साउथम्पटन, 23 जून, अपने शीर्ष तेज गेंदबाज टिम साउदी की अगुवाई में अपने गेंदबाजों के लाजवाब प्रदर्शन से न्यूज़ीलैंड ने भारत को आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के छठे और आखिरी दिन बुधवार को दूसरी पारी में 170 रन पर समेट दिया जिससे उसे विश्व टेस्ट चैंपियन बनने के लिए 139 रन का लक्ष्य मिला और इस लक्ष्य को उसने 45.5 ओवर में दो विकेट पर 140 रन बनाकर पहला आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियन बनाने का गौरव हासिल कर लिया। न्यूज़ीलैंड का यह पहला विश्व टेस्ट खिताब है। केन विलियम्सन ने इस जीत के साथ विराट कोहली का पहला आईसीसी खिताब जीतने का सपना तोड़ दिया। विराट को 2019 में इंग्लैंड में हुए विश्व कप के सेमीफाइनल में न्यूज़ीलैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। भारत का 2013 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद अगला आईसीसी खिताब जीतने का इंतजार लगातार बढ़ता जा रहा है। इस फ़ाइनल में एक अतिरिक्त दिन छठे और रिज़र्व दिन के रूप में जोड़ा गया था। मैच में पहले और चौथे दिन का खेल पूरी तरह बारिश से धुल गया था और बाकी तीन दिन भी बारिश से बाधा रही थी लेकिन मैच के छठे और रिज़र्व दिन मौसम पूरी तरह साफ़ रहा और न्यूज़ीलैंड ने भारत को दूसरी पारी में 170 रन पर निपटाकर खिताब अपने नाम कर लिया। लक्ष्य का पीछा करने उतरे न्यूज़ीलैंड को ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने पहली दो सफलताएं लेकर दो शुरूआती झटके दिए लेकिन कप्तान विलियम्सन ने रॉस टेलर के साथ 96 रन की बेहतरीन अविजित साझेदारी कर पहला विश्व टेस्ट चैंपियनशिप खिताब न्यूज़ीलैंड की झोली में डाल दिया। अश्विन ने टॉम लाथम को ऋषभ पंत के हाथों स्टंप कराया और फिर डेवोन कॉनवे को पगबाधा कर दिया। लाथम ने नौ रन बनाये जबकि कॉनवे ने 47 गेंदों में 19 रन बनाये। अश्विन ने विलियम्सन को पगबाधा कर दिया था लेकिन कीवी कप्तान ने डीआरएस लिया और अम्पायर को अपना फैसला बदलना पड़ा। विलियम्सन ने इसके बाद कप्तानी पारी खेलते हुए 89 गेंदों में आठ चौकों की मदद से नाबाद 52 रन बनाये जबकि विजयी चौका लगाने वाले टेलर ने 100 गेंदों में छह चौकों की मदद से अविजित 47 रन बनाये।
न्यूज़ीलैंड को पहली पारी में 32 रन की मामूली बढ़त हासिल थी लेकिन बारिश से प्रभावित इस मुकाबले में उस बढ़त का असर अंतिम दिन दिखाई दिया। मैच में छठा दिन रिज़र्व दिन रखा गया था और आज इस दिन खेल जारी रहा। साफ़ मौसम में भारत ने दो विकेट पर 64 रन से अपनी पारी को आगे बढ़ाया। कप्तान विराट कोहली ने आठ रन और चेतेश्वर पुजारा ने 12 रन से आगे खेलना शुरू किया। न्यूज़ीलैंड के गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों को अपनी सटीक गेंदबाजी से लगातार दबाव में रखा। पहली पारी में पांच विकेट लेने वाले छह फुट आठ इंच लम्बे तेज गेंदबाज काइल जेमिसन ने विराट को विकेटकीपर बीजे वाटलिंग के हाथों कैच करा दिया। भारत का तीसरा विकेट 71 के स्कोर पर गिरा और विराट अपने स्कोर में में पांच रन का इजाफा कर 13 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। जेमिसन ने फिर पुजारा को स्लिप में रॉस टेलर के हाथों कैच करा दिया। पुजारा ने अपने स्कोर में तीन रन जोड़े और 15 रन बनाकर वापस चल पड़े। इसके बाद उपकप्तान अजिंक्या रहाणे और विकेटकीपर ऋषभ पंत ने पांचवें विकेट के लिए 37 रन जोड़े। हालांकि ट्रेंट बोल्ट ने रहाणे को वाटलिंग के हाथों कैच करा दिया। रहाणे ने 40 गेंदों का सामना कर 15 रन बनाये। पंत ने फिर रवींद्र जडेजा के साथ छठे विकेट के लिए 33 रन की साझेदारी की। नील वाग्नेर ने लेग साइड पर फील्डर रखते हुए सटीक गेंदबाजी की और फिर एक गेंद को ऑफ स्टंप से बाहर निकालते हुए जडेजा को वाटलिंग के हाथों कैच करा दिया। जडेजा ने 49 गेंदों में 16 रन बनाये। जडेजा के आउट होने के बाद पंत भी अपना धैर्य खो बैठे और बोल्ट की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में गेंद को ऊंचा खेल गए जिस पर हेनरी निकोल्स ने अपने पीछे दौड़ लगाने के बाद शानदार अंदाज में कैच लपक लिया।। भारत का सातवां विकेट 156 के स्कोर पर गिरा। पंत ने 88 गेंदों में चार चौकों के सहारे सर्वाधिक 41 रन बनाये। इसी स्कोर पर रविचंद्रन अश्विन अगली गेंद पर पहली स्लिप में टेलर के हाथों लपके गए। अश्विन ने सात रन बनाये। मोहम्मद शमी ने आने के बाद 10 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 13 रन बनाये लेकिन वह साउदी का दिन का पहला और पारी का तीसरा शिकार बन गए। साउदी ने फिर जसप्रीत बुमराह को टॉम लाथम के हाथों शून्य पर कैच कराकर भारत की पारी 170 रन पर समेट दी। इशांत शर्मा एक रन पर नाबाद रहे। न्यूज़ीलैंड की तरफ से साउदी ने 48 रन पर चार विकेट, बोल्ट ने 39 रन पर तीन विकेट, जेमिसन ने 30 रन पर दो विकेट और वाग्नेर ने 44 रन पर एक विकेट लिया।
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