दिवान जी की आत्महत्या सीसी टीवी कैमरे में कैद, परिजनों ने कहा 15दिन पहले बिमारी का पता चला था
परिजनों ने कहा 15 पहले ही पता चली बीमारी।
घटना की जानकारी प्रधान आरक्षक के परिजनों को लगी तो उनके ग्रह नगर बड़नगर से मृतक दीवान जी के भाई आशिफ,पुत्र मिनाजुद्दीन सहित अन्य लोग पहुचे। परिजनों की मौजूदगी में पुलिस ने पंचनामा बना कर शव पीएम हेतु थांदला भिजवाया। भाई आशिफ ने बताया कि शफीउद्दीन की बीमारी के बारे में 15 दिन पूर्व ही पता चला कि उनको शुगर ओर ब्लडप्रेशर की शिकायत है। परिजनों की माने तो शफीउद्दीन एक दिन पूर्व ही बड़नगर से कर्तव्य स्थल काकनवानी आए थे। वही काकनवानी के उनके सहकर्मियों के अनुसार गुरुवार रात में लगभग साढ़े 9 बजे साथ मे खाना खाया था।
थाने से कर्मचारी को किया रिलीव।
पुलिस की माने तो शफीउद्दीन सुबह 7 बजे थाने आए और वहां कार्य कर रहे सफाईकर्मी ओर एक अन्य पुलिस कर्मचारी को यह कह कर रिलीव कर दिया कि अब में बनादूँगा जानकारी। पुलिसकर्मी जैसे ही थाने से गया दीवान जी ने सबस पहले चेनल गेट बंद किया और माल गोदाम खोल उसमे से रायफल ले कर थाना प्रभारी के कक्ष में गए। पुनः बाहर आए और बाहर की चेनल गेट से बाहर की ओर देखा और पुनः माल गोदाम से अन्य रायफल ले कर थानाप्रभारी के कक्ष में गए और एक बार पुनः बाहर निकल बाहर चेनल गेट से हो कर माल गोदाम से एक अन्य रायफल ले कर थाना प्रभारी के कक्ष में गए उसके बाद वे बाहर नही आए। यह सब मामला थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे कैद हो गया। उधर थाने के बाहर होटल लगाने वाले ने बताया कि घटना के समय वह चाय पी रहा था गोली चलने की आवाज जरूर सुनी किन्तु वह समझा टायर फटा होगा।
गोली सीर से निकल छत से टकरायी।
घटना स्थल पर मृतक दीवानजी का शव घुटने के बल औंधा पड़ा था जहां चारो ओर खून पसरा होकर सर्विस रायफल का अगला हिस्सा उनके घुटने से बाहर दिखाई दे रहा था। गोली ठोडी के नीचे गर्दन से चलाई होगी जिसके चलते रायफल की गोलियां उनके सिर से होते हुए कक्ष के छत से टकराई। कक्ष में छत पर जहां गोलियां लगी वहां का प्लास्टर भी उखाड़ा दिखाई दे रहा था।
पुलिस-परिजन ने खंगाला घर।
घटना के बाद पुलिस परिजनों को ले कर दीवानजी शफीउद्दीन का आवास जहां वह किराए से रहते थे भी पहुचे हालांकि वहां भी घटना से सबधित कोइ साक्ष्य सुसाइड नोट वगेरह नही मिले। आवास के कक्षो में आगे दो पलँगो पर कुछ कपड़े बिखरे पड़े थे तो फुले हुए बलून थे। अंदर के कक्ष में एक मोबाइल, ओर दो तस्वीरे थी जिसमे एक में किसी बालिका की तस्वीर थी तो दूसरी में महिला और बालिकाओं के चित्र नजर आ रहे थे। परिजनों ने तस्वीरे पहचानने से इनकार किया है। अब पुलिस के लिए यह भी जांच का विषय बन गया कि आखिर ये तस्वीरें किसकी है। परिजनों के अनुसार मृतक के दो बेटे ही है।
लगातर बढ़ रहे मामले
