- कॅरोना टेस्टिंग किड से दो या दिन बार अलग अलग जगह टेस्ट होने पर रिजल्ट अलग अलग क्यों?
मुम्बई। कॅरोना देश भर में काफी कम हो गया था और उसको धीरे धीरे कम व खत्म करने के लिए वैक्सीन आई, जिससे कॅरोना का प्रसार कम होना चाहिए था लेकिन कॅरोना का प्रसार कम होने की बजाय बढ़ रहा है, आखिर क्यों? आखिर वैक्सीन का फायदा क्या है, जब कॅरोना देश भर में कम होने की बजाय बढ़ रहा है? कॅरोना मरीजो की संख्या बढ़ती जा रही है और उसमें भी वैक्सीन लगाने के बाद भी कॅरोना होनेवालों की संख्या भी जुड़ रही है।अभी हाल में दिल्ली के गंगा राम हॉस्पिटल के 30 से ज्यादा डॉक्टरों को कॅरोना हो गया, जो कि वैक्सीन लगा चुके थे। आखिर वैक्सीन लगाने का क्या फायदा है? जब कॅरोना मरीजो की संख्या में वैक्सीन लगाने वाले और नहीं लगाने वाले दोनो शामिल है? सभी वैक्सीन की जांच होनी चाहिए।क्यों कॅरोना देश मे फिर से बढ़ रहा है? कॅरोना बीमारी पर ठीक से असरदार नहीं है?क्यों वैक्सीन लगाने के बाद भी कॅरोना हो रहा है? सुनने में आया है कि एक ही व्यक्ति ने एक जगह कॅरोना टेस्ट किया तो निगेटिव आया और बाद में हॉस्पिटल में जाकर टेस्ट कराया तो पोसिटिव रिजल्ट आया और उसे भर्ती होने को बोला तब वह भर्ती होने की बजाय दूसरी जगह जाकर फिर से कॅरोना टेस्ट कराया तो रिजल्ट निगेटिव आया। आखिर क्यों?क्या कॅरोना टेस्टिंग किड में ही गड़बड़ी है या यह टेस्ट किड ही ऐसा बनाया गया है? सारी कॅरोना टेस्टिंग किड की जांच होनी चाहिए। यहाँ तक कि हॉस्पिटल में भर्ती सभी मरीजों की कॅरोना टेस्टिंग दुबारा होनी चाहिए।
आजकल मौसम बदलने के कारण कोई वायरल बीमारी हो रही है, जिसमे लोगों को 4 से 5 दिन तक बुखार होता है, बदन दर्द ,हल्की सी खाँसी व सर्दी हो रही है, जिसके कारण लोगो को लगता है कॅरोना हुआ है, जबकि वह कॅरोना नहीं है क्योंकि कई लोगों ने डर के कॅरोना टेस्ट भी कराया लेकिन उनको कॅरोना नहीं था।इसलिए सरकार को चाहिए कि इसकी भी जांच करें आखिर यह वायरल क्या है ?और कहीं ऐसा तो नहीं है कि कुछ लोग पैसा कमाने के हिसाब से उसे कॅरोना बता कर कमाने की कोशिश तो नहीं कर रहे है? इसके लिए लोगो को चाहिए कि हॉस्पिटल में भर्ती होकर लाखों खर्चा करने की जगह दो अलग अलग जगह से कॅरोना टेस्ट करवाने के बाद ही हॉस्पिटल में भर्ती हो। अब पूरे देश मे चुनाव करवा देना चाहिए?कम से कम इसका फायदा यह होगा देश मे कॅरोना नहीं फैलेगा और जनता भी सुरक्षित रहेगी क्योंकि जहाँ जहाँ चुनाव व चुनावी रैली निकाली जा रही है, वहाँ कॅरोना नहीं फैल रहा है और लोग बिना मास्क के हज़ारो व लाखों की संख्या में जमा हो सकते है?यदि पूरे देश मे इस समय चुनाव हो जाता है तो कम से कम देश मे कॅरोना कम हो जाएगा या भाग जाएगा, ऐसा सब देख के लगता है?कॅरोना कम करने का और भगाने का शायद इससे अच्छा उपाय नहीं है? यदि आज किसी भी चीज में सीबीआई जांच की जरूरत है तो कॅरोना बीमारी को लेकर, यह लोगो के समझ के परे है कि आखिर यह क्या है?
- संजय शर्मा 'राज' -
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