पुष्पम प्रिया चौधरी प्लुरल्स की प्रेसिडेंट हैं। उन्होंने प्लुरल्स के माध्यम से 2020 में एक राजनीतिक आंदोलन “सबका शासन” की शुरुआत की है। यह ‘प्लुरल’ का राजनीतिक दर्शन ही है जो उनको, उनकी विचारधारा को और साथ ही उनके आंदोलन को परिभाषित करता है। प्लुरल्स वर्तमान राजनीतिक व्यवहार के विरूद्ध खड़ा होकर बिहार की राजनीति को पुन: परिभाषित कर रहा है। वे मज़बूती से यक़ीन करती हैं कि यह देश जिन सिद्धांतों और मज़बूत नैतिकता के धरातल पर जन्मा था, उन बुनियादी तत्त्वों को फिर से स्थापित करने की आवश्यकता है। “राजनीति को बदलना होगा क्योंकि लोगों का भविष्य और उनकी भलाई इस पर अब पहले से भी ज़्यादा आश्रित है। हम पीछे छूट जाने का जोखिम नहीं ले सकते। किसी को तो आगे आना होगा। मैं वह ‘किसी’ बनने जा रही हूँ।” वे राजनीति को पॉज़िटिव, प्रॉडक्टिव और पॉलिसी निर्माण पर केंद्रित करना चाहती हैं - “मैं सिर्फ़ कार्यक्रम-आधारित राजनीति (programmatic politics) का समर्थन करती हूँ।” पुष्पम प्रिया चौधरी का लालन-पालन दरभंगा, बिहार में हुआ। वे अपनी उच्च शिक्षा के लिए बिहार से बाहर गईं। बाद में वे यूनाइटेड किंगडम गईं और यूनिवर्सिटी ऑफ ससेक्स के इंस्टीट्यूट ऑफ डिवेलपमेंट स्टडीज़ से डिवेलपमेंट स्टडीज़ में स्नातकोत्तर की डिग्री ली। इस पढ़ाई में उनके विषय रहे गवर्नन्स, डेमोक्रेसी और डिवेलपमेंट ईकोनोमिक्स । उन्होंने समस्त विश्व की प्रभावशाली नीतियों के साथ-साथ बिहार और भारत की असफल नीतियों पर शोध किया। उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव 2015 की पृष्ठभूमि में वोटिंग पैटर्न और वोटिंग व्यवहार पर भी फ़ील्ड में एक मौलिक शोध किया और “पार्टी-कैंडिडेट-वोटर लिंक़ेज तंत्र आधारित उत्तरदायित्व व सुनवाई” पर अपनी थीसिस लिखी जिसे तुलनात्मक चुनाव अध्ययन के मानद विशेषज्ञों द्वारा काफ़ी सराहा गया।
पुष्पमप्रिया चौधरी पुलुरलस पार्टी की अध्यक्ष आज किसी परिचय की मोहताज नहीं है। आज ही के दिन उनका जन्म दरभंगा जिला के प्रबुद्ध राजनीतिक परिवार में 1987 ईस्वी को हुआ था प्रोफेसर विनोद कुमार चौधरी पूर्व सदस्य बिहार विधान परिषद एवं अध्यक्ष विश्वविद्यालय समाजशास्त्र विभाग ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय एवं डॉ श्रीमती सरोज चौधरी विभागाध्यक्ष समाजशास्त्र महारानी कल्याणी महाविद्यालय लहेरिया सराय की दूसरी पुत्री है। प्रसिद्ध बुद्धिजीवी एवं राजनेता स्वर्गीय प्रोफ़ेसर उमाकांत चौधरी एवं स्वर्गीय श्रीमती तारा देवी की वह पोती है। हायाघाट प्रखंड के बसहामिर्जापुर पंचायत का बिशनपुर उनका पैतृक गांव है। पुष्पम प्रिया ने अपना प्रारंभिक शिक्षा दरभंगा के प्रसिद्ध होली क्रॉस एवं रोज पब्लिक स्कूल से प्राप्त किया । स्नातक डिग्री उन्होंने राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सिंबायोसिस इंस्टिट्यूट पुणे से हासिल की। पश्चात उच्चतर शिक्षा शिक्षा के लिए वह लंदन रवाना हो गई जहां उसने दो विश्व प्रसिद्ध संस्थान से विभिन्न विषयों में दो उपाधि प्राप्त की।
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