बिहार : पिछले कोरोना कार्य के प्रोत्साहन राशि का अबतक नही हुआ भुगतान - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 12 मई 2021

बिहार : पिछले कोरोना कार्य के प्रोत्साहन राशि का अबतक नही हुआ भुगतान

 

आशकर्मी नही करा पा रही ईलाज और भुखमरी की शिकार : शशि

  • ● आशा कार्यकर्ताओं ने राज्यव्यापी मांग दिवस मनाया
  • ● कोविड ड्यूटी के लिये आशाओं को दैनिक 500 रु पारिश्रमिक देने10 लाख रुपये का हेल्थ बीमा व,मृतक आशाओं के परिवार को 50 लाख का मुआबजा की मांग
  • ● कोरोना कार्य से दर्जनों आशा की मौत पर सरकार नही ले रही सुध, पीएम ,सीएम और स्वास्थ्य मंत्री को भेजा मांग पत्र

asha-worker-still-pending
पटना,12मई। महासंघ (गोप गुट-ऐक्टू) से सम्बद्ध बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ के आह्वान पर आज राज्य की आशाओं ने राज्यव्यापी मांग दिवस मनाया । आशा कार्यकर्ताओं ने अपने घरों से और पीएचसी पर कोरोना नियमों का पालन करते हुए पोस्टर्स के साथ अपनी मांगों को प्रदर्शित किया और कोविड ड्यूटी के लिये आशाओं को दैनिक 500 या मासिक 10 हजार  पारिश्रमिक देने,10 लाख रुपये का हेल्थ बीमा करने व मृतक आशाओं के परिवार को 50 लाख का मुआबजा देने की मांग प्रमुखता से उठाया। बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ  राज्य अध्यक्ष *शशि यादव ने कहा कि देश समज पर आए संकट की इस घड़ी में आशाकर्मी जान की प्रवाह नही कर ड्यूटी कर रही है,लेकिन इन्हें सुरक्षा उपकरण और क्षेत्र में जाने के लिए सुरक्षा तक सरकार नही दे रही और  किसी तरह का आर्थिक लाभ भी देने के पक्ष में नहीं है जो घोर अमानवीय व कोरोना से जंग में स्वास्थ्य आशा कार्यकर्ता का मनोबल गिराने वाला सरकार का रवैया है।*  आशा कर्मियों ने सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि पिछले लॉकडाउन में किए गए कार्य का प्रोत्साहन राशि का भुगतान अबतक सरकार ने नही किया है। तुच्छ राशि पर काम करने वाली आशा कर्मी व इनका परिवार भुखमरी और बीमारी की स्थिति में अपना इलाज तक नही करा पा रही है। बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ  राज्य अध्यक्ष शशि यादव ने पिछले कोरोना कार्य के बकाया सहित इस कोरोना काल में ड्यूटी के लिये आशाओं को दैनिक 500 अथवा 10,000 रुपये अतिरिक्त मासिक पारिश्रमिक का भुगतान करने तथा 10 लाख का स्वास्थ्य बीमा का लाभ देने और मृतक आशाओं के परिवारों को घोषित 50 लाख देने की मांग  किया है। उन्होंने कहा कि *कोरोना की दूसरी लहर में दर्ज़नों आशाओं की मौत हुई है,लेकिन सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने कोई सुधि नही ले रहा* । आशा नेत्री शशि यादव ने हड़ताल को छोड़ स्वास्थ्य संविदा कर्मियों की मांगों का समर्थन किया है। उन्होंने बताया कि इस उपर्युक्त मांगों से सम्बंधित *मांगपत्र संघ की ओर से प्रधानमंत्री,केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य  विभाग स्वास्थ्य समिति  को भेजा गया* है। वहीं आज पूरे बिहार में आशाकर्मियों द्वारा दरभंगा, सीतामढ़ी, समस्तीपुर,  सिवान, गोपालगंज, मधुबनी, रोहतास, कैमूर, मुंगेर, खगड़िया सहित दर्जनों जिलों में मांग दिवस मनाया गया जिसकी अगुवाई जुली, विजयलक्ष्मी, कोमल,  पूनम, मालती, सीता पाल, उषा जी अनिता, उर्मिला, दमयंती, विद्यावती, शब्या पांडेय , प्रमिला, संगीता आदि ने किया वहीं एक्टू नेता देवेन्द्र शाह, उमेश, इकबाल और माले नेता मोरध्वज सहित अन्यों की खास भागीदारी रही।

कोई टिप्पणी नहीं: