पटना. मैट्रिक के सोशल साइंस की पहली पाली का एग्जाम रद्द.जमुई के SBI ब्रांच से लीक हुआ पर्चा था. संविदा कर्मी पर शक.अब 8 मार्च को होगा यह पेपर.नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में ऐसी कौन सी परीक्षा है जिसका प्रश्न पत्र लीक नहीं होता? बिहार की 16 वर्षों की एनडीए सरकार ने शिक्षा का मज़ाक बना दिया, दो पीढ़ियों को बर्बाद कर दिया है.जात-धर्म से ऊपर उठकर बिहारवासियों को गंभीरता से वर्तमान शिक्षा व्यवस्था पर सवाल-जवाब करने होंगे. जमुई जिले में मैट्रिक परीक्षा का पेपर लीक का मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरी तरह से एक्शन के मूड में दिख रहे है. शुक्रवार को विधानसभा में जब विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव ने इस मामले को उठाया तो सदन की कार्यवाही खत्म होने के तुंरत बाद सीएम ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर से फोन पर पूरी जानकारी ली. आनंद किशोर ने जमुई जिले में प्रश्न पत्र लीक होने की बात को स्वीकार करते हुए कहा कि इसकी जांच की जा रही है. सीएम ने सख्त कदम उठाने का निर्देश देते हुए कहा कि इस मामले की पूरी तरह से जांच कराये साथ ही जो भी दोषी है उनको किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाये. किसी भी तरीके से कदाचार की गुंजाइश राेकने के लिए परीक्षा समिति ने मैट्रिक का प्रवेश पत्र 10 सेट में तैयार किया है. सभी सेटों में प्रश्नों का क्रम अलग-अलग होता है. ऐसे में वायरल प्रश्न पत्र सही है या गलत, इसकी पुष्टि छात्र-छात्राओं के परीक्षा केंद्र से बाहर निकलने के बाद ही हो सकेगी.इधर बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने परीक्षा में फुलप्रूफ व्यवस्था का दावा किया है और कहा है कि किसी भी तरह की गड़बड़ी करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा.
बिहारशरीफ के आदर्श हाईस्कूल परीक्षा केंद्र पर एक मैट्रिक परीक्षार्थी रोहित कुमार गश खाकर गिर पड़ा. करीब आधे घंटे बाद छात्र का मौसेरा भाई व अन्य स्वजन बुलाए गए, तब जाकर उसे निजी अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया.फिर भी तसल्ली के लिए स्वजन छात्र को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे.यहां डॉक्टर ने छात्र की छाती दबाकर पम्प किया, परन्तु कोई सुगबुगाहट नहीं हुई। अंततः छात्र को मृत घोषित कर दिया गया. छात्र रोहित नालंदा जिले के तेल्हाड़ा थाना क्षेत्र के राढ़ील गांव का निवासी था.उसके पिता बढ़न सिंह की पहले ही मौत हो चुकी है. वह मां, एक बड़े भाई व एक छोटी बहन के साथ रहता था. वह तेल्हाड़ा स्थित रामेश्वर प्रसाद प्लस टू स्कूल का छात्र था.उम्र 16 साल थी.छात्र के मौसेरे भाई सोनू कुमार ने बताया कि रोहित की तबीयत बीती रात से ही खराब थी. उसे कहा गया कि वह किसी डॉक्टर से दिखवाकर परीक्षा देने जाए.परन्तु वह देर होने का हवाला देकर परीक्षा देने चला गया.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें