उत्तर प्रदेश के हाथरस की तरह बिहार के मोतिहारी में भी कांड, एक मासूम बच्ची के साथ गैंगरेप कर उसे घाट उतार दिया, थानेदार ने उसे ठंड से मौत करार देकर मामले को रफा-दफा कर दिया
मोतिहारी. बिहार में महिलाओं के साथ आपराधिक घटनाएं काफी तेजी से बढ़ रही हैं. मोतिहारी जिले से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने पुलिस डिपार्टमेंट को शर्मसार कर दिया है. दरअसल कुछ लोगों ने एक मासूम बच्ची के साथ गैंगरेप कर उसे घाट उतार दिया और थानेदार ने उसे ठंड से मौत करार देकर मामले को रफा-दफा कर दिया. जब पीड़िता के परिजनों ने इस घटना की शिकायत डीएसपी से की तो इस पूरे मामले का खुलासा हुआ. जिसके बाद मोतिहारी एसपी नवीन चन्द्र झा ने आरोपी थानेदार को सस्पेंड कर दिया. बिहार के मोतिहारी जिले से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने पुलिस डिपार्टमेंट को शर्मसार कर दिया है.दरअसल कुछ लोगों ने एक मासूम बच्ची के साथ गैंगरेप कर उसे मौत के घाट उतार दिया और थानेदार ने उसे ठंड से मौत करार देकर मामले को रफा-दफा कर दिया.जब पीड़िता के परिजनों ने इस घटना की शिकायत डीएसपी से की तो इस पूरे मामले का खुलासा हुआ.जिसके बाद मोतिहारी एसपी नवीन चन्द्र झा ने आरोपी थानेदार को सस्पेंड कर दिया. घटना मोतिहारी जिले के कुंडवा चैनपुर थाना इलाके की है, जहां 4 लोगों ने 12 साल की एक मासूम बच्ची के साथ गैंगरेप कर उसे मौत के घाट उतार दिया. बताया जा रहा है कि पीड़िता नेपाल की रहने वाली है, जिसके पिता बाजार में घूम-घूमकर चाय बेचते हैं और रात में पहरेदारी (गश्ती) कर परिवार का पेट चलाने के लिए कुछ पैस कमाते हैं. ढाका डीएसपी को दिए गए आवेदन के मुताबिक जिस घर में मृतका और उसका परिवार रहता था, उसी के मकान मालिक और कुछ दबंग लोगों ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया.मामला 21 जनवरी का है, जब मृतका की मां नेपाल गई हुई थी और उसके पिता चाय बेचने गए थे.घटना के समय मृतका का भाई भी घर से बाहर गया हुआ था.जब वह घर लौट रहा था तब उसे रास्ते में ही मकान मालिक सियाराम (52) ने उसे रोकने की कोशिश की.लेकिन इसके बावजूद भी लड़का जब अपने घर पहुंचा तो उसने देखा कि जमीन पर उसकी बहन लहूलुहान पड़ी हुई है.वह रोते-बिलखते अपने पिता के पास पहुंचा.आनन-फानन में उसके पिता अपनी बेटी को लेकर हॉस्पिटल पहुंचे लेकिन तब तक मासूम बच्ची ने दम तोड़ दिया. बच्ची की मौत के बाद लक्ष्मी साह का बेटा जयप्रकाश साह (40) ने कहा कि बच्ची की डेड बॉडी को जला दो. उसने 45 लोगों के साथ मिलकर धमकी दी कि बच्ची के शव को जला दो वरना तुम्हें और तुम्हारे बेटे को भी जान से मारकर दोनों की लाश को नेपाल इलाके में फेंक देंगे.जयप्रकाश की धमकी के बाद हरकिशोर, दीपक, मिलन, विजयम अजय, रमेश और सुनील ने मिलकर बच्ची की लाश को जलाने की जिद की और धमकी दी कि किसी को बताना नहीं कि तुम्हारी बेटी की किस तरीके से हत्या की गई है. इस दौरान एक अन्य शख्स अवनीश कुमार (25) ने सादे कागज पर मृतक बच्ची के पिता के अंगूठे का निशान ले लिया और धमका कर कहा कि वह कुंडवा चैनपुर थाना का स्टाफ है.इसके बाद इन सभी ने मिलकर 12 बजे आधी रात को परसा रोड में पोखर और पुलिया के समीप जला दिया और फिर वहां लाश पर नमक और चीनी डाल दिया, जिससे साबुत मिट जाये.मृतका की लाश को जलाने के बाद इनलोगों ने बाप-बेटे को किराये के मकान से निकाल दिया और फिर कहा कि इंडिया में वापस आओगे तो तुमलोगों की हत्या कर दी जाएगी.फिर जैसे-तैसे हिम्मत जुटाकर पीड़ित परिवार ने ढाका डीएसपी को इस घटना की जानकारी दी. इस बीच मोतिहारी एसपी नवीन चन्द्र झा को कुंडवा चैनपुर के थानेदार संजीव कुमार की एक रिकार्डिंग हाथ लगी, जिसमें वह दरिंदों से बात करता हुआ सुनाई दे रहा है.लड़की की हत्या के बाद उसकी डेड बॉडी को जलाने और साबुत को नष्ट करने की पूरी साजिश इसी थानेदार संजीव कुमार ने फोन पर रची. मामले का खुलासा होते ही पूरे पुलिस डिपार्टमेंट का सिर शर्म से झुक गया. मोतिहारी एसपी ने कड़ा एक्शन लेते हुए आरोपी थानेदार संजीव कुमार को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया.एसपी ने इस मामले में जांच के भी आदेश दिए हैं.कॉल रिकॉर्डिंग में थानेदार संजीव कुमार गैंगरेप पीड़िता की मौटी को ठंड से मौत साबित करने की बात कर रहा है और यह कहते हुए भी सुनाई दे रहा है कि जिले के किसी भी सीनियर पुलिस अफसर को इस बात की भनक नहीं लगनी चाहिए. वरीय पुलिस अधिकारियों को सुबह में बताया जायेगा कि बच्ची की ठंड से मौत हुई है.इस मामले में मोतिहारी एसपी ने मृतका के परिजनों की ओर से दिए गए आवेदन को आधार मानकर फ़ौरन एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है.उन्होंने पीड़िता के परिवार को न्याय दिलाने की बात कही है.
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