जिले में पुलिस द्वारा आत्महत्या करने के मामले लगातार बढ़ने लगे है। पुलिस आखिर किस मानसिक तनाव में रहती यह उच्चाधिकारी अभी भी पता लगाने में नाकामयाब है।झाबुआ डीआरपी लाइन में दो मामले हो चुके तो एक जिले की झकनावदा चैकी में हो चुका है। पुलिस मुख्यालय से लगातर पुलिसकर्मियों की शारीरिक, मानसिक जांच के दावे किए जा रहे बाद उसके इस तरह की घटनाएं होना पुलिस विभाग के लिए चिंता का विषय है। मानसिक तनाव दूर करने विभाग ने योगा, प्राणायाम सहित खेल स्पर्धाएं भी कर रही है फिर पुलिस कर्मियों के आत्महत्या के मामले बढ़ते ही जा रहे हैै।
राम जन्म भूमि तीर्थ के लिए सभी कार्यकर्ता अधिक से अधिक समर्पण निधि भेंट करने के साथ संग्रहण का भी कार्य प्राथमिकता से करे -ः भाजपा जिलाध्यक्ष श्री नायक
श्री राम जन्म भूमि तीर्थ निधि समर्पण को लेकर भाजपा की आवष्यक बैठक हुई संपन्न
झाबुआ। भारत के उत्तरप्रदेष में स्थित अयोध्या नगरी मंे मर्यादा पुरूषोत्म भगवान श्री राम का विषाल मंदिर निर्माण होना है, इसके लिए संपूर्ण देष मंे राम भक्तों से समर्पण निधि एकत्रितकरण का कार्य चल रहा हे। इस कार्य में भाजपा के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता तथा विषेषकर मंडल पदाधिकारी भी पीछे नहीं रहे। राम काज के इस महत्वपूर्ण कार्य मंे स्वयं समर्पण निधि भंेट करने के साथ अपने-अपने क्षेत्रो मंे संग्रहण का कार्य भी प्राथमिकता से करे। उक्त बात स्थानीय लक्ष्मीनगर स्थित अंबा पैलेस के सभा कक्ष में 5 फरवरी, शुक्रवार को दोपहर आयोजित भाजपा की जिला स्तरीय बैठक में भाजपा जिलाध्यक्ष लक्ष्मणसिंह नायक ने कहीं। भाजपा जिलाध्यक्ष श्री नायक ने आगे कहा कि भगवान श्री राम करोड़ो भक्तों की आस्था और श्रद्धा के केंद्र है। उनका अयोध्या में विषाल तीर्थ बनेगा, तो देष हीं नहीं पूरे विष्व से बड़ी तादाद में भक्तजन यहां समय-समय पर दर्षन-पूजन के लिए आने के साथ संपूर्ण राष्ट्र के लिए यह बड़ी सौगात होगी। अतः राष्ट्र निर्माण के इस कार्य में हम सभी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं को जी-जान से जुटना है। अधिक से अधिक समर्पण निधि एकत्रित कर हमे समिति को प्रदान करने के साथ इस कार्य में तन-मन से लगे सभीजनों का भरपूर उत्साहवर्धन भी करना है।
कार्यकर्ताओं को दिया मार्गदर्षन
आयोजित बैठक मंे अन्य अतिथियों के रूप में भाजपा के अजजा मोर्चा के प्रदेष अध्यक्ष कलसिंह भाबर, पूर्व विधायक झाबुआ शांतिलाल बिलवाल, भाजपा के प्रदेष कार्यकारिणी सदस्य दौलत भावसार एवं शैलेष दुबे, भाजयुमो जिलाध्यक्ष भानू भूरिया उपस्थित थे। जिनके द्वारा भी अपने उद्बोधन में समर्पण निधि के बारे में विस्तार से कार्यकर्ताओं को मार्गदर्षन दिया गया। प्रारंभ मंे अतिथियों ने श्यामाप्रसाद मुखर्जी, पं. दीनदयाल उपाध्याय एवं भारत माता की तस्वीर पर माल्यार्पण किया।
यह रहे उपस्थित
यह बैठक करीब डेढ़ धंटे तक चली। इस अवसर पर मुख्य रूप से भाजपा जिला महामंत्री प्रवीण सुराना, राजमल पडियार, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष धनसिंह बारिया, ललित बंधवार, सोमसिंह सोलंकी, भाजपा जिला मीडिया प्रभारी योगेन्द्र नाहर, जिला कार्यालय मंत्री पं. महेन्द्रकुमार तिवारी, भाजपा मंडल झाबुआ के अध्यक्ष अंकुर पाठक, महामंत्री एवं युवा पार्षद पपीश पानेरी तथा जुवानसिंह गुंडिया, भूपेश सिंगोड, जिपं सदस्य मेगजी अमलियार, सत्येन्द्र यादव, आईटी सेल संयोजक अर्पित कटकानी, पूर्व मंडल अध्यक्ष दीपेष बबलू सकलेचा, बंटी डामोर, कांतिलाल प्रजापत, राजेन्द्र उपाध्याय आदि सहित सभी मंडलों के मंडल अध्यक्ष एवं सभी क्षेत्रांे से आए कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद थे।
9 फरवरी को कृषि कानून के विरोध में दिल्ली में किया जाएगा संसद भवन का घेराव -ः युथ कांग्रेस प्रदेष सचिव हरिओम यादव, युथ कांग्रेस की जिला बैठक संपन्न
यह रहे उपस्थित
बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मानसिंह मेड़ा, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष विनय भाबोर, झाबुआ विधानसभा अध्यक्ष यूथ कांग्रेस हेमेंद्र बबलू कटारा, युथ कांग्रेस जिला महासचिव नटवर डोडियार, थांदला विधान सभा उपाध्यक्ष अरुण ओहरी, पेटलावाद विधानसभा अध्यक्ष राकेश डामोर, प्रशांत बामनिया, अब्दुल शेख, दरियाव सिंगाड, धर्मेन्द्र सोलिया, प्रकाश बामनिया, थावरिया डामोर, विक्रम मेड़ा, राजा कुरैशी, रमेश मेड़ा, भूरा डामोर, मेहताब डामोर जगदीश डामोर आदि उपस्थित थे।
दिव्यांगजनों को मोबाईलाजर में 10 प्रतिषत अंक देने की मांग, दिव्यांगजनों ने मप्र के मुख्यमंत्री एवं जिला कलेक्टर के नाम एसडीएम झाबुआ को सौंपा ज्ञापन
राम मन्दिर मे मनाई स्वामी रामानंदाचार्य जयंती
वरिष्ठ नागरिक परिसंघ की तहसील इकाई के पदाधिकारियों का किया गया मनोनयन, दी गई शुभकामनाएं
झाबुआ। वरिष्ठ नागरिक परिसंघ के जिलाध्यक्ष पं. गणेषप्रसाद उपाध्याय एवं संरक्षक डाॅ. केके त्रिवेदी की अनसुंषा तथा सहमति से जिला सचिव जयेन्द्र बैरागी ने रानापुर, मेघनगर, थांदला एवं पेटलावद इकाई के पदाधिकारियों का मनोनयन किया है। जानकारी देते हुए जिला सचिव जयेन्द्र बैरागी ने बताया कि संगठन द्वारा जिले मंे निरंतर अपनी शाखाओं का विस्तार तहसील स्तर पर किया जा रहा है। इसी क्रम में रानापुर, मेघनगर, थांदला एवं पेटलावद में तहसील अध्यक्ष, सचिव एवं कोषाध्यक्ष मनोनित कर उन्हें शेष कार्यकारिणी का गठन करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। रानापुर तहसील अध्यक्ष डाॅ. भगवानदास काबरा, सचिव बनवारीलाल रांठी एवं कोषाध्यक्ष जानकीलाल सकलेचा, मेघनगर अध्यक्ष एमएस पालिवाल, सचिव मूलचंद बैरागी एवं कोषाध्यक्ष भावसिंह सोलंकी, थांदला अध्यक्ष अषोक अरोड़ा, सचिव जनमोहनसिंह राठौर एवं कोषाध्यक्ष भगवानलाल शर्मा तथा पेटलावद तहसील अध्यक्ष भारतसिंह चैहान, सचिव हरिष जानी एवं कोषाध्यक्ष रमणलाल चैहान को मनोनीत किया गया है।
