बेचा जा रहा है घटियास्तर का बीज , किसानों को सता रही है फसल खराब होने की चिंता
- अखिल भारतीय किसान सभा ने कृषि हित में की सरकार से नीति बनाने की मांग।
सीहोर। मानसून आ गया बोनी सर पर है मगर कृषि विभाग के पास किसी भी जींस का बीज उपलब्ध नहीं है यदि किसी जिंस का बीज भी है तो उसकी योजना मध्यप्रदेश शासन ने जारी नहीं की है। अखिल भारतीय किसान सभा के जिला अध्यक्ष भानु प्रताप मेवाड़ा ने सोमवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि बीज का वितरण अभी तक चालू नहीं हुआ है ऐसे में खरीफ सीजन में किसानों को बोनी करने के लिए किसी भी जींस का बीज नहीं मिल रहा है किसान मार्केट में बीज की तलाश कर रहा है तो प्राइवेट कंपनी मनमाने दाम में बीज बगैर सर्टिफाइड बेच रही है ऐसे में एक तो किसान की लागत दुगनी हो गई एवं बिना सर टिफाइड बीज मिलने से वह बोनी बिगड़ने का भी डर सता रहा है सरकार से निवेदन है की वहां सोयाबीन का सर्टिफाइड बीज ब्लॉक स्तर पर उपलब्ध करवाएं एवं सोयाबीन के ऑप्शन के रूप में उन्नत किस्म की मक्का एवं जोहार का बीज भी किसानों को उपलब्ध करवाएं ताकि किसान उन्नत खेती की ओर अग्रसर हो सके वही जिन अनुसंधान केंद्रों की स्थापना सरकार ने कृषि को उन्नत बनाने के लिए की है एवं करोड़ों रुपए का अनुदान किसानों को प्रशिक्षित करने के लिए एवं उन्नत जिंसों की पैदावार के लिए कृषि अनुसंधान केंद्र सेवानिया भी कागजों में किसानों को प्रशिक्षित कर रहे हैं एवं कुछ किसान जो इनसे उन्नत खेती की जानकारी के लिए आते हैं उनको भी प्राइवेट बीज कंपनियों के एजेंट के रूप में बीज उपलब्ध करवा रहे हैं ऐसे में शासन की मनसा अनुरूप जिन विभागों की स्थापना किसानों का शोषण रोकने के लिए की गई थी वही अब किसानों का शोषण करने का अड्डा बनते जा रहा है।
प्रदेश के अस्पतालों में 20 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट शुरू, 30 सितम्बर तक 111 ऑक्सीजन प्लांट लगेंगे
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर मध्यप्रदेश को ऑक्सीजन उत्पादन में आत्म-निर्भर बनाने के विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। इस क्रम में कोविड-19 के उपचार में प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति की समस्या के निराकरण के कारगर उपाय के तौर पर लगाये जा रहे पीएसए ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो चुके हैं। राज्य सरकार द्वारा मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल और कम्युनिटी हॉस्टिपटल में 111 हवा से ऑक्सीजन बनाने की अनूठी टेक्नोलॉजी पर आधारित पीएसए (प्रेशर स्विंग, एडजॉर्व्सन) ऑक्सीजन प्लांट लगाने के आर्डर दिये गये थे। शासन द्वारा जारी आदेश के अनुक्रम में अब तक 20 प्लांट लगाये जा चुके हैं। स्वास्थ्य आयुक्त श्री आकाश त्रिपाठी ने बताया कि पीएसए ऑक्सीजन प्लांट को समय पर लगाने के लिये संबंधित निर्माता कम्पनियों को निर्देशित किया गया है। उन्होंने बताया कि 15 जून तक 25, 30 जून तक 40, 30 जुलाई तक 81, 30 अगस्त तक 91 और 30 सितम्बर तक पूरे 111 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना अस्पतालों में कर दी जायेगी। इनसे अस्पताल के लिये ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित होगी। उन्होंने बताया कि अस्पतालों में उपलब्ध ऑक्सीजन बेड और आईसीयू आदि को ध्यान में रखते हुए जरूरत की ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित हो सके, इसी अनुक्रम में क्षमता के पीएसए प्लांट लगाये जा रहे हैं। इसमें 100 लीटर प्रति मिनिट से लेकर 1500 लीटर प्रति मिनिट की क्षमता वाले पीएसए प्लांट शामिल हैं। पीएसए प्लांट्स की स्थापना 10 बिस्तर के आईसीयू अस्पतालों से लेकर 150 बिस्तर (आईसीयू) वाले अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये की जा रही है। उन्होंने बताया कि पीएसए ऑक्सीजन प्लांट्स की स्थापना केन्द्र सरकार और राज्य सरकार के मद से प्राप्त राशि से की गई है।
