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किल कोरोना अभियान - मैदान में उतरे संभागायुक्त और ए डी जी पी जानी विदिशा जिले की जमीनी हकीकत
संभागायुक्त श्री कवींद्र कियावत और एडीजीपी श्री ए.साईं मनोहर ने गुरुवार को विदिशा जिले के प्रवास के दौरान कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए किए जा रहे नवाचार प्रयास और अब तक की जमीनी हकीकत जानने शमशाबाद लटेरी सिरोंज कुरवाई बासौदा ग्यारसपुर और विदिशा विकासखंड का जायजा लिया। संभागायुक्त श्री कवीन्द्र कियावत ने ग्यारसपुर में बनाए गए कोविड केयर का भी जायजा एवं कोविड केयर सेन्टर में भर्ती मरीजो से चर्चा कर उनका हालचाल जाना। इस मौके पर विदिशा कलेक्टर डॉ. पंकज जैन पुलिस अधीक्षक श्री विनायक वर्मा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और खंड स्तरीय अधिकारी मौजूद थे । निरीक्षण के दौरान श्री कियावत ने विदिशा जिले में संचालित किल कोरोना अभियान के तहत संपादित होने वाले कार्यों के संबंध में चर्चा की । चर्चा के दौरान प्रशासन द्वारा कोविड-19 के प्रति जन-जागरूकता व अन्य विषयों पर विस्तार से पूछा । श्री कियावत ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोविड-19 संक्रमण ग्रामीण क्षेत्रों में न फैले इसके लिये किल कोरोना अभियान को प्रभावी रूप से क्रियान्वयन करें । उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में जन जागरूकता के साथ-साथ डोर टू डोर किल कोरोना अभियान-3 अंतर्गत सर्वेक्षण का कार्य भी पूरी गति के साथ किया जाए। सर्वेक्षण के दौरान जो लोग भी प्रभावित पाए जाते हैं उन्हें संस्थागत क्वारंटाइन कराने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए । श्री कियावत ने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्र में भी संक्रमण की चैन को तोड़ने की जवाबदारी पूरी शिद्दत के साथ निभानी होगी। जिन ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना के मरीज निकले हैं वहाँ पर पूरे गाँव में आने-जाने पर प्रतिबंध लगाया जाए। जितनी भी आवश्यकता है उतनी बैरीकेटिंग कराकर गाँव में आवागमन कम से कम 10 दिनों के लिये रोका जाए। उन्होंने निर्देशित किया है कि सभी ग्रामीण क्षेत्र के कोरोना प्रभावित लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन कराने के लिये केन्द्र निर्धारित कर सभी व्यवस्थायें समय रहते पूर्ण की जाएं। कोरोना के प्रसार रोकने के लिए कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन कराया जाये । श्री कियावत ने उपस्थित आशा आगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एएनएम कोटवार आदि को निर्देशित किया कि जन-जागरूकता के लिए व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार किया जाए । नागरिकों को हर संभव मदद मुहैया कराई जाए । घर-घर जाकर सर्दी खांसी बुखार के लक्षण दिखाई देने पर मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाए और नजदीकी स्वास्थ्य या उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर उन्हें तत्काल कोरोना संक्रमण टेस्ट के लिए भेजकर संक्रमित व्यक्तियों को चिन्हित किया जाए। संभागायुक्त ने उपस्थित चिकित्सकों को निर्देशित किया कि कोविड केयर सेंटर में व्यवस्थाएं इस प्रकार हों कि वहां भर्ती कोविड मरीजों को कोई भी परेशानी नहीं आए और वह शीघ्र ही स्वास्थ्य लाभ अर्जित कर अपने परिवार के बीच जा सके। उन्होंने कहा कि भर्ती मरीजों को ऐसा माहौल और वातावरण दें जिससे वह अकेलापन महसूस नहीं करे। उन्होंने कहा कि कोविड सेंटर में मनोरंजन के साधन भी उपयोग में लाए जाएं । श्री कियावत ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाहर से आने-जाने वाले व्यक्तियों और वाहनों की सभी चैकिंग प्वॉइंट पर चैकिंग की जाए। कोई भी व्यक्ति प्रभावित पाया जाता है तो उसे संस्थागत क्वारंटाइन कराने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए । अनावश्यक घूमने वालो के विरूद्ध भी दण्डात्मक कार्रवाई की जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वेक्षण के दौरान जो लोग कोरोना से आंशिक पीड़ित पाए जाते हैं उन्हें दवा की किट अनिवार्यत: उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि ग्रामीण क्षेत्र में भी कोरोना संक्रमितों को दी जाने वाली दवा का पर्याप्त भण्डारण हर गाँव में हो, यह सुनिश्चित किया जाए ।
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