सेवा ही संगठन अभियान 2 के अंतर्गत दिन दुखियो की सेवा में जुटे है सांसद श्री डामोर, राजनीति के माध्यम से सेवा करना ही पार्टी का ओर मेरा मुख्य उद्देश्य है श्री डामोर
थांदला नगर में ऑक्सीजन प्लांट हेतु दस लाख रु. की मदद सांसद द्वारा
झाबुआ । मध्यप्रदेश की एवं केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा वर्तमान समय कोरोना महामारी में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक स्थानों पर ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है ,इसी कड़ी में झाबुआ जिले के थांदला शहर में ऑक्सीजन प्लांट लगाने हेतु रतलाम-झाबुआ-अलिराजपुर संसदीय क्षेत्र के लोकप्रिय सांसद माननीय श्री गुमान सिंह जी डामोर द्वारा दस लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है । उक्त जानकारी देते हुए जिला भाजपा मीडिया प्रभारी योगेन्द्र नाहर ने बताया कि झाबुआ जिले में एक ऑक्सीजन प्लांट मेघनगर के अन्तरवेलिया में निर्बाध रूप से चल रहा है ।एवं क्षेत्र के नागरिकों को ऑक्सीजन की कमी न हो इस हेतु थांदला क्षेत्र में एक अतिरिक्त ऑक्सीजन प्लांट अतिशीघ्र प्रारम्भ किया जा रहा है इस ऑक्सीजन प्लांट के निर्मित हो जाने से इस क्षेत्र नही मध्यप्रदेश के अन्य क्षेत्रो में भी ऑक्सीजन की आपूर्ति झाबुआ जिले से की जा सकेगी। जिसको लेकर माननीय सांसद महोदय द्वारा दस लाख रुपये की राशि ऑक्सीजन प्लांट हेतु प्रदान की गई । सांसद महोदय की इस उदारता पर क्षेत्रवासियों ने हर्ष व्यक्त किया है ।
भाजपा जिलाध्यक्ष के प्रयासों से पुलिस अस्पताल को मिली एम्बुलेंस की सौगात
सादगी व कोरोना वैक्सीन लगवा कर मनाई बोहरा समाज ने ईद
आरएसएस करेगा 250 ग्रामों में औषधि वितरण , 700 स्वयंसेवक प्रशिक्षित
जनजातीय कार्य विभाग परिवार द्वारा जिला प्रशासन को 10000 कोरोना प्रारंभिक चिकित्सा मेडिकल किट का प्रदाय
झाबुआ। कोरोना संक्रमण काल में जनजातीय कार्य विभाग झाबुआ के अधिकारियांे, शिक्षक साथियों एवं कर्मचारियों, के द्वारा मानवीय भावना का परिचय देते हुऐ,स्वप्रेरणा से,सर्वजन हितार्थ स्वैच्छिक रूप से संग्रहित सहयोग राशि से कोरोना महामारी की प्रारंभिक चिकित्सा संबंधी 10000 मेडिकल किट विभाग की ओर से कलेक्टर श्रीमान सोमेश मिश्रा जी को जिला प्रशासन के सहयोगार्थ सहायक आयुक्त श्री प्रशान्त आर्या द्वारा प्रदाय किये गये। कलेक्टर श्री मिश्रा जी के द्वारा प्रारंभिक उपचार के लिये इतनी अधिक संख्या में जनजातीय कार्य विभाग के द्वारा मेडिकल किट आम जन के लिये उपलब्ध कराये जाने हेतु विभागीय अधिकारियों,कर्मचारियों की सामूहिक एकता एवं समर्पण की सराहना भी करते हुऐ, इन 10000 मेडिकल किट में से जनजातीय कार्य विभाग के जिले में संचालित संकूलो अन्तर्गत प्रभावित कर्मचारियों एवं परिवारो को भी विभाग के माध्यम से मेडिकल किट का वितरण करवाये जाने तथा जिला प्रशासन को उपलब्ध कराये गये इन मेडिकल किट का जिलें में नियुक्त नोडल अधिकारी श्रीमती अंकिता प्रजापति के माध्यम से जिलें भर में वितरण करवाये जाने के निर्देश प्रदान किये गये। जिला प्रशासन को उक्त किट के प्रदाय समय विभाग अंतर्गत विभिन्न कार्यरत शिक्षक एवं कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधि श्री पप्पूसिंह हटीला,श्री कालूसिंह सोलंकी,श्री विनोद खतेड़िया,श्री उदय बिलवाल आदि उपस्थित थे।
आपदाकाल में नकारात्मकता को छोड़ सकारात्मक रहने का प्रयास हमें जिताएगा - श्री श्री रविशंकर
