जमालपुर, 09 अप्रैल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने शुक्रवार को चुनाव आयोग पर हमला करते हुए कहा कि वह केंद्रीय बलों के हस्तक्षेप पर तब तक बोलना जारी रखेंगी जब तक कि यह (केंद्रीय बल) भारतीय जनता पार्टी के लिए काम करना नहीं बंद कर देता। सुश्री बनर्जी ने पूर्व वर्द्धमान जिले में एक जन सभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मतदान के दिनों में चुनाव अभियान चलाते हैं, फिर भी उनके खिलाफ चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का कोई मामला नहीं बनता है। इससे पूर्व चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी को केन्द्रीय बलों के बारे में की गयी टिप्पणी को लेकर नोटिस जारी किया है और उनसे 10 अप्रैल तक इसका जवाब मांगा है। चुनाव आयोग की ओर से सुश्री बनर्जी को भेजी गयी यह दूसरी नोटिस है। चुनाव आयोग ने शु्क्रवार को यह नोटिस जारी करते हुए कहा कि केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बलों के खिलाफ की गयी टिप्पणी ‘झूठी और उकसाने’ वाली है। आयोग ने सुश्री बनर्जी से कहा है कि शनिवार पूर्वाह्न 11 बजे से पहले वह इस मामले में अपना पक्ष रखें। नोटिस में कहा गया है कि यदि वह अपना पक्ष रखने में विफल रहती हैं तो उनके विरुद्ध आदर्श आचार संहिता और भारतीय दंड संहिता की धारा 186, 189, 505 के तहत कार्रवाई की जायेगी। तृणमूल सुप्रीमो ने कूच बिहार की एक चुनावी रैली में कहा था,“ केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल पर नजर रखें। उनका घेराव कीजिए क्यों कि वे लोगों को वोट डालने नहीं देते। एक दल उन्हें बातों में उलझा कर रखे और दूसरा दल वोट डालने जाये। इस तरह प्रत्येक व्यक्ति अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकता है।” सुश्री बनर्जी ने गुरुवार काे एक रैली में दावा किया था कि पश्चिम बंगाल में चुनावी ड्यूटी पर लगाये गये केन्द्रीय बल केन्द्र सरकार के निर्देश पर काम कर रहे हैं। उन्होंने केन्द्रीय बलों पर ग्रामीणों पर अत्याचार करने और महिलाओं को प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया था।
शनिवार, 10 अप्रैल 2021
ममता ने चुनाव आयोग पर किया पलटवार
Tags
# देश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
देश
Labels:
देश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें