किसानों को बेकारी ओर महंगाई के दलदल में धंसते हुए खेती करने के लिए मजबूर कर दिया
- अ भा किसान सभा के प्रदेश महासचिव बैरागी ने केन्द्र सरकार द्वारा जारी नीति की आलोचना की
सीहोर। निरंतर कृषि लागत बढती चली जा रही है बीज खाद कीटनाशक बिजली दरों डीजल पेट्रोल के निरंतर दरो ने किसानों को बेकारी ओर महंगाई के दलदल में धंसते हुए खेती करने के लिए मजबूर कर दिया है। अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेश महासचिव प्रह्लाद दास बैरागी ने केन्द्र सरकार द्वारा जारी नीति की आलोचना की है। रविवार को उन्होने कहा कि स्वयं सरकार के वित्त ,सांख्यिकी एवं वार्णिय विभाग देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति को गंभीर बताते हुए यह कहा रहे हैं सिर्फ कृषि क्षेत्र ने ही जीडीपी मे योगदान दिया है इस सच्चाई को स्वीकार करने के बाद भी न्यूनतम समर्थन मूल्य में मात्र 1 से 7 प्रतिशत की मूल्य वृद्धि की गईं हैं। केन्द्र सरकार ने विभिन्न अवसरों पर इस बात को स्वीकार किया कि कोरोना कॉल सहित अन्य दबाबो के कारण भारत में गंभीर आर्थिक सुस्ती आईं हैं ओर उत्पादन लागत दर बढ जाने के कारण कारखानों को बंदी का सामना करना पड़ा रहा है। सरकारी तेल कंपनियों ने 4मई से 22 दिनों में वृद्धि कर कर 5,17रूपये डीजल 5Ó24 पेट्रोल को महंगा कर दिया कई राज्यो क्षेत्र मे बिजली मिलती नही है डीजल पर ही खेती निर्भर है 100रूपये लीटर डीजल खरीद कर खेती करना पडता है। उन्होने कहा की स्वामीनाथन अयोग की सिफारिश के अनुसार किसानों को उनके सभी कृषि उत्पादनों का मूल्य निर्धारण कर दिये जाए लेकिन सिद्दांत देने वाली अनुशंसा के साथ धोखा करते हुए 16 से 18 लाख हजार करोड़ रुपये रुपये 2 वर्ष मे उधौगो को सरकार ने सबसिडी के रूप में दे दिए लेकिन ु किसानों को फामूले पर उनकी उपज का दाम नहीं दिया। प्रदेश सोयाबीन उत्पादन में देश मे दुसरे नम्बर पर हैं लेकिन राज्य सरकार की किसान विरोधी नीतियों के चलते इस वर्ष बीज के अभाव में सोयाबीन का रकवा एक चौथाई ही रहेगा प्रदेश सरकार की किसान विरोधी नीतियों के चलते यह स्थिति निर्मित हो गई है। पिछले साल सोयाबीन की फसल अतिवृषटी ओर रोग के कारण पूर्ण रूप से नष्ट हो गई थी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार द्वारा किसान विरोधी नीतियों के कारण पिछले वर्ष बर्बाद फसल का प्रधानमंत्री फसल बीमा अभी तक किसानों को नहीं मिला है। जबकि मध्यप्रदेश ओर मुख्यमंत्री के गृहजिला सीहोर हीं मे प्रधानमंत्री ने तमाम घौषणा की थी। हम मांग करते हैं कि सोयाबीन के उच्च क्वालिटी का बीज राज्य सरकार केन्द्र सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य पर उपलबध कराऐ अन्यथा आने वाले दिनों में अखिल भारतीय किसान सभा ओर संयुक्त किसान मोर्चा प्रदेश व्यापी आन्दोलन करने को बाध्य होगा।
मनाई गई महाराणा प्रताप की जयंती, दी गई दिवंगतों को श्रद्धांजली, युवापीढ़ी को राष्ट्र और धर्म सांस्कृति के विरोधियों से संभलकर रहना होगा-बाघेला
सीहोर। युवापीढ़ी को राष्ट्र और धर्म सांस्कृति के विरोधियों से संभलकर रहना होगा। सेवा का पुनित संकल्प लेकर देश और सनातन सांस्कृति की रक्षा के लिए वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप के पथ पर युवापीढ़ी को चलना होगा उक्त विचार महाराणा प्रताप जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महाराणा प्रताप संगठन के राष्ट्र अध्यक्ष ज्ञान सिंह बाघेला ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। महाराणा प्रताप युृवा संगठन के द्वारा रविवार को बस स्टेंड स्थित नर्मदा अस्पताल परिसर में महाराणा प्रताप जयंती मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ महाराणा प्रताप के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित एवं माल्यार्पण कर संगठन के राष्ट्र अध्यक्ष और नर्मदा सेवा अस्पताल के संचालक ज्ञान सिंह बाघेला और संगठन मंत्री भगवान सिंह, प्रदेश सचिव हरिनारायण,प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष लखन सिंह राजपूत के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के दौरान कार्यकर्ताओं द्वारा दिवांगत वरिष्ठ समाजसेवी सवाई सिंह बाघेला सहित कोरोना महामारी से अनायस मृत्यु को प्राप्त हुए नागरिकों को मौन रखकर विनम्र श्रद्धांजली अर्पित की और अन्य संक्रमित उपचार्थ मरीजों के शीघ्र स्वास्थ्य होने की कामना भी ईश्वर से की गई। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए श्री बाघेला ने महाराणा प्रताप के द्वारा देश और सनातन धर्मियों के हित में किए गए अत्याचारियों से युद्ध की जानकारी दी। उन्होने कहा की प्रताप लक्ष्य राज करना नहीं प्रथम लक्ष्य समाजसेवा था। अपनी मातृभूमि के लिए वह हरदम लड़ते रहे। महाराणा के साथ अश्व चेतक भी अमर हो गया। महाराणा से युृवा पीढ़ी को प्रेरणा लेने की जरूरत है। कार्यक्रम में कोषाध्यक्ष कैलाश राजपूत, राहुल सिंह राजपूत, देवेंद्र राजपूत, नारायण सिंह राजपूत, सतीश मेवाड़ा, भगवान सिंह मेवाडा, हेम सिंह राजपूत, राजेश दीनदयाल, राम सिंह, दिनेश राजपूत, माखन सिंह सिसोदिया, सुनील राजपूत, अरविंद राजपूत आदि लोग उपस्थित थे।
18 से 44 आयु वालों के लिये ऑनलाइन बुकिंग/पंजीयन शुरू, सीहोर के महिला पालिटेक्निक कॉलेज में लगेगी वेक्सीन
सोमवार 14 जून को भोपाल नाका स्थित महिला पालिटेक्निक कॉलेज में 18 से 44 आयु वर्ग वालों को कोविड का टीका लगाया जाएगा. इसके लिये ऑनलाइन पंजीयन/बुकिंग शुरू कर दी गई है. 18 प्लस के लक्षित हितग्राही अपना ऑनलाइन पंजीयन करवाकर सोमवार को टीकाकरण करवा सकते है. 45 से ऊपर आयु वर्ग वालों का टीकाकरण आवासीय खेलकूद संस्थान में किया जाएगा 45 से ऊपरी आयु के हितग्राही सीधे टीकाकरण स्थल पर पहुंचकर आनसाइट ( सत्र स्थल पर ही) पंजीयन करवा सकेंगे उन्हें ऑनलाइन पंजीयन की जरुरत नहीं है. सोमवार को जिले के 83 अन्य टीकाकरण केन्द्रो पर कोविड का टीका लगाया जाएगा.उक्त जानकारी जिला टीकाकरण अधिकारी dr. एमके चंदेल ने दी है.
