- जिला प्रशासन की जांच रिपोर्ट पर भाजपा को भरोसा क्यों नहीं.
- एनआईए जांच की कोई आवश्यकता नहीं, बिहार सरकार उच्चस्तरीय जांच कराए.
पटना 12 जून, भाकपा-माले की एक उच्चस्तरीय जांच टीम जिसमें राज्य कमिटी के सदस्य एस के शर्मा, भागलपुर जिला कमिटी के सदस्य मुकेश मुक्त और बांका जिला के संयोजक संजय मंडल शामिल थे, ने आज घटना स्थल पर जाकर बांका बम विस्फोट की जांच की. माले जांच दल ने कहा है कि स्थानीय लोगों से बातचीत के आधार पर जिला प्रशासन का दिया गया बयान और आॅब्जर्वेशन ही सही प्रतीत हो रहा है. यह एक सामान्य किस्म की घटना प्रतीत हो रही है, जिसे भाजपा के लोग जानबूझकर आतंकी कनेक्शन बता रहे हैं. जांच दल की समझ है कि इस घटना की बिहार सरकार उच्चस्तरीय जांच कराए, एनआईए की जांच की किसी भी प्रकार की आवश्यकता नहीं है. नवटोलिया गांव एक बेहद साधारण सा गांव है. यहां के लोग मजदूरी व बटाईदारी का काम करते हैं. विस्फोट में कई लोगों की घायल होने की भी सूचना आई थी. लेकिन पूरे इलाके में इस बात की कहीं कोई चर्चा नहीं है. यह सुनी सुनाई बात और अफवाह प्रतीत हो रही है. इलाके में फिलहाल कहीं कोई तनाव की स्थिति भी नहीं दिखी. हमारी बिहार सरकार से मांग है कि इस घटना की आड़ में सांप्रदायिक उन्माद व अफवाह फैलाने वाली ताकतों पर कड़ी निगरानी रखे. घटना को आतंकवाद से जोड़ना पूरी तरह गलत है. भाजपा के लोग इस घटना को गलत दिशा देकर राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द को भंग करना चाहते हैं और अपने विभाजकारी एजेंडा को बढ़ाना चाहते हैं.
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