राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उत्तराखंड के प्रांत प्रचारक श्री यदुवीर सिंह ने इस अवसर पर कहा कि कोरोना संकट प्राकृतिक संकट नहीं है बल्कि चीन द्वारा प्रायोजित जैविक युद्ध का पूर्वाभ्यास है। श्री यदुवीर ने कहा कि हम सिर्फ सरकार के भरोसे रह कर ही किसी संकट का मुकाबला नहीं कर सकते विभिन्न सामाजिक संगठनों को भी अपने मानव सेवा के दायित्व का निर्वहन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मानवता की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है और इस दिशा में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की भूमिका सुखद रही है। श्री यदुवीर ने कहां की भारत की बढ़ रही ताकत से घबरा कर यह षड्यंत्र चीन द्वारा किया गया जिसके प्रमाण धीरे-धीरे विश्व के सामने आ रहे हैं। उन्होंने वर्तमान समय में संगठित होकर मानव सेवा का संकल्प लेने की अपील की।। दून विश्वविद्यालय की कुलपति सुरेखा डंगवाल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि कोरोना काल में दून विश्वविद्यालय ने अपने सामाजिक दायित्वों का पालन किया है तथा मानवता की रक्षा में अपने को लगाया। कुलपति ने विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, मुख्य वक्ता डॉक्टर बिंदेश्वर पाठक एवं विशिष्ट अतिथि श्री यदुवीर सिंह के विभिन्न कार्यक्रमों में सहभागिता की चर्चा की तथा कहा कि सरकार के अतिरिक्त विभिन्न संगठनों के प्रयास से आज कोरोना संक्रमण पर लगाम लग रहा है।। डॉ० मंगल सिंह कुलसचिव दून विश्वविद्यालय ने इस कार्यक्रम में सहभागिता देने वाले सबों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन किया। प्रोफेसर एच, सी, पुरोहित ने इस वेब संगोष्ठी का संचालन किया, संगोष्ठी में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय समाजशास्त्र विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर विनोद कुमार चौधरी ने भी अपना विचार व्यक्त किया तथा कहा कि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय ने भी कोरोना संक्रमण के काल में अपने सामाजिक दायित्व के निर्वहन में सफल रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में लगातार पूर्व से ही स्वच्छता अभियान चलता रहा है। प्रो०विनोद कुमार चौधरी ने इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त की।।
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