आओ सीखें कार्यक्रम छोटे बच्चों में विकसित करेगा शैक्षणिक समझ
- ''''हमारा घर-हमारा विद्यालय-प्रयास'''' अभ्यास पुस्तिका 15 जुलाई से पहले होगी वितरित
छोटे बच्चों में भावनात्मक विकास और शैक्षणिक समझ विकसित करने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा "आओ सीखें" कार्यक्रम में 15 जून से 15 जुलाई 2021 तक व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से विभिन्न छोटे ऑडियो और वीडियो भेजे जाएँगे। संचालक, राज्य शिक्षा केन्द्र श्री धनराजू एस ने बताया कि इसके साथ ही ''''हमारा घर-हमारा विद्यालय'''' के अंतर्गत बच्चों में विषय की प्रारंभिक समझ को विकसित करने की दृष्टि से श्प्रयासश् अभ्यास पुस्तिका का वितरण भी 15 जुलाई से पहले किया जाएगा। अभ्यास पुस्तिका के मुद्रण और 15 जुलाई के पहले सामग्री बच्चों को उपलब्ध कराने के संबंध में सभी जिला परियोजना समन्वयकों को निर्देश दिए गए हैं। दिनांक 16 जुलाई से 15 अगस्त तक विद्यार्थियों के लिए ''''हमारा घर-हमारा विद्यालय-प्रयास'''' अभ्यास पुस्तिका सामग्री जिलों को मेल पर प्रेषित की जा रही है। इस 48 पेज की सामग्री को जिले स्तर पर कक्षा 1 व 2 और कक्षा 3 से 5 के लिए बहुरंगी तथा कक्षा 6 से 8 के लिए ब्लैक एंड व्हाइट प्रिंट में मुद्रित कराकर बच्चों को उनके घर पर कार्य करने के लिए 15 जुलाई के पूर्व उपलब्ध करानी होगी। वर्तमान में कोविड-19 के कारण विगत सत्र माह मार्च 2020 से शालाएँ पूर्णतः बन्द हैं। सत्र 2021-22 में जब तक परिस्थितियों सामान्य नहीं हो जाती हैं, बच्चों के शैक्षणिक उन्नयन के लिए राज्य शिक्षा केन्द्र ने विभिन्न चरणों में कार्य करने की योजना तैयार की है। इसके अलावा शिक्षकों अथवा वॉलेंटियर के सहयोग से बच्चों से घर पर रहते हुए कुछ अन्य गतिविधियाँ भी कराई जा सकती हैं। पालक, अभिभावक और बच्चे इन गतिविधियों के फोटो और वीडियो बनाकर अपने शिक्षकों को प्रेषित कर सकते हैं। विभिन्न कक्षाओं की गतिविधियों को जानने के लिए क्लिक करें।
कॉलेज के विद्यार्थी करेंगे कोरोना से बचाव और टीकाकरण के लिए लोगों को जागरूक, प्रदेश में "युवा शक्ति कोरोना मुक्ति" अभियान चलाया जाएगा
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सहयोग से कोविड महामारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए ‘युवा शक्ति कोरोना मुक्ति’ अभियान चलाया जाएगा। इसके अंतर्गत उच्च और तकनीकी शिक्षा के शासकीय महाविद्यालयों के शिक्षकों एवं लगभग 16 लाख विद्यार्थियों को ष्कोविड अनुकूल व्यवहार एवं वैक्सीनेशनष् के संबंध में प्रशिक्षण देकर उनके माध्यम से लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक किया जाएगा। अभियान के अंतर्गत कॉलेजों में विद्यार्थियों को छोटे-छोटे समूहों में कोविड अनुकूल व्यवहार और टीकाकरण के महत्व के बारे में जानकारी दी जायेगी। ये विद्यार्थी, अपने परिवार तथा आस-पास के समाज के नागरिकों को कोरोना से बचाव और वेक्सिनशन से होने वाले