आज 1566 व्यक्तियों को लगा कोरोना का टीका
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर प्रदेश के साथ ही सीहोर जिले में कोविड टीकाकरण किया जा रहा है। रविवार को जिले के 12 सत्रों में कुल 1566 व्यक्तियों को कोरोना का प्रथम एवं द्वितीय टीका लगाया गया। आष्टा के 02 सत्र में 350 बुधनी के 03 सत्र में 216, इछावर के एक सत्र में 538, नसरुल्लागंज के 03 सत्र में 271 एवं श्यामपुर के 04 सत्र में 216 व्यक्तियों को कोविड का टीका लगाया गया।
जिले में आज एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव मिला, 04 व्यक्ति रिकवर हुए, कुल रिकवर व्यक्ति की संख्या 9987, वर्तमान में कोरोना एक्टिव-पॉजिटिव की संख्या 15
पिछले 24 घंटे के दौरान प्राप्त रिपोर्ट में कोविड-19 पॉजिटिव व्यक्ति की संख्या एक है। जो सीहोर शहरी क्षेत्र के भोपाल नाका का रहने वाला है। सीएमएचओ कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में अब तक कुल कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों की संख्या 10117 है। वर्तमान में एक्टिव पॉजिटिव 15 हैं। आज 04 व्यक्ति रिकवर हुए। कुल रिकवर व्यक्तियों की संख्या 9887 हैं। कुल कोविड संक्रमित मृत व्यक्तियों की संख्या 115 है । आज 1201 सैम्पल लिए गए है। जांच के लिए सीहोर शहरी क्षेत्र से 253, श्यामपुर से 255, विकासखंड नसरुल्लागंज से 168, आष्टा से 256 एवं बुधनी से 80 तथा इछावर से 189 सेंपल लिए गए हैं। अभी तक कुल जांच के लिए भेजे गए सेंपल 155270 हैं जिनमें से 143152 सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। आज 1557 सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। कुल 1930 सैंपलों की रिपोर्ट आना शेष है। पैथोलॉजी द्वारा कोरोना वायरस सेंपल की रिजेक्ट संख्या कुल 71 है। जिले में जो व्यक्ति होम क्वारंटाइन में हैं उनके निवास स्थान से सीधे संवाद हेतु जिला स्तरीय कोविड-19 कॉल सेंटर स्थापित किया गया है। जिसका संपर्क नंबर- 07562-1075 है। जिला स्तर पर जिला कोविड कमांड कंट्रोल सेंटर का मोबाइल नंबर 9425400273, 7987652577, 9425400453 पर कॉल सेंटर पर संपर्क किया जा सकता है। राज्य स्तर पर 104/181 नंबर पर कॉल करके भी टेलीमेडिसिन सेवा का लाभ लिया जा सकता है। 104 नंबर पर ई-परामर्श सेवा का भी लाभ लिया जा सकता है। होम क्वारंटाईन व्यक्तियों तथा उनके परिजनों के लिए हेल्पलाइन नंबर 18002330175 जारी किया गया है। होम क्वारंटाईन व्यक्ति अथवा उनके परिजन इमोशनल वेलनेस अथवा साइकोलॉजिकल सपोर्ट एवं अन्य जरूरी परामर्श मानसिक सेवा प्रदाताओं से नि:शुल्क प्राप्त कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेन्स के माध्यस से क्राइसेस मेनेंजमेंट समूह सदस्यों से किया संवाद
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश भर के जनप्रतिनिधिगण, अधिकारीगण, क्राइसेस मैनेजमेंट समूह के सदस्यों से संवाद किया। उन्होंने प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम की आगामी कार्ययोजना के लिए किए जाने वाले प्रयासों को लेकर सभी से चर्चा की। श्री चौहान ने अनलॉक की स्थिति में विशेष सावधानी और कोरोना संक्रमण रोकने के सभी उपायों का अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने आह्वान किया कि ग्राम, ब्लॉक और जिला स्तर की क्राइसेस मैनेजमेंट समूह के सभी सदस्य लगातार कोरोना संक्रमण रोकने और अधिक से अधिक टीकाकरण के लिए प्रयास करें। प्रत्येक जिले में कोरोना संक्रमण रोकने हेतु कांट्रेक्ट ट्रेसिंग, कील कोरोना अभियान का संचालन प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए। टीकाकरण के लिए लगातार जन जागरण अभियान चलाया जाए। इस अवसर पर एनआईसी कक्ष सीहोर के क्राईसिस मेनेजमेंट ग्रुप के सदस्य उपस्थित थे।