झाबुआ। कोविड रिस्पांस टीम द्वारा आयोजित 5 दिवसीय वर्चुअल व्याख्यानमाला के दूसरे दिन आयोजित व्याख्यान श्रृंखला को आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक और प्रणेता पूज्य श्री श्री रविशंकर जी , विप्रो लिमिटेड के चेयरमैन व प्रख्यात दानवीर उद्योगपति अजीज प्रेम जी और पद्मश्री डॉ. निवेदिता रघुनाथ भिड़े ने सम्बोधित किया। प्रथम व्याख्यान आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक और प्रणेता पूज्य श्री श्री रविशंकर जी ने कहा मृत्यु का ताण्डव वर्तमान में चल रहा है। इस समय हमें ईश्वर प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करना चाहिए । ईश्वर ने हमें शक्ति दी है धैर्य की । यह हमारे भीतर ही है , इसे जगाने की आवश्यकता है । अपने भीतर के जोश को , शौर्य को धैर्यपूर्वक जगाए , तो आप इसके सकारात्मक परिणाम पाएँगे । दूसरी शक्ति है होश संभालना अर्थात भावुकता में नहीं बहना । दूसरों के दुख देखकर अपना दुःख भूलकर सेवावृत्ति को जगाना । हम स्वयं ही टूट जाएँगे तो समाज को परिवार को कैसे संभालेंगे ? ईश्वर प्रदत्त तीसरी शक्ति है करुणा की । यह जो करुणा है इसकी आवश्यकता अब नहीं है तो कब होगी ? इस करुणा भाव को अब नहीं जागृत करेंगे तो फिर कब करेंगे ? अतः ईश्वर प्रदत्त इन शक्तियों की यह परीक्षा की घड़ी है । जब हम दुखी होते हैं तो अस्थिरता आती है , ऐसे में मनोबल बढ़ाने के लिए प्राणायाम , योग और आयुर्वेद को अपनाए । यह निश्चित है कि हम इस संकट से बाहर निकल आएँगे , सफलता सुनिश्चित है लेकिन उसके लिए नकारात्मक चिंतन से बाहर सकारात्मकता को देखना पड़ेगा । व्याख्यान के द्वितीय वक्ता विप्रो लिमिटेड के चेयरमैन एवम प्रख्यात दानवीर उद्योगपति अजीज प्रेम जी ने संबोधित करते हुवे कहा विज्ञान ने हमें यह आधार प्रदान किया है कि हम उस पर विश्वास करें । हम एकजुट होकर इस आपदा को परास्त कर सकते हैं न कि विभाजित होकर । इस आपदा में केवल शारिरीक दुःख ही नहीं है अपितु प्रत्येक परिवार पर आर्थिक संकट भी है । इसलिए सामूहिक रूप से विचार करें कि हर समस्या का समाधान निकालना है केवल रोना नहीं है । व्याख्यान की तृतीय वक्ता पद्मश्री डॉ. निवेदिता रघुनाथ भिड़े थी। उन्होंने अपनी ओजस्वी वाणी में समाज को संदेश दिया कि हम जीतेंगे यह तय है क्योंकि यह राष्ट्र कोई साधारण राष्ट्र नहीं है। प्राचीन काल मे इस राष्ट्र ने कई बड़े - बड़े संकटो का सामना किया है और उन सकंटो से उबरने में सफलता प्राप्त की है । इस कोरोना काल से मुक्ति के पंच सूत्र बताते हुए उन्होंने कहा कि इन पाँच सूत्रों का पालन करते हुए हम विजय के मार्ग पर प्रशस्त हो सकते हैं । एक हम अपनी प्राणशक्ति को जागृत करें । ॐ के उच्चारण से होने वाले स्पंदन से सकारात्मक उर्जा का संचार होता है , यह प्रमाणित तथ्य है । दूसरा मन की अनंत शक्तियों को पहचानना । हमारा मन जैसा सोचता है वैसा होने लगता है अतः सुबह उठकर सकारात्मक विचार करेंगे तो सकारात्मक मन बनेगा । तीसरा एक साथ रहने का दुर्लभ अवसर । जब लॉक डाउन में हम सब अपने परिवार में एक साथ रह रहे हैं तो इस अवसर को अविस्मरणीय बनाना ,जैसे नई नई भाषा , नई कला सीखना । चैथा सूत्र है सेवा का अवसर । हम सब कुछ न कुछ यथाशक्ति सेवाकार्य कर सकते हैं और यदि कुछ नहीं कर सकते तो ईश्वर से प्रार्थना तो कर सकते हैं क्योंकि प्रार्थना में भी शक्ति होती है । पाँचवा सूत्र है मृत्यु के डर से दूर रहना । यह सोचे कि हम किनकी संतान हैं ? हम उन ऋषि मुनियों की संतान हैं जिन्हें कभी मृत्यु का भय नहीं रहा ।यह भूमि कभी कठिनाइयों के सामने झुकने वाली भूमि नहीं रही । जीवन अखण्ड है और मृत्यु क्षणिक । हम पुनर्जन्म और गीता संदेश की धारणा वाले देश के नागरिक हैं । हम मृत्युंजय है । अतः जो विष को धारण कर पाता है वही अमृत को पाता है। प्रतिदिन आयोजित इस व्याख्यान श्रृंखला से हजारों लोग मार्गदर्शन प्राप्त कर रहे हैं।
- पाँच दिवसीय वर्चुअल व्याख्यानमाला 15 मई तक जारी