लाभों की जानकारी देंगे। अभियान की प्रभावी रियल टाइम ऑनलाइन मॉनीटरिंग के लिए एक मोबाइल एप भी विकसित किया गया है, जिसके माध्यम से ‘युवा शक्ति कोरोना मुक्ति’ अभियान की प्रतिदिन की गतिविधियों और प्रगति की समीक्षा की जायेगी। अभियान की पूर्व तैयारियों के संबंध में आज प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा श्री अनुपम राजन, सचिव तकनीकी शिक्षा श्री मुकेश गुप्ता, राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन एवं यूनिसेफ के राज्य स्तरीय अधिकारियों द्वारा सभी जिलों के लीड कॉलेजों, इंजीनिरिंग एवं पॉलीटेक्निक कॉलेज के प्राचार्य, जिला टीकाकरण अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया।
भारतीय कला में भू-देवी का चित्रण विषय पर होगा ऑनलाइन व्याख्यान
आज़ादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर पुरातत्व, अभिलेखागार एवं संग्रहालय निदेशालय द्वारा ऑनलाइन व्याख्यान श्रृंखला का आयोजन किया जायेगा। इस श्रृंखला के 12वें व्याख्यान में डॉ. मैनुअल जोसेफ, भारतीय कला में भू-देवी का चित्रण विषय पर 15 जून, 2021 को दोपहर 3:30 बजे से शाम 5 बजे तक व्याख्यान देंगे। इच्छुक व्यक्ति https://bharatvc.nic.in/join/2255585761 लिंक और पासवर्ड 915468 से ऑनलाइन व्याख्यान में जुड़ सकते हैं। डॉ. जोसेफ, एक प्रसिद्ध पुरातत्वविद् हैं। पिछले 30 वर्ष से मध्यप्रदेश के विभिन्न ऐतिहासिक पहलुओं पर काम कर रहे हैं। इन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की पत्रिकाओं में 130 से अधिक शोध-पत्र लिखे हैं, जिनमें अधिकतर मध्यप्रदेश के पुरातत्व पर केन्द्रित हैं। डॉ. जोसेफ ने पुरातत्व संस्थान दिल्ली, राष्ट्रीय संग्रहालय दिल्ली, राज्य संग्रहालय भोपाल, इलाहाबाद संग्रहालय, स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर भोपाल आदि में अनेकों बार व्याख्यान दिए हैं। डॉ. जोसेफ भारतीय पुरातत्व सोसायटी, आईएसपीक्यूएस, रॉक आर्ट सोसाइटी ऑफ इंडिया, दक्षिण एशियाई पुरातत्व, मध्यप्रदेश इतिहास परिषद आदि के सक्रिय सदस्य भी हैं।
कोविड के लक्षण आते ही चिकित्सक से लें परामर्श
कोविड-19 वैक्सीनेशन के साथ साथ मास्क लगाना, दो गज की दूरी बनाये रखना, हाथों को सेनेटाइज करना या साबुन और पानी से हाथ धोना, भीड भरी जगह पर ना जाना आदि की सलाह स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई। ऐसे व्यक्ति जो ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, किडनी, अस्थमा, कैंसर आदि से पीडित हैं उन्हें सर्दी, जुखाम, खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, सिर दर्द, भूख न लगना, दस्त लगना आदि के लक्षण होने पर वे अपने घर पर ही पारंपरिक उपचार लेते हैं, ठीक होने की उम्मीद में 5 से 7 दिन गुजार देते हैं जिन्हें स्वास्थ्य लाभ होने के बजाय उनकी बीमारी और जटिल हो जाती है। उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ता है, ऐसी स्थिति में कोविड 19 जांच पॉजिटिव आती है तो उपचार और जटिल हो जाता है। ऐसे मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट या आईसीयू में भर्ती कर उपचार करना पड़ता है। ऐसे बीमारियों से प्रभावित व्यक्तियों को सलाह दी है कि वे सर्दी, खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, सिर दर्द, हाथ पैरों में दर्द, शरीर में ऐठन, भूख न लगना, खाने व सूंघने में स्वाद का पता न लगना आदि लक्षणों के आते ही चिकित्सक से परामर्श लेकर आवश्यक जांच करवाकर समय रहते पूर्ण उपचार लेकर स्वस्थ हो जिससे वे समय पर परिवार को सुरक्षित रख सकें।