म प्र जन अभियान परिषद कोरोना वालेंटियरों के द्वारा ग्राम पंचायत कुलांशखुर्द में विशेष टीकाकरण अभियान चलाया गया। टीकाकरण अभियान का उद्देश्य ग्राम पंचायत को शत प्रतिशत वैक्सिनेशन युक्त करना है। अभियान के दौरान लोगों को समझाया गया कि हमें अपने बचाव के साथ-साथ लोगों को बचाना है ओर लोगो मे जो वैक्सीन को लेकर गलत अफवाहे हैएउसे दूर कर अधिक से अधिक वैक्सीनेशन करवाना है। वैक्सीन ही एकमात्र बचाव है। इस मौके पर अनेक कोरोना वालेंटियर उपस्थित थे।
ई.सी.आर. जमा करने के लिये सदस्य का आधार यू.ए.एन. से लिंक होना आवश्यक
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के अंतर्गत संस्थानों में कार्यरत कर्मचारियों को निरंतर बेहतर सेवा प्रदान करने के उद्देश्य से संगठन द्वारा आधार के.वाय.सी. अपडेट करने की प्रक्रिया को सरल बनाने के साथ ही अनिवार्य किया गया है। अब एक जून 2021 से सामाजिक सुरक्षा संहिता 2020 की धारा 142 के लागू होने के परिणामस्वरूप केवल उन्हीं सदस्यों के संबंध में ई.सी.आर. जमा हो सकेगी, जिनके आधार नम्बर यू.ए.एन. से सीड़ और सत्यापित हैं। सभी भविष्य निधि अंशदायी सदस्यों के संबंध में आधार सीडिंग करें ताकि वे ई.पी.एफ.ओ. की निर्बाध सेवाओं का लाभ प्राप्त कर सकें और भविष्य में किसी भी असुविधा से बच सकें। भविष्य निधि सदस्य मेम्बर पोर्टल लॉगिन और उमंग एप पर उपलब्ध ऑनलाइन के.वाय.सी. सुविधा के माध्यम से भी सीधे अपने आधार को सीड कर सकते हैं।
प्रदेश में खुलेंगे 9200 सी.एम.राइज स्कूल : मुख्यमंत्री श्री चौहान
इन स्कूलों का मुख्य उद्देश्य ज्ञान, कौशल और नागरिकता के संस्कार देना मुख्यमंत्री श्री चौहान के समक्ष कार्य-योजना का प्रस्तुतीकरण
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के हर क्षेत्र में गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से कुल 9200 सी.एम.राइस स्कूल खोले जाएँगे। इन स्कूलों का मुख्य उद्देश्य बच्चों को ज्ञान, कौशल और नागरिकता के संस्कार देना है। साथ ही, भारतीय संस्कृति और संस्कारों की शिक्षा देना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान के समक्ष गत दिवस मंत्रालय में सी.एम.राइज स्कूल की विस्तृत कार्य-योजना प्रस्तुत की गई। बैठक में स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री इंदर सिंह परमार वीडियो कान्फ्रेंस से शामिल हुए। बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैस और प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा उपस्थित थे। चार स्तरों पर सी.एम. राइज स्कूल प्रस्तावित - बैठक में बताया गया कि प्रदेश में चार स्तरों जिला, विकासखंड, संकुल और ग्रामों के समूह स्तरों पर सी.एम. राइज स्कूल प्रस्तावित हैं। जिला स्तर पर प्रत्येक जिले में एक (कुल 52) सी.