। इसीलिए संपूर्ण मानव समाज को जल संवर्धन के लिए आगे आना चाहिये ।उन्होंने कहा कि सरकार की जल-जीवन-हरियाली अभियान का काफी सकरात्मक परिणाम दिखाई पड़ने लगे हैं। यह जन आंदोलन का रूप ले रहा है। सरकार एवं जनता के साझा प्रयास से यह अभियान निश्चित रूप से सफल होगा। उन्होंने जल साक्षरता पर भी बल दिया। बताते चलें कि बिहार संवाद यात्रा के माध्यम से जलवायु परिवर्तन, नफरत के बदले अहिंसा की ताकत, गैर बराबरी उन्मूलन, श्रम केंद्रित समाज निर्माण आदि मुद्दों को लेकर बिहार के कई जिलों में संवाद किया जा रहा है। यात्रा का शुभारंभ लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी के जन्मभूमि सिताब दियारा से जाने माने पर्यावरणविद् राजेन्द्र सिंह द्वारा किया गया है, समापन नालंदा में 12 फरवरी को होगा।
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