झाबुआ में महिलाओं एवं पुरूषों को माहवारी व यौन रोग संबंधित रोगो के परामर्श के लिए अभिनव पहल
झाबुआ,। हैलो सहेली का नाम बदलकर “आरोग्य साथी” किया गया है इसके लिए निःशुल्क नम्बर 0804-710-4234 जारी किया गया है। इसे मुख्य रूप से सुखीभवा संस्था ट्रांसफार्म रूरल इंडिया फाउण्डेशन एवं म.प्र. अजीविका मिशन व महिला बाल विकास विभाग झाबुआ जिले के द्वारा संयुक्त रूप से संकुल स्तरीय संगठनों के साथ झाबुआ में महिला व पुरूषों को माहवारी व यौन रोग संबंधित रोगो के लिये एक नई पहल प्रारंभ की गई है, जो आरोग्य साथी नामक इस निशुल्क नम्बर पर जारी किया गया है। इस हेल्पलाईन से ग्रामीण क्षैत्रों में बढने वाले ग्रामीणों की माहवारी, स्वच्छता, यौन रोग और प्रजनन स्वास्थ्य के लिये विभिन्न समस्याओं का निराकरण किया जायेगा। इस हेल्पलाईन से ग्रामीण फोन/व्हाटसप वीडियों काॅल के माध्यम से डाॅक्टरों से निशुल्क परामर्श प्राप्त कर सकते है। यह प्रोग्राम पेटलावद, सुखीभवा संस्था ट्रांसफार्म रूरल इंडिया फाउण्डेशन मैनेजर संजना कौशिक द्वारा पेटलावद में कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। जिसको विभागीय समन्वय द्वारा संपूर्ण जिले मे किया जा रहा है। इस संबंध में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री सिद्धार्थ जैन द्वारा इस प्रयास की अधिक से अधिक व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये है। इस संबंध मे जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्री अजय सिंह चैहान, एवं जिला प्रबंधक ग्रामीण आजीविका परियोजना श्री विशाल राय, द्वारा जिले में चल रहे स्वयं सहायता समूहों को भी इस योजना से लाभ प्राप्त करने का आव्हान किया गया है।
एक जिला एक उत्पाद के तहत टमाटर व कड़कनाथ मुर्गे का चयन, कड़कनाथ मुर्गे का प्रोजेक्टर तैयार कर स्वीकृति के लिए शासन को भेजने के निर्देश
झाबुआ। राज्य शासन की एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत जिले में टमाटर फसल का चयन किया गया है। इसी तरह से जिले में कड़कनाथ मुर्गे का भी चयन किया गया है। कड़कनाथ मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में पाया जाने वाला विशेष प्रजाति का मुर्गा है। जिसका मांस अधिक पोष्टिक एवं औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इसकी कलंगी, चोंच, नाखून, मंास एवं हड्डियों का रग काला होता है। साथ ही इसका रंग भी काला होता है। इसी कारण से इसे काला मांसी कहा जाता है। झाबुआ के कड़कनाथ मुर्गे के मांस को भौगोलिक संकेत रजिस्ट्री कार्यालय चैन्नई ने वित्तीय वर्ष 2018 में जीआई टेग क्रमांक 318/प्रमाण पत्र क्रमांक 321 जारी किया है। कड़कनाथ एक दुर्लभ प्रजाति का पक्षी है। जिसका औसतन वजन 1.2 किलो ग्राम से 1.5 किलो ग्राम होता है। कड़कनाथ की विकास दर अन्य मुर्गे की तुलना में अधिक होती है। मुख्य रूप से इसकी विशेषताओं जैसे रंग, रोग प्रतिरोधक क्षमता, मांस की