नालंदा. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा है.यहां पर किसान आंदोलन हाशिए पर है. इस जिला के सर्वाधिक किसानों से धान अधिप्राप्ति कर नालंदा जिला राज्य में अव्वल स्थान प्राप्त किया है. वर्तमान धान अधिप्राप्ति वर्ष में नालंदा जिला के लिए 2.85 लाख मैट्रिक टन धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.जिला में अब तक 176500 एमटी धान की अधिप्राप्ति की गई है.सर्वाधिक मात्रा में धान अधिप्राप्ति करने वाले जिलों में नालंदा जिला राज्य में चौथे स्थान पर है. वहीं नालंदा जिला में अब तक 28607 किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की खरीद की गई है. सर्वाधिक किसानों से धान खरीदने के मामले में नालंदा जिला राज्य में पहले स्थान पर है. धान अधिप्राप्ति के लिए 21 फरवरी अंतिम तिथि के रूप में निर्धारित है. जिलाधिकारी योगेन्द्र सिंह ने प्रतिदिन संबंधित पदाधिकारियों के साथ इसकी समीक्षा कर रहे हैं तथा निर्धारित तिथि तक निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप धान की अधिप्राप्ति सुनिश्चित करने का निर्देश सभी संबंधित पदाधिकारियों को दिया है. राइस मिल के माध्यम से एसएफसी के गोदाम में सीएमआर जमा कराने में तेजी लाने तथा धान बिक्री करने वाले किसानों को त्वरित भुगतान सुनिश्चित कराने का निर्देश भी जिलाधिकारी ने दिया है. कुमार भोला का कहना है कि जिलाधिकारी के द्वारा त्वरित भुगतान कराने का निर्देश दिया है.बावजूद, इसके अभी तक धान का पैसा नहीं मिला है. पंकज कुमार ने कहा है कि पैक्स में धान खरीदी करने के लिए ऑनलाइन निबंधन का काम बंद कर दिया गया है.उसे अतिशीघ्र शुरू करवाने की मांग की गयी है. सोनू यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री के गृह जिला के कराय परसुराय प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी निलेश कुमार जी 12:00 बजे मुख्यालय आते हैं.ऐसे में सवाल उछाला है कि इस तरह से विकास कैसे संभव होगा? इस तरह करते रहने पर संजीव सिन्हा ने कहा कि किसान आंदोलन वालों की MSP की बात नालंदा में शुरू होगा?
रविवार, 7 फ़रवरी 2021
बिहार : नालंदा जिला राज्य में अव्वल
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