तीसरी लहर को रोकना भी है और दुनिया भी चलानी है, स्वास्थ्य, रोजगार, शिक्षा और सभी वर्गों का कल्याण है प्राथमिकताएँ
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस समय हमारे सामने दोहरी चुनौती है। कोविड-काल में आप लोगों ने अपने प्रभार के जिलों में कोविड संक्रमण रोकने के लिए निरंतर कार्य किया है। उसी का परिणाम है कि जनता के सक्रिय सहयोग से मध्यप्रदेश ने कोरोना संक्रमण पर लगभग पूर्ण नियंत्रण पाया है। अब हमें अपनी पूरी ताकत इस बात के लिए लगा देनी है कि मध्यप्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर आए ही नहीं और अगर आती भी है तो उसका प्रभाव नगण्य रहे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना के कारण जन-जीवन प्रतिकूल रूप से प्रभावित हुआ है और विकास की गति रूक सी गई है। हमें जन-जीवन को सामान्य करना है और विकास को गति देनी है। आने वाले समय में स्वास्थ्य के साथ ही रोजगार, शिक्षा और सभी वर्गों का कल्याण हमारी प्राथमिकता रहेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना नियंत्रण के प्रदेश के जन-भागीदारी मॉडल की सर्वत्र सराहना हुई है। आने वाले समय में हमें न केवल कोरोना संक्रमण को प्रदेश में आने नहीं देना है, बल्कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप को गति देकर नए आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के सपने को पूरा करना है। मैं या तुम नहीं हम मिलकर बनायेंगे प्रदेश का इतिहास। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज सीहोर में मंत्रि.परिषद के सदस्यों के साथ अनौपचारिक बैठक में कोरोना नियंत्रण सहित विभिन्न मुद्दों पर गहन विचार-मंथन किया। मंथन में मंत्रि-परिषद के सभी सदस्य शामिल हुए।
- मैं या तुम नहीं हम मिलकर बनायेंगे प्रदेश का इतिहास, मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सीहोर में मंत्रि-परिषद के सदस्यों के साथ किया गहन विचार-मंथन, सीहोर में आयोजित हुई मंत्रि परिषद की बैठक
तीसरी लहर को रोकने के लिए जागरूकता एवं सतर्कता आवश्यक
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को रोकने, उसके प्रभाव को न्यूनतम करने के लिए पुख्ता रणनीति पर काम करना होगा। वैश्विक परिदृश्य को देखते हुए अनुमान है कि अगले तीन या चार माह में तीसरी लहर आने की आशंका है। अनलॉक के परिणामस्वरूप गतिविधियों के बढ़ने और सावधानी का पालन नहीं करने से तीसरी लहर की संभावना बढ़ेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमें जागरूक तथा लगातार सतर्क रहना होगा। कोरोना अनुकूल व्यवहार का पालन करनेए मास्क लगानेए दूरी बनाए रखने, भीड़ नहीं लगाने और बार-बार हाथ धोने के लिए लोगों को प्रेरित करना होगा। इसमें क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों की महत्वूपर्ण भूमिका है।
यह होगी भावी कोरोना नियंत्रण रणनीति
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए सभी जिलों में कोरोना टेस्ट जारी रहेंगे। प्रतिदिन 75 हजार से अधिक टेस्ट सुनिश्चित किए जाएँगे, ताकि किसी भी कोने में यदि कोई पॉजिटिव प्रकरण है, तो उसकी तत्काल पहचान की जा सके। टेस्ट रिपोर्ट एक दिन में आएए ऐसी व्यवस्था की गई है। जो भी व्यक्ति पॉजिटिव आएगाए उसकी कांटेक्ट ट्रेसिंग की जाएगी और पॉजिटिव व्यक्ति को होम आयसोलेशन में या कोविड केयर सेंटर में रखकर उपचार किया जाएगा। प्रदेश में किल.कोरोना अभियान जारी रहेगा। सर्दी, खाँसी, जुकाम से प्रभावित प्रत्येक व्यक्ति की पहचान करवाकर उसका निरूशुल्क इलाज सुनिश्चित किया जाएगा।