गुणवत्ता, अधिक पोषक तत्व की वजह से स्थानीय स्तर पर एवं देश के अन्य भागों मंे भी काफी लोकप्रिय है। कड़कनाथ का मांस बहुत स्वादिष्ट होता है, जिसमे ब्राॅयलर की तुलना में 18 प्रतिशत के मुकाबले 25 प्रतिशत प्रोटीन होता है। साथ ही आयरन की मात्रा अधिक होती है और कोलेस्ट्रल एवं वसा की मात्रा कम होती है। कलेक्टर श्री रोहित सिंह ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे इन उत्पादों के तहत महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं को प्रेरित किया जाए। कड़कनाथ के अण्डे़ देश के अन्य हिस्सों में विक्रय करने पर अच्छी किमत मिलेगी। इन महिलाओं को कड़कनाथ मुर्गे व अण्डे़ के लिए अच्छा मार्केटिंग उपलब्ध कराए जाने का प्रयास किया जाए। श्री सिंह ने कड़कनाथ मुर्गे की सबसे पहले 400 चूजे तैयार किए जाए। श्री सिंह ने उप संचालक पशुचिकित्सा सेवाए को निर्देश दिए हैं कि वे कड़कनाथ मुर्गे का प्रोजेक्ट तैयार कर स्वीकृति के लिए शासन को भेजे। इसी तरह से एक जिला एक उत्पाद के तहत जिले में टमाटर फसल का चयन किया गया है। टमाटर फसल उत्पाद में किसान के साथ-साथ महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं को भी जोड़ा जाए। श्री सिंह ने कहा कि टमाटर उत्पाद के लिए एक प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित की जाएगी। झाबुआ ग्रामीण विकास के लिए हर संभव कोशिश की जावेगी और इन उत्पादों को सफल बनाने के लिए पूरा प्रयास किया जाए। कलेक्टर श्री सिंह ने नाबार्ड के अधिकारी श्री गोलाने को निर्देश दिए हैं कि जिले में रूरल मार्ट तथा रूरल हाट स्थापित करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए। साथ ही यह भी निर्देश दिए हैं कि झाबुआ जिले में अधिक से अधिक रूरल मार्ट तथा रूरल हाट बनाए जाए।
खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा गेहूँ के ई-उपार्जन पोर्टल पर चना फसल का पंजीयन 1 फरवरी से 25 फरवरी तक किया जायेगा
झाबुआ,। उप संचालक कृषि श्री एन.एस.रावत ने जिले के किसान से अपील है कि वे अपने नजदीकी पंजीयन केन्द्र पर ई-उपार्जन पोर्टल पर रबी 2021 में चना फसल का 1 फरवरी से 25 फरवरी 2021 तक पंजीयन करवाकर सरकार की महत्वाकांक्षी योजना का लाभ लेवें। किसान चना फसल का पंजीयन जिले के निर्धारित 21 पंजीयन केन्द्रों पर कार्यालयीन समय में ई-उपार्जन पोर्टल पर निःषुल्क पंजीयन केन्द्रों,गिरदवारी किसान एप, कियोस्क काॅमन सर्विस सेन्टर, लोकसेवा केन्द्र पर किसान गिरदावरी एप से पंजीयन करवा सकते है। किसान के विगत वर्ष के पंजीयन में उल्लेखित आधार नंबर, बैंक खाता, मोबाइल नंबर में किसी प्रकार के परिवर्तन,संशोधन की आवश्यकता होने पर संबंधित दस्तावेज प्रमाण स्वरूप (जिनको देखकर पंजीयन किया जा सके) पंजीयन केन्द्र पर लाना होगे।