पटना। सेव द चिल्ड्रन के द्वारा बाल श्रम के विरूद्ध पर नुक्कड़ नाटक व विषयगत विचार विमर्श का आयोजन किया गया। सेव द चिल्ड्रन "अर्बन रेजिलीएन्स" परियोजना के माध्यम से पटना के 2 वार्ड के 10 स्लमों में बाल सुरक्षा, पोषण, शिक्षा, आपदा जोखिम न्यूनीकरण, आदि विषयों पर कार्य कर रही है। संस्था द्वारा शहरी स्थानीय स्वशासन के सशक्तिकरण तथा वार्ड के विकास में जन भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा मुख्य मंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम को विद्यालयों में लागू करने के लिए भी प्रयासरत है। बाल श्रम, बाल मजदूरी, लिंग भेद आदि के रोकथाम के लिए जन जागरूकता कार्यक्रमों का संचालन भी किया जा रहा है। “बाल श्रम मुक्त बिहार” के लिए एक पहल के रुप में सेव द चिल्ड्रन पटना के 4 बस्तियों/मुहल्लों – कमला नेहरू नगर, अदालत गंज, केतारी मुहल्ला, आर.-ब्लॉक में बाल श्रम के मुद्दे पर जागरूकता के लिए नुक्कड़ नाटक/ विषयगत विचार विमर्श आयोजन किया। इन कार्यकर्मों का आयोजन बाल श्रम के मुद्दे को उठाना, सामाज में सामान्य रूप से इसकी विडम्बनापूर्ण स्वीकार्यता, आम लोगों में इस मुद्दे पर संवेदनशीलता तथा इस बुराई की समाप्ति के लिए सम्बंधित सभी हितधारकों को प्रेरित करने के उद्देश्य से किया गया। श्री राफे एजाज हुसैन, प्रमुख - परियोजना कार्यालय (बिहार), सेव द चिल्ड्रन ने अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक संगठन (आई.एल.ओ.) और यूनिसेफ की हालिया रिपोर्ट "चाइल्ड लेबर- ग्लोबल एस्टीमेट्स 2020, ट्रेंड्स एंड द रोड फॉरवर्ड" के हवाला से चिंताजनक निष्कर्ष पर प्रकाश डालते हुए बताया कि कोविंद- 19 का संकट बाल श्रम के खिलाफ हासिल किए गए वैश्विक प्रगति को नष्ट करने की क्षमता रखता है यदि इसके खिलाफ तत्काल उपाय नहीं किए जाते है। इस रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक स्तर पर महामारी से प्रेरित बढ़ती गरीबी के परिणामस्वरूप 2022 के अंत तक 8.9 मिलियन (89 लाख) बच्चे बाल श्रम की स्थिति में होंगे। नुक्कड़ नाटक में “बाल श्रम के विरुद्ध विश्व दिवस 2021” का थीम “कोरोना वायरस के दौर में बच्चों को बचाना” को ध्यान में रखते हुए कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा किए गए लॉक डाउन के कारण आर्थिक तंगी झेल रहे परिवार के बच्चों को बाल श्रम जैसे संकटों से बचाने का संदेश दिया गया। नाटक में मुख्य रूप से कृष्णा कुमार (केतरी मुहल्ला), समीर कुमार, दीपक कुमार तथा मनीष कुमार (कमला नेहरू नगर) ने किरदार निभाया। नाटक के दौरान बच्चों ने लोगों को बाल श्रम से होने वाले नुकसान, बाल श्रम के रोकथाम के लिए सरकार द्वारा बनाए गए कानून तथा बच्चों की सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में लोगों को जागरूक किया। 4 मुहल्लों में किए गए नाटक के माध्यम से 500 से अधिक लोगों तक पहुंच बनाई गई जिसमें बच्चे, युवा, वयस्क और लड़के और लड़कियां शामिल थे। इस अवसर पर सेव द चिल्ड्रन के मंजुला डुंगडूंग, इबराना नाज़, राजीव कुमार, राणा रंजीत, अभयकान्त श्रीवास्तव, जयप्रकाश, बिपिन कुमार आदि शामिल हुए।
बुधवार, 16 जून 2021
बिहार : सेव द चिल्ड्रन के द्वारा बाल श्रम के विरूद्ध पर नुक्कड़ नाटक
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