तीसरी लहर के लिए व्यवस्थाएँ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में तीसरी लहर का सामना करने के लिए आवश्यक अधो.संरचना तैयार की जा रही है और व्यवस्थाएँ बनाई जा रही हैं। स्वास्थ्य अधो.संरचना को सुदृढ़ करने के लिए गतिविधियाँ जारी हैं। अस्पतालों में ऑक्सीजन की व्यवस्थाए बेड बढ़ानेए आईसीयू वार्ड निर्माणए पैरा.मेडिकल स्टाफ के प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जहाँ एक या दो घरों में संक्रमण है वहाँ माइक्रो कंटेनमेंट एरिया बनाकर संक्रमण को वहीं समाप्त किया जाए।
बच्चों के उपचार के लिए व्यवस्थाएँ
तीसरी लहर में बच्चों के अधिक प्रभावित होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। अतरू बाल रोग विशेषज्ञों की उपलब्धता बढ़ानेए पैरा.मेडिकल स्टाफ को बच्चों के इलाजए टीकाकरण और अन्य प्रक्रियाओं के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा रही है। बच्चों के लिए आईण्सीण्यू वार्डए ऑक्सीजन बेड्स आदि बढ़ानेए पर्याप्त उपकरणए दवाओं और उपचार सामग्री उपलब्ध कराने के लिए सभी जिलों में कार्य जारी हैं।
वातावरण निर्माण आवश्यक
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि तीसरी लहर को रोकने में कोरोना अनुकूल व्यवहार का पालन करना आवश्यक है। इसके लिए ग्रामए वार्ड स्तर पर वातावरण निर्माण करना होगा। स्थानीय भाषा में स्लोगनए नारोंए आकर्षक वाक्यों का उपयोग किया जाए। बैनर, होर्डिंग्स, वॉल-पेंटिंग से लोगों को मास्क लगानेए दूरी बनाने आदि के लिए प्रेरित करें। वाइस मैसेजए वीडियो मैसेज के माध्यम से भी लोगों को प्रेरित करें। तीसरी लहर से बचाव में टीकाकरण भी बहुत प्रभावी है। सभी मंत्रीगणए सांसदए विधायकए क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यए कोरोना वॉलेंटियरए जन-अभियान परिषद और आशा कार्यकर्ताए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहित सारा मैदानी अमला मिलकर टीकाकरण के लिए वातावरण बनाएँए इसे अभियान का रूप दें। जन.जातीय क्षेत्रों में लघु वन उपज संघ और वन समितियों को भी अभियान में सम्मिलित किया जाए।
टीम वर्क से हुआ कोरोना पर नियंत्रण
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण आपके सहयोगए परिश्रम और समर्पण के परिणाम-स्वरूप ही संभव हो पाया। आज कोरोना के मात्र 242 प्रकरण आए हैं। पॉजिटिविटी रेट 0:3 प्रतिशत है। यह सब टीम वर्क का परिणाम है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इसके लिए सभी मंत्रीगण को साधुवाद दिया।
आय के वैकल्पिक स्त्रोतों के लिए मंत्री-समूह
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण प्रदेश की आर्थिक स्थिति प्रभावित हुई है। आय के अन्य स्त्रोत और वैकल्पिक व्यवस्था कर कमी पूरी की जाएगी। राजस्व का मितव्ययता से उपयोग किया जाएगा और बेहतर वसूली सुनिश्चित की जाएगी। इस दिशा में निरंतर प्रयास और बेहतर प्रबंधन से हम लक्ष्य के अनुरूप व्यवस्था जारी रखेंगे। आय के अन्य स्त्रोतों को चिन्हित करने और वैकल्पिक व्यवस्थाओं पर प्राप्त सुझावों को संकलित कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए मंत्री.समूह गठित किया जाएगा। मंत्री-समूह जून अंत तक अपनी रिपोर्ट देगा।
स्कूल और कॉलेज स्तर पर शिक्षा व्यवस्था