जिन किसानों द्वारा विगत रबी एवं खरीफ में पंजीयन नहीं कराया गया था एवं ई-उपार्जन पोर्टल पर उनका डाटाबेस उपलब्ध नहीं है, ऐसे किसानों को समिति स्तर पर पंजीयन हेतु आधार नंबर, बैंक खाता नंबर, मोबाइल नंवर एवं निर्धारित प्रारूप में आवेदन पंजीयन केन्द्र पर उपलब्ध कराना होगा। किसानों को भुगतान श्रप्ज् के माध्यम से सीधे बैंक खाते में किया जाना है। इस कारण किसान पंजीयन में केवल राष्ट्रीयकृत एवं जिला केन्द्रीय बैंक की शाखाओं के एकल खाते ही मान्य होंगे। जन-धन, ऋण, नाबालिग, बन्द एवं अस्थायी रूप से रोके गए खाते (विगत 6 माह से क्रियाशील नहीं हों) आदि पंजीयन में मान्य नहीं होगे। किसान द्वारा बोई गई फसल की किस्म, रकबा तथा विक्रय योग्य मात्रा की जानकारी भी प्राप्त कर आवेदन में दर्ज की जाए। किसान पंजीयन में बैंक खाता में संशोधन एवं नवीन खाते की प्रविष्टि की कार्यवाही व्ज्च् आधारित म.ंनजीमदजपबंजपवद प्रक्रिया के माध्यम से किया जा सकेगा। किसान का नाम, बैंक खाता, मोबाईल नंबर की जानकारी विगत वर्ष के ई-उपार्जन पर किए गए किसान पंजीयन डाटाबेस से तथा भूमि का रकबा एवं बोई गई फसल,फसल की किस्म विवरण गिरदावरी से लिया जाएगा। गिरदावारी किसान एप को एन्ड्रायड बेस्ड मोबाइल पर गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकेगा। एप डाउनलोड होने के उपरांत किसान पंजीयन के लिए सर्वप्रथम ग्राम एवं खसरा का चयन करना होगा, जिसमें आधार से लिंक खसरे को ही पंजीयन में जोड़ा जा सकेगा। खसरे में उल्लेखित रकबा, फसल एवं फसल की किस्म से सहमत होने पर किसान के आधार नंबर से व्ज्च् आधारित सत्यापन किया जाएगा तथा किसान का मोबाईल नंबर, आधार नंबर एवं बैंक खाता नंबर की प्रविष्टि की जाएगी। गिरदावरी किसान एप से पंजीयन के समय किसान की बैंक की पास बुक (प्रथम पृष्ट जिसमें बैंक खाते का विवरण हो) को स्केन कर अपलोड करना होगा। पंजीयन के लिए कृषकों को खसरा अथवा वन अधिकार पट्टे इत्यादि में से कोई एक दस्तावेज साक्ष्य की स्वप्रमाणित छायाप्रति,फोटोकाॅपी की आवष्यकता है। पृथक से राजस्व विभाग के प्रमाणीकरण की आवष्यकता नहीं है। सिकमीधारी कृषक एवं वन पट्टाधारी किसान के पंजीयन की सुविधा केवल समिति स्तर पर होगी उपलब्ध होगी। वनाधिकारी पट्टाधारी, सिकमीदार किसानों को वन पट्टा एवं सिकमी अनुबंध की प्रति उपलब्ध कराना होगी। पंजीयन के लिए कृषक का एक ही बैंक खाता पर्याप्त है, दूसरे बैंक खाते की आवष्यकता नहीं है। उप संचालक श्री रावत ने बताया कि यदि कोई कृषक निर्धारित अन्तिम 25 फरवरी 2021 तक पंजीयन नहीं करवाऐंगें तो शासन की उपार्जन व अन्य योजनाओं के लाभ से वंचित रह जायेंगे। कृषकों से अपील की है कि पंजीयन के लिए वंाछित समस्त दस्तावेजों तथा अपने मोबाईल के साथ पंजीयन केन्द्र आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था- रानापुर, रजला, पारा, कालीदेवी, झाबुआ, मेघनगर, कल्याणपुरा, नौगावा, थांदला, खवासा, पेटलावद, रायपुरिया, बामनिया, सारंगी, करवड़, बोड़ायता, बेकल्दा और बरवेट तथा सहकारी विपणन संस्था मर्या.- मेघनगर, थांदला, पेटलावद जिला झाबुआ पर तत्काल पहुॅंचकर पंजीयन करावें। पंजीयन के लिए जिले में 21 निर्धारित पंजीयन केन्द्रों में सम्पर्क कर पंजीयन करवा सकते है।
