चेन्नई, सात फरवरी, शीर्ष क्रम के अधिकतर बल्लेबाजों की नाकामी, चेतेश्वर पुजारा का शतक का बढ़ता इंतजार और ऋषभ पंत का ‘नर्वस नाइंटीज’ से जुड़ता नाता जैसे कारणों से भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन भी रविवार को यहां बैकफुट पर खड़ी रही। भारत ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक छह विकेट पर 257 रन बनाये और वह अभी इंग्लैंड से 321 रन पीछे है जिसने अपना 100वां टेस्ट मैच खेल रहे कप्तान जो रूट (218) के दोहरे शतक तथा डोमिनिक सिब्ली (87) और बेन स्टोक्स (82) के बड़े अर्धशतकों की मदद से अपनी पहली पारी में 578 रन बनाये। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के लिहाज से महत्वपूर्ण इस श्रृंखला के पहले टेस्ट मैच के शुरुआती दो दिन भारतीय गेंदबाजों के संघर्ष करने के बाद दारोमदार बल्लेबाजों पर था लेकिन केवल पुजारा (73) और पंत (91) ही कुछ स्कोर बना पाये लेकिन ये दोनों भी तिहरे अंक तक नहीं पहुंच सके।
पिच अब भी बल्लेबाजी के लिये बुरी नहीं है लेकिन भारत ने अपने दोनों सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा (छह) और शुभमन गिल (29) को सुबह के सत्र में गंवा दिया था। इन दोनों को तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर (52 रन देकर दो) ने आउट किया। कप्तान विराट कोहली (11) और उप कप्तान अजिंक्य रहाणे (एक) दूसरे सत्र में ऑफ स्पिनर डोमनिक बेस (55 रन देकर चार) के शिकार बने। वाशिंगटन सुंदर (68 गेंदों पर नाबाद 33) और रविचंद्रन अश्विन (54 गेंदों पर नाबाद आठ) ने हालांकि दिन के अंतिम 17 ओवरों में भारत को कोई झटका नहीं लगने दिया और इस बीच 32 रन जोड़े। इससे लगा कि इंग्लैंड के मजबूत स्थिति में पहुंचने से भारत अब इस मैच में ड्रा के लिये खेलने की कोशिश करेगा। भारत का स्कोर चार विकेट पर 73 रन था जिसके बाद पुजारा और पंत ने पांचवें विकेट के लिये 119 रन की साझेदारी की। इन दोनों से लंबी पारियों की उम्मीद थी लेकिन पुजारा का पिछले दो साल से चला आ रहा शतक का इंतजार पूरा नहीं हुआ जबकि पंत फिर से नर्वस नाइंटीज के शिकार बने। पुजारा दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से आउट हुए। डॉम बेस की शार्ट पिच गेंद पर उनका पुल शॉट शार्ट लेग पर खड़े क्षेत्ररक्षक के कंधे से टकराकर हवा में लहराकर आसान कैच में बदल गया। इस तरह से आउट होने पर पुजारा की खीझ साफ दिख रही थी। पंत ने फिर से बड़ा शॉट खेलना चाहा लेकिन बेस की गेंद ने उनके अनुमान से अधिक टर्न लिया और डीप कवर पर कैच लेने में गलती नहीं की। वह अपने 17 टेस्ट मैच के करियर में चौथी बार 90 रन के पार पहुंचने के बावजूद शतक पूरा नहीं कर पाये।
पुजारा ने चौथे ओवर में क्रीज पर कदम रखकर जिम्मेदारी संभाली जबकि पंत शुरू से स्पिनरों पर हावी होने की रणनीति के साथ मैदान पर उतरे थे। पुजारा ने अपनी पारी में 143 गेंदें खेली और 11 चौके लगाये जबकि पंत की 88 गेंद की पारी में नौ चौके और बायें हाथ के स्पिनर जैक लीच पर लगाये गये पांच छक्के शामिल हैं। सुबह के सत्र में आर्चर ने भारतीय सलामी जोड़ी को नहीं टिकने दिया। रोहित ने उनकी अतिरिक्त उछाल लेकर मूव करती गेंद पर विकेटकीपर जोस बटलर को कैच दिया। युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल (29) ने पांच चौके लगाये लेकिन जेम्स एंडरसन ने मिड ऑन पर उनका बेहतरीन कैच लेकर आर्चर और इंग्लैंड को दूसरी सफलता दिलायी। भारत को दूसरे सत्र में कोहली और रहाणे के विकेट गंवाने से करारा झटका लगा। पितृत्व अवकाश के बाद वापसी करने वाले कोहली ने पर्याप्त समय पर क्रीज पर बिताया लेकिन बेस की आफ स्टंप से बाहर पिच करायी गयी गेंद ने तेजी से स्पिन लिया और भारतीय कप्तान के बल्ले का किनारा लेकर शार्ट लेग पर खड़े ओली पोप के पास चली गयी। बेस के अगले ओवर में जो रूट ने डाइव लगाकर रहाणे का शानदार कैच लिया। इससे पहले इंग्लैंड ने सुबह अपनी पहली पारी में आठ विकेट पर 555 रन से आगे खेलना शुरू किया तथा 23 रन जोड़कर बाकी बचे दोनों विकेट गंवाये। डॉम बेस (34) आउट होने वाले पहले बल्लेबाज थे। उन्हें जसप्रीत बुमराह ने पगबाधा आउट किया। अश्विन ने एंडरसन को बोल्ड करके इंग्लैंड की पारी का अंत किया। जैक लीच 14 रन बनाकर नाबाद रहे। अश्विन ने 55.1 ओवर किये। उन्होंने किसी एक पारी में पहली बार इतने ओवर किये तथा 146 रन देकर तीन विकेट लिये। बुमराह ने 36 ओवर में 84 रन देकर तीन विकेट हासिल किये। इशांत शर्मा और शाहबाज नदीम ने दो – दो विकेट लिये।
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