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस पर भी विचार करना है कि कोविड निर्मित परिस्थितियों में स्कूल और कॉलेज स्तर पर शिक्षा व्यवस्था कैसी होगी। इसमें तकनीक का किस सीमा तक और किस प्रकार उपयोग किया जा सकता है। इन परिस्थितियों में और क्या नवाचार या पहल हो सकती हैंए यह भी सोचना होगा।
स्वास्थ्य एवं शिक्षा में सुधार
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में नए उपए प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और सीण्एमण् राइज स्कूल स्थापित किए जाने है। ये केन्द्र बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार करेंगे और विद्यार्थियों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलब्ध कराएँगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्वास्थ्य केन्द्रों और स्कूलों की स्थापना में मानवीय दृष्टिकोण से काम लिया जाए। जिन क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं और शालाओं की कमी हैए वहाँ प्राथमिकता के आधार पर केन्द्र स्थापित किए जाएँ। सीण्एमण् राइज स्कूल में नई शिक्षा नीति के सभी प्रावधानों को लागू किया जाएगा।
सभी वर्गों के कल्याण के लिए योजनाएँ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गरीबए किसानए माताओंए बहनों और बच्चों के कल्याण की योजनाओं पर भी सुझाव आमंत्रित हैं। प्रदेश में विकास गतिविधियाँ और जन.कल्याण के कार्यक्रम निरंतर जारी रहेंगे। इनके लिए पर्याप्त धन की व्यवस्था करना होगी। आय के अन्य स्रोतों और वैकल्पिक व्यवस्था के संबंध में विचार करना होगा। गरीबों के कल्याण और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित करने पर विचार करना होगा।
एक माह में एक लाख युवाओं को रोजगार
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में एक माह में एक लाख युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए कार्य-योजना तैयार की जाएगी। इसके तहत केवल शासकीय नौकरियों में ही नहीं बल्कि युवाओं को निजी क्षेत्रों में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रयास किए जाएँगे। इसके तहत मनीओरिएंटेड कोर्सेज़ए पशुपालनए डेयरी विकासए लोहारीए गार्डनिंग आदि का प्रशिक्षण दिया जाएगा। विभिन्न लघु एवं कुटीर उद्योगों के संबंध में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
तेज गति से टीकाकरण
प्रदेश में टीकाकरण गतिविधियों को विस्तार देने की आवश्यकता है। इसे प्रदेश में अभियान का रूप देकर रिकार्ड समय में पूर्ण करना है। वैक्सीनेशन सुरक्षा चक्र है। प्रदेश में कोरोना को रोकने के लिए टीकाकरण अभियान का अभिनव मॉडल प्रस्तुत करना है।
जुलाई से प्रारंभ होगा त्रि-दिवसीय वैक्सीनेशन महाअभियान
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जुलाई के प्रथम सप्ताह में एक से 3 जुलाई के मध्य वैक्सीनेशन के लिए त्रि.दिवसीय महा अभियान प्रारंभ किया जाएगा। उन्होंने कहा मैंए मंत्री.मंडल के सभी सदस्यए कोरोना वॉलिंटियर्सए क्राइसिस कमेटी के सदस्यए सड़क पर उतरकर जनता से अपील करेंगे कि वैक्सीनेशन अवश्य कराएँ। इसके लिए होर्डिंग्सए बैनर्सए वॉल पेंटिंगए वीडियो स्पाट्स आदि के माध्यम से वैक्सीनेशन का व्यापक भरपूर प्रचार.प्रसार कराया जाएए जिससे अधिक से अधिक लोग वैक्सीनेट हो सकें।
अब थैले में दिया जाएगा उचित मूल्य दुकान से राशन