तेवड़ा रहित चने की ही समर्थन मूल्य पर होगी खरीदी
अपर मुख्य सचिव एवं कृषि उत्पादन आयुक्त के.के सिंह ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से समर्थन मूल्य पर उपार्जन कार्यों के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए है कि तेवड़ा रहित चने की ही समर्थन मूल्य पर खरीदी की जाएगी। उन्होंने किसानों को इस बारे में हर स्तर पर सूचित करने के लिए जिला और ग्राम स्तरीय रणनीति तय कर उसका क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए है। इस वीडियो कांफ्रेसिंग में प्रमुख सचिव अजीत केसरी तथा संचालक कृषि प्रीति मैथिल भी मौजूद थीं। तेवड़ा जैसी समस्या झाबुआ जिले में नहीं है फिर भी खरीदी के मापदण्डों का ध्यान रखना आवष्यक है।
आईटीआई में प्रवेश तिथि बढ़ाई गई
झाबुआ। भारत सरकार के अनुमोदन अनुसार आईटीआई में प्रवेश तिथि 5 फरवरी 2021 से 15 फरवरी 2021 तक बढ़ाई गई है। आईटीआई मंे संचालित टेªड्स में उपलब्ध रिक्त सीटों पर प्रवेश के लिये पुनः आॅनलाईन नवीन रजिस्टेªशन एवं च्वाॅइस फिलिंग हेतु 5 फरवरी 2021 से 11 फरवरी 2021 तक पोर्टल खुला रहेगा। ऐसे आवेदक जिन्होंने पूर्व में च्वाॅइस फिलिंग कर रखी थी, अब वह स्वतः समाप्त हो जाएगी अर्थात पूर्व में रजिस्टर्ड आवेदकों के लिये पुनः नवीन च्वाॅइस फिलिंग करना अनिवार्य होगा, अन्यथा च्वाॅइस फिलिंग नहीं करने की स्थिति में प्रवेश प्राप्त नहीं कर सकंेगे। रिक्त सीटों की जानकारी के लिये नजदीकी शासकीय आईटीआई अथवा कियोस्क सेन्टर से जानकारी प्राप्त कर सकते है। प्राचार्य आईटीआई श्री एम.एस.गरवाल ने अवगत कराया है कि जिले की शासकीय आईटीआई झाबुआ एवं बामनिया में संचालित एक वर्षीय व दो वर्षीय इंजीनियरिंग/नाॅन इंजीनियरिंग टेªड्स में डीएसटी/एनसीवीटी/एससीवीटी की सीटें रिक्त हैं, जिनमें आवेदक च्वाॅइस फिलिंग कर प्रवेश ले सकते हैं।
हरिद्वार में कुम्भ मेला 27 फरवरी से प्रारम्भ होगा, जिले के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी
झाबुआ। हरिद्वार में 27 फरवरी 2021 से कुम्भ मेला आरम्भ हो रहा है। कलेक्टर श्री रोहित सिंह ने जिले के पुलिस अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, महिला एवं बाल विकास अधिकारी, अनुविभागीय दण्डाधिकारियों, तहसीलदारों, को एक परिपत्र जारी कर निर्देश दिए हैं कि वे भारत सरकार के गृह मंत्रालय के दिशा निर्देशों के तहत अपने क्षेत्र के नागरिकों जिसमें 65 वर्ष से अधिक तथा अन्य शारीरिक व्याधि से ग्रसित गर्भवती महिलायें तथा 10 वर्ष से कम आयु के अति संवेदनशील एवं दुर्बल व्यक्ति वर्ग को घर में रहने की सलाह दी जाए। साथ ही इसका व्यापक प्रचार प्रसार कराया जावे। कुम्भ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं, यात्रियों की बस एवं रेल्वे स्टेशनों पर थर्मल स्क्रीनिंग एवं अन्य आवश्यक जांच सुनिश्चित की जावे। श्रद्धालुओं को कोविड उपयुक्त व्यवहार का अनुपालन किए जाने के लिए उचित माध्यमों के द्वारा प्रर्याप्त रूप से संवेदित किया जाए।