एम. राइज स्कूल होंगे, जिसमें प्रति स्कूल 2000 से 3000 विद्यार्थी होंगे। विकास खंड स्तरीय 261 स्कूल होंगे, जिनमें प्रति स्कूल 1500 से 2000 विद्यार्थी होंगे। इसी प्रकार संकुल स्तरीय 3200 स्कूल होंगे, जिनमें प्रति स्कूल 1000 से 1500 विद्यार्थी होंगे। ग्रामों के समूह स्तर पर 5687 सी.एम.राइस स्कूल होंगे, जिनमें प्रति स्कूल 800 से 1000 विद्यार्थी होंगे। आठ मुख्य विशेषताएँ- सी.एम. राइज विद्यालयों की 8 प्रमुख विशेषताएँ होंगी। अच्छी अधोसंरचना, हर विद्यार्थी के लिए परिवहन सुविधा, नर्सरी/केजी कक्षाएँ, शत-प्रतिशत शिक्षक एवं अन्य स्टाफ, स्मार्ट क्लास एवं डिजिटल लर्निंग,सुसज्जित प्रयोगशालाएँ एवं समृद्ध पुस्तकालय, व्यावसायिक शिक्षा और अभिभावकों की सहभागिता।
हमारे होते हुए प्रदेश में कोई भी बच्चा अनाथ नहीं रहेगा-मुख्यमंत्री श्री चौहान
- सभी बेसहारा बच्चों की देखभाल सुनिश्चित करने के लिए योजना बनाएँ, मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बेसहारा बच्चों की देखभाल के संबंध में बैठक ली
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हमारे होते हुए प्रदेश में कोई भी बच्चा अनाथ नहीं रहेगा, हर बच्चा सनाथ होगा। न केवल ऐसे बच्चे जिनके माँ-बाप का कोविड से निधन हुआ है, बल्कि वे सभी बच्चे जो बेसहारा हैं, उनके खाने-पीने, शिक्षा, रहने आदि की व्यवस्था सरकार करेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश में सभी बेसहारा बच्चों की देखभाल सुनिश्चित करने के लिए नई योजना बनाई जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान गत दिवस मंत्रालय में प्रदेश के बेसहारा बच्चों की देखभाल के संबंध में बैठक ले रहे थे। स्कूल शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार वीसी के माध्यम से शामिल हुए। बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, एसीएस श्री राजेश राजोरा, प्रमुख सचिव श्री अशोक शाह उपस्थित थे। पहली प्राथमिकता बच्चों को अभिभावक मिल जाए- मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पहली कोशिश यह हो कि बेसहारा बच्चों को अभिभावक मिल जाएँ। जिन्हें अभिभावक नहीं मिलते हैं, उनके रहने की व्यवस्था शासकीय संस्थाओं में की जाए। अशासकीय संस्थाओं का निरीक्षण करें- मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि जो अशासकीय संस्थाएं बेसहारा बच्चों की देखभाल करती हैं, उनके कार्यों का भी निरीक्षण किया जाए। कई संस्थाएँ बहुत अच्छा कार्य कर रही हैं। 2457 अनाथ बच्चे- बैठक में बताया गया कि मार्च 2021 से आज तक की स्थिति में प्रदेश में कुल 2457 बच्चे बेसहारा हुए हैं। इनमें से 714 बच्चों के मां-बाप नहीं हैं, 1536 बच्चों के मां-बाप में से एक नहीं है और 207 बच्चे परित्यक्त हैं। मुख्यमंत्री कोविड बाल सेवा योजना में 329 बच्चों को और स्पॉन्सरशिप एवं फौस्टर केअर योजना में 939 बच्चों को सहायता दी गई है। शेष 1189 बच्चों को शीघ्र सहायता प्रदान की जाएगी। सर्वे कर सही संख्या पता करें- मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि सर्वे कर प्रदेश में सभी बेसहारा बच्चों की सही संख्या पता की जाए और उनकी देखभाल के लिए एक समेकित नई योजना बनाई जाए, जिससे हर बच्चे की सही देखभाल हो सके।
समर्थन मूल्य पर मूंग उपार्जन हेतु 16 जून के पूर्व कृषक पंजीयन कराएं