सार्थक पोर्टल पर आयुष्मान भारत योजना में कोविड पेशेन्ट के संबंध में कलेक्टर सीएमएचओ कार्यालय में रात्रि को पहुंचे
कलेक्टर को आज कोविशिल्ड वैक्सीन डोज लगा
कलेक्टर आज जीवनज्योति अस्पताल एवं पडवाल अस्पताल मेघनगर पहुंचे
किसान भाई नकली, घटिया बीज से सावधान रहे, क्षैत्र में बगैर लायसेन्सी गाँव, मोहल्ले में मोटर साईकिल या अन्य वाहन से बीज खरीदी न करें
- ’’ अमानक स्तर का बीज विक्रय करने पर, बीज विक्रेता के विरूद्ध होगी वैद्यानिक कार्यवाही ’’
झाबुआ,। उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास जिला झाबुआ श्री एन. एस. रावत द्वारा बताया गया है कि वर्तमान समय खरीफ मौसम पूर्व अच्छे बीज एवं अन्य कृषि आदानों की व्यवस्था हेतु उचित समय है तथा बीज विक्रेताओं द्वारा भी बीज भण्डारण का कार्य प्रारम्भ हो चूका है। आदिवासी बाहुल्य इस जिले के परिश्रमी कृषक यह भलीभंाति जानते है कि बीज का खेती किसानी में क्या महत्व होता है। इस हेतु कृषकों को बीज के अंकुरण का परीक्षण बुवाई के पूर्व अवष्य कर लेना चाहिये। अंकुरण का परीक्षण करना बहुत आसान होता है, उदाहरण के तौर पर यदि कृषक बन्धु सोयाबीन फसल हेतु बीज का अंकुरण परीक्षण करना चाहते है तब इसके लिये कृषकों को एक छोटी क्यारी अथवा उचित आकार की ट्रे में मिट्टी भरकर, जिसमंे सोयाबीन फसल के 100 दाने की बुवाई हो जाये लेना चाहिये। अब मिट्टी को नम कर लेना चाहिये एवं उसमें बीज की बुवाई कर दी जानी चाहिये। ध्यान रहे जब तक अंकुरण नही हो जाता तब तक मिट्टी में नमी बनी रहनी चाहिये। लगभग 6 से 7 दिन पश्चात अंकुरण होकर पौधा जमीन के उपर दिखने लगते है, इस समय हम पौध की संख्या की गिनती कर लेते है। यदि 100 बीजों मे से 60 से 70 बीज अंकुरित होते है तब यह मान लिया जाना चाहिये कि बीज बुवाई के अनुकुल है। इसी प्रकार का प्रयोग अन्य फसलों जैसे मक्का, मूंग, उड़द, अरहर एवं अन्य खरीफ फसलों के बीजों का अंकुरण ज्ञात करने के लिये परीक्षण किया जा सकता है। किसान भाई गुणवत्तायुक्त बीज लायसेंसी आदान विक्रेता से ही खरीदें व पक्का बिल अवष्य लेंवें। नकली, घटिया व अमानक स्तर के बीज से सावधान रहे। यदि क्षेत्र में बगैर लायसेंसी गांव, मोहल्ले में मोटरसाईकिल या कोई अन्य वाहन से किसानों को प्रलोभन देकर बीज बेचता है तो तुरन्त नजदीकी कृषि कार्यालय या जिला कार्यालय को सूचना देंवें। बगैर लायसेंसी से बीज क्रय न करें अमानक स्तर के बीज की गुणवत्ता संदेहप्रद होने पर किसानों को लाभ की तुलना में हानी का षिकार होना पड़ता है। विभाग जिले के किसानों से आग्रह करता है कि जागरूकता का परिचय देकर ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध रूप से बेचने वाले तत्वों से कपास इत्यादि फसलों का बीज क्रय नही करें। ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय ऐसे व्यक्तियों की सूचना तत्काल विभाग को देंवें। किसान भाई ऐसे अवैध बीज बेचने वालों की सूचना अपने क्षेत्र के सरपंच, सचिव के माध्यम से भी विभाग को दे सकते है। आपके द्वारा दी गई सूचना आपके लिये ही मद्दगार साबित होगी। विभाग द्वारा किसानों से यही अपील की जाती है कि कृषि आदन के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की कोई समस्या/षिकायत होने पर नजदिकी कार्यालय से सम्पर्क कर सकते है व मैदानी अमलों से भी उचित सलाह ले सकते है। जिला कार्यालय में भी कन्ट्रोल रूम स्थापित किया गया है जिसके नम्बर 07392-244241 रहेंगें किसान भाई इस नम्बर पर भी उचित सलाह या सूचना दे सकते है।कृषक बन्धुओं से भी यह अनुरोध है कि जब भी किसी बीज विक्रेता से बीज का क्रय करें तब वह पक्का बिल अवष्य प्राप्त करें।
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