कोरोना वायरस संक्रमण के रोकथाम एवं बचाव के लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी
झाबुआ। कोविड-19 की रोकथाम एवं बचाव के लिए भारत सरकार के गृह विभाग द्वारा गाईड लाईन 27 जनवरी 2021 को जारी की गई है। यह गाईड लाईन 1 फरवरी 2021 से 28 फरवरी 2021 तक लागू रहेगी। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री रोहित सिंह ने जिले के पुलिस अधीक्षक, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, अनुविभागीय दण्डाधिकारियों, तहसीलदारों तथा नायब तहसीलदारों को पत्र जारी कर आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। गाईड लाईन अनुसार जिले में सामाजिक, धार्मिक, मनोरंजन, सांस्कृतिक, धार्मिक जन सभाएं आयोजित किए जाने के संबंध में जारी निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जावे। कन्टेमेंट झोन में उक्त आयोजन / कार्यक्रम आयोजित नहीं हो सकेंगे। कन्टेमेंट झोन के बाहर खुले मैदान में अथवा बंद हाॅल में फेस माॅस्क, सोसल डिस्टेंसिंग, सेनेटाईजेशन एवं थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था के पालन करने की शर्त पर उक्त कार्यक्रम आयोजित किए जा सकेंगे। मेलों आदि के आयोजन भी उक्त शर्तो के साथ किए जा सकेंगे। सिनेमा हाॅल एवं थियेटर पूर्ण क्षमता पर चल सकेंगे तथा सिनेमा हाॅल एवं थियेटर संचालक/प्रबंधन को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा इस संबंध में जारी ैव्च् का पालन करना बंधनकारी होगा।
एसबीआई जनरल इन्शुरेन्स द्वारा कृष्ण भगवान व सर्वोदय संकुल संगठन में की बीमा सखी बनाने की पहल
झाबुआ,। एसबीआई जनरल इन्शुरेन्स की पहल पर महिला सशक्तिकरण को बढ़ाने के लिए एवं संकुल संगठनों के सदस्यों की आजीविका को सुरक्षित करने के लिए ज्त्प्थ् व डच्ैत्स्ड के साझा पहल से की गई। पहल पर गुरूवार को एसबीआई जनरल की टीम द्वारा ट्रेनिंग का आयोजन करवद में स्थापित कृष्ण भगवान संकुल संगठन के कार्यालय में किया गया। इस प्रोग्राम के द्वारा एसबीआई जनरल संकुल के सदस्यों को बीमा सखी मनोनीत करेगा। बीमा सखी स्वयं सहायता समूह और अपने गाँव के लोगो को इन्शुरेन्स के उत्पादों की जानकारी मुहैय्या करवाएंगे एवं जरूरत के अनुसार सरल एवं सस्ते प्रोड्क्ट उपलब्ध करवाकर उनकी आजीविका के साधन और पूरी सामाजिक सुरक्षा प्रदान करेगी। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए एसबीआई जनरल का जिला पंचायत से समन्वय स्थापित किया गया। जिसमें ट्रांसफॉर्म रूरल इंडिया फाउंडेशन पेटलावद व थांदला के द्वारा सहयोग किया गया।
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