भारत सरकार की मूल्य स्थिरीकरण कोष योजना के तहत विपणन वर्ष 2021-22 में मूंग के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपार्जन हेतु कृषकों को 16 जून तक अपना पंजीयन कराना होगा। कृषकों से अपेक्षा की गई है कि मूंग के वास्तविक बोये गये रकबे का अंतिम तिथि 16 जून के पूर्व उक्त पंजीयन केन्द्रों में पंजीयन कराएं। उपार्जन कार्य 15 जून से प्रारंभ किया जाएगा।
ग्रीष्म कालीन मूँग फसल के पंजीयन के लिए आवश्यक दस्तावेज
ग्रीष्म कालीन मूँग फसल के पंजीयन के लिए निम्न लिखित दस्तावेज आवश्यक है। पंजीयन 8 जून से 16 जून2021 तक किये जायेंगे। विगत खरीफ एवं रवी विपणन में जिन किसानो द्वारा समर्थन मूल्य पर खाद्यान विक्रय करने ई उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन करायागया है। ऐसे किसान को दस्तावेज आवेदन देने की आवश्यकता नहीं है। यदि आधार नम्बर , बैंक खाता नम्बर, मोबाइल नम्बर में परिवर्तन हुआ तो प्रमाण स्वरूप पंजीयन के समय प्रदान करे। जिन किसानो ने विगत ख़रीफ़/रबी पंजीयन नही कराया गया का एवं ई उपार्जन पोर्टल पर डाताबेस नहीं हैं ऐसे किसान पंजीयन केन्द्र पर पंजीयन हेतु आधार नम्बर, बैंक खाता नम्बर, मोबाइल नम्बर एवं निर्धारित प्रारूप पर आवेदन पंजीयन केन्द्र पर उपलब्ध करानाहोगा।
दूर से अभिवादन करें, न किसी से हाथ मिलायें, न गले मिलें
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिये सावधानियां रखना अतिआवश्यक है और कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिये हमें अपने व्यवहार में अनुकूल परिवर्तन लाना भी अति आवश्यक है। साथ ही बार-बार अपनी आंख, नाक और मुंह को छूनें से बचें, दूर से अभिवादन करें, न किसी से हाथ मिलायें, न गले मिलें, आपस में दो गज की दूरी जरूर रखें। घर से बाहर निकलने पर हमेशा मॉस्क पहनें। खांसते और छींकते समय अपने मुंह तथा नाक को ढंक्कर रखें। श्वसन संबंधी शिष्टाचार का पालन करें। बार-बार साबुन तथा पानी अथवा अल्कोहलयुक्त सेनीटाईजर से हाथों को धोयें। सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें, तंबाखू गुटका खैनी पान आदि खाकर यहां-वहां न थूकें। बार-बार छुएं जाने वाली सतहों को नियमित रूप से विसंक्रमित करें। अनावश्यक यात्रा से बचें। कोरोना को लेकर किसी से भेदभाव न करें। अनावश्यक भीड़भाड़ इकट्ठा न होने दें। अफवाहों पर ध्यान न दें और सोशल मीडिया पर किसी भी अपुष्ट जानकारी को प्रसारित न करें। सूचना के भरोसेमंद स्त्रोतों से ही जानकारी लें। आपस में सभी एक दूसरे को मनोवैज्ञानिक रूप से सहयोग प्रदान करें।
किसानों को समय पर सोयाबीन के बीज उपलब्ध कराएँ - राज्य मंत्री श्री परमार
स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) एवं सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री श्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि बीज प्रदाय में शाजापुर जिले को प्राथमिकता दें। यह निर्देश श्री परमार ने शाजापुर में बीज उत्पादक सहकारी समितियों द्वारा बीज उत्पादन के कार्यों की समीक्षा करते हुए दिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में संग्रहित बीजों को 3 दिन में उपलब्ध कराएँ, ताकि किसानों को समय पर सोयाबीन का बीज प्राप्त हो सके। श्री परमार ने कहा कि विशेष परिस्थिति मानते हