- * चोरी उजागर करने वाला हिरासत में और असली चोर फरार : राजेश राठौड़
पटना। बिहार पुलिस द्वारा पप्पू यादव को हिरासत में लिए जाने के खिलाफ मुखर होकर बोलते हुए कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार राज्य के 7वीं बार मुख्यमंत्री बनें, पिछले सोलह साल से सत्ता में काबिज हैं बावजूद इसके उन्होंने स्वास्थ्य के मुद्दों पर बिहार को पीछे धकेलने का काम किया है। उन्होंने कहा कि सारण के सांसद राजीव प्रताप रूडी ने सांसद निधि से जिन एम्बुलेंस की खरीद की उसे जनहित में जनता को सौंप दिया होता तो नीतीश कुमार को कोरोना से लड़ने में एक हथियार के रूप में वो काम आती। उन्होंने कहा कि भागलपुर से लेकर पटना के अस्पताल में मरीजों के परिजनों और महिलाओं के साथ छेड़खानी और मारपीट की सूचनाओं पर ना गिरफ्तारी होती है और न ही कार्रवाई लेकिन कोरोना काल में जब एम्बुलेंस की आवश्यकता सबसे ज्यादा है वहां एम्बुलेंस चुरा के रखने वाले सांसद के कृत्य पर जब पप्पू यादव ने आवाज उठाई तो उन्हें जबरन हिरासत में ले लिया जाता है। उन्होंने कहा कि जेपी और लोहिया के अनुयायी होने का दम्भ भरने वाले राज्य के मुख्यमंत्री को यह स्वीकार करना चाहिए कि उन्होंने देश के प्रधानमंत्री के दबाव में आकर पूर्व सांसद पप्पू यादव की गिरफ्तारी की है क्योंकि उन्होंने भाजपा सांसद की मंशा और चोरी उजागर कर दी। साथ ही भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को ये स्पष्ट करना चाहिए कि सांसद निधि द्वारा खरीदी गई एम्बुलेंस भाजपा सांसद के पास कैसे पाई गई और उनपर मुकदमा क्यों नहीं दर्ज हुआ। ऐसे ही राज्य के अन्य भाजपा सांसदों द्वारा भी खरीदे गए एम्बुलेंस और उनके इस्तेमाल पर जांच होनी चाहिए क्योंकि ऐसी ही खबरें बक्सर से भी आ रही हैं। उन्होंने कहा कि अब जब कोरोनाकाल में सरकार फेल है ऐसे में तमाम विपक्षी दल के नेता जन सेवा में कार्यरत हैं, जिससे सरकार के सम्मान को ठेस लग गयी है। इसी के परिणामस्वरूप दिल्ली में जहां यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष पर केस दर्ज होता है वहीं बिहार में पप्पू यादव को हिरासत में लिया जाता है तो कहीं किसी विपक्षी नेता को हाउस अरेस्ट किया जाता है। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा विभिन्न मंत्रियों को दिए गए प्रभार वाले जिलों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सभी प्रभारी मंत्री जिलों से नदारद है और उन जिलों की समीक्षा भी नहीं कर रहें हैं। वरना बक्सर के गंगा घाटों पर मिले लाशों पर अब तक बिहार के स्वास्थ्य मंत्री और बक्सर के प्रभारी मंत्री मंगल पांडेय का बयान आ जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरीके से अपने खिलाफ उठती आवाजों को दबाने के कुचक्र में लगी है और जनसरोकार के मुद्दें को उठाने वाले को ही पुलिस हिरासत में लेने लगी है। जो ये स्पष्ट करने को काफी है कि राज्य को अंधेर नगरी बनाकर मुख्यमंत्री चौपट राजा के रूप में कुर्सी पर काबिज हैं।
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