पटना,11मई. अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन ने अस्पतालों में महिला मरीजों के साथ बदतमीजी, महिला एटेंडेंट के साथ छेड़खानी और यौन हमला की घटनाओं पर क्षोभ व्यक्त किया है . ऐपवा की महासचिव मीना तिवारी ने कहा कि महामारी के समय हो रही ये घटनाएं शर्मसार करनेवाली हैं और बिहार के मुख्यमंत्री को तत्काल इस पर कारवाई करनी चाहिए. ऐसी ही एक घटना नोएडा से भागलपुर आई रुचि के साथ हुई. रुचि ने अपने पति को खो दिया और खुद यौन अत्याचार झेलने को मजबूर हुई. रुचि के बयान से स्पष्ट है कि बिहार के अस्पतालों में किस तरह से मरीजों को लूटा जा रहा है. अगर जिला से लेकर पटना तक के अस्पतालों को किसी तरह का कोई भय नहीं है और ये मरीजों के प्रति संवेदनहीन हैं तो जाहिर है कि बिहार का स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से नष्ट हो गया है और इसकी जवाबदेही बिहार के स्वास्थ्य मंत्री की है.बिहार के स्वास्थ्य मंत्री निक्कमा हैं यह महामारी के दो दौर में स्पष्ट हो गया है. लोग जब एंबुलेंस और आक्सीजन के अभाव में दम तोड़ रहे हैं उस समय यहां सांसद एम्बुलेंस छुपा कर रखते हैं . अस्पताल वाले आक्सीजन चुरा रहे हैं और अस्पताल कर्मचारी महिलाओं पर यौन हमला कर रहे हैं इसलिए मांग करती हूं कि
1. बिहार के स्वास्थ्य मंत्री को हटाया जाए. इनके रहते स्वास्थ्य क्षेत्र में कुछ नहीं हो सकता.
2. रुचि द्वारा जिन अस्पतालों पर आरोप लगाया है उसकी तत्काल जांच कर इन अस्पतालों का निबंधन रद्द किया जाए.
3. यौन हिंसा के आरोपित कर्मचारी और डाक्टर को गिरफ्तार किया जाए.
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