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गरीबों को निरूशुल्क राशन प्रदाय किया जा रहा है। केन्द्र सरकार द्वारा निरूशुल्क राशन प्रदाय नवम्बर माह तक के लिए बढ़ा दिया गया है। अब उचित मूल्य दुकान से राशन थैले में दिया जाएगा। थैले पर टीकाकरण और अन्य योजनाओं के संबंध में संदेश भी अंकित होंगे।
जारी रहेगा सिलसिला
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मंत्री.मंडल की पिछली बैठक 5 जनवरी को कोलार डैम पर हुई थीए जिसमें यह तय हुआ था कि हर छरू महीने में इस प्रकार की अनौपचारिक बैठक होगीए परंतु कोरोना के कारण यह संभव नहीं हो पाया। आगे सिलसिला जारी रहेगा। बैठक का प्रारंभ वंदे-मातरम के गान के साथ हुआ। कोरोना संक्रमण में दिवंगत व्यक्तियों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनिट का मौन रखा गया।
जिले में आज तीन व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव मिले, 02 व्यक्ति रिकवर हुए, कुल रिकवर व्यक्ति की संख्या 9989, वर्तमान में कोरोना एक्टिव-पॉजिटिव की संख्या 16
पिछले 24 घंटे के दौरान प्राप्त रिपोर्ट में कोविड-19 पॉजिटिव व्यक्तियों की संख्या तीन है। इछावर के कालापीपल, आष्टा के मुरावर तथा नसरूल्लागंज के मगरिया से 1-1 व्यक्ति की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हुई है। वर्तमान में एक्टिव सक्रिय पॉजीटिव मरीजों की संख्या 16 है। आज 02 व्यक्ति डिस्चार्ज स्वस्थ हुए है। अब तक कुल डिस्चार्ज हुए व्यक्तियों की संख्या 9989 है। संक्रमित व्यक्तियों की मृत्यु संख्या 115 है। सीएमएचओ कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज 1026 सैम्पल लिए गए है। सीहोर शहरी क्षेत्र से 181 सैम्पल लिए गए, श्यामपुर सामु.स्वास्थ्य केन्द्र अंतर्गत 201, विकासखण्ड नसरूल्लागंज से 168, विकासखण्ड आष्टा से 255, विकासखण्ड बुदनी अंतर्गत 28 सैम्पल तथा विकासखण्ड इछावर के 193 सैम्पल शामिल है। अभी तक कुल जांच के लिए भेजे गए सेंपल 156496 हैं जिनमें से 144179 सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। आज 1030 सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। कुल 2126 सैंपलों की रिपोर्ट आना शेष है। पैथोलॉजी द्वारा कोरोना वायरस सेंपल की रिजेक्ट संख्या कुल 71 है। जिले में जो व्यक्ति होम क्वारंटाइन में हैं उनके निवास स्थान से सीधे संवाद हेतु जिला स्तरीय कोविड-19 कॉल सेंटर स्थापित किया गया है। जिसका संपर्क नंबर- 07562-1075 है। जिला स्तर पर जिला कोविड कमांड कंट्रोल सेंटर का मोबाइल नंबर 9425400273, 7987652577, 9425400453 पर कॉल सेंटर पर संपर्क किया जा सकता है। राज्य स्तर पर 104/181 नंबर पर कॉल करके भी टेलीमेडिसिन सेवा का लाभ लिया जा सकता है। 104 नंबर पर ई-परामर्श सेवा का भी लाभ लिया जा सकता है। होम क्वारंटाईन व्यक्तियों तथा उनके परिजनों के लिए हेल्पलाइन नंबर 18002330175 जारी किया गया है। होम क्वारंटाईन व्यक्ति अथवा उनके परिजन इमोशनल वेलनेस अथवा साइकोलॉजिकल सपोर्ट एवं अन्य जरूरी परामर्श मानसिक सेवा प्रदाताओं से नि:शुल्क प्राप्त कर सकते हैं।
सीएम हेल्पलाइन शिकायतों का संतोषजनक निराकरण किया जाना सुनिश्चित करें - संभागायुक्त श्री कियावत
सीएम हेल्पलाइन शिकायतों का उच्च प्राथमिकता पर मुश्तैदी से निराकरण करवाएं, संतोषजनक निराकरण के बाद ही शिकायत को बंद किया जाए। उक्ताशय के निर्देश संभागायुक्त श्री कवीन्द्र कियावत ने सीएम हेल्पलाइन की संभागीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए। श्री कियावत ने संभाग के सभी जिलों के साथ ही विभागवार सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा कर त्वरित निराकरण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गंभीरता से न लेने के कारण कई शिकायतें बेवजह L1 से L4 स्तर तक पहुंच जाती हैं। विभाग से संबंधित शिकायत न होने पर, नियामाधीन लाभ न दिए जाने पर या अन्य निराकृत योग्य कारण न होने पर, ही शिकायतों को फोर्स क्लोज किया जाए। अंतर विभागीय मुद्दों का आपसी समन्वय से निराकरण किया जाए। हितग्राही मूलक योजनाओं में लाभ न मिलने की शिकायतों में आवश्यक दस्तावेज या जानकारी प्रथम संपर्क पर ही जुटाई जाए। मैदानी अमला हितग्राही को विस्तृत जानकारी देकर आवश्यक दस्तावेज या जानकारी लें तो लोक स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग की शिकायतें अपने आप कम हो जाएंगी। सतही कारणों को शिकायत बंद करने का आधार नहीं माना जा सकता। ठोस कारण के साथ, आवेदक को अवगत करा कर एवं संतुष्ट करके ही शिकायते बंद की जाए। संभागायुक्त श्री कियावत ने ऊर्जा विभाग, खाद्य आपूर्ति, नगर पालिका, नगर परिषद अन्य नगर निकाय, पंचायती राज, प्राकृतिक प्रकोप राहत, राजस्व, पुलिस, लीड बैंक, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, संस्थागत वित्त, सामान्य प्रशासन, मनरेगा, सामाजिक न्याय एवं निशक्त कल्याण, सुल्तानिया महिला चिकित्सालय, आरजीपीवी, चिकित्सा शिक्षा, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण, बरकतउल्लाह विश्वविद्यालय और भोज मुक्त विश्वविद्यालय विभागों की लंबित हेल्पलाइन शिकायतों की विस्तृत समीक्षा कर त्वरित निराकरण के निर्देश दिए।
अन्तर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस पर होंगे ऑनलाइन कार्यक्रम
संचालक सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण श्री स्वतंत्र कुमार सिंह ने 26 जून अन्तर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस पर सभी कलेक्टरों को केवल दृश्य-श्रव्य (ऑडियोध्विजुअल) के माध्यम से ही ऑनलाइन कार्यक्रम करने के निर्देश दिये हैं। कलेक्टरों से कहा गया है कि इस दिन मादक द्रव्य.पदार्थों के सेवन से मनुष्य जीवन पर होने वाले दुष्प्रभावों पर केन्द्रित विषय पर तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता वेबकास्ट के माध्यम से आयोजित करें। प्रतियोगिता में छात्र.छात्राओं के अलावा समाज के प्रत्येक वर्ग का भी प्रतिनिधित्व हो। इस संबंध में स्थानीय स्वयंसेवी संस्थाओं का भी सहयोग लिया जा सकता है। श्री सिंह ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड.19 के मद्देनज़र नशा निवारण दिवस पर किसी प्रकार के कार्यक्रम और समारोह करना उचित नहीं है। इसलिए नशील पदार्थ के दुरूपयोग और अवैध व्यापार के विरूद्ध मनाये जाने वाले अन्तर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस पर दृश्य-श्रव्य माध्यमों द्वारा मादक पदार्थोंए द्रव्यों और नशीली दवाओं के दुष्परिणामों से युवाओं और समाज में जागरूकता के लिये जिला स्तर पर कार्यवाही करें। उल्लेखनीय है कि हर साल 26 जून को नशीले पदार्थों के दुरूपयोग और अवैध व्यापार के विरूद्ध जन.जागृति के लिये अन्तर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य मादक पदार्थोंए द्रव्योंए नशीली दवाओं और नशा सेवन की समाज में बढ़ रही प्रवृत्ति पर रोकथाम करना है। नशा सेवन से होने वाले दुष्परिणामों से समाज के विभिन्न वर्गों को जागरूक करते हुए नशामुक्ति के लिये प्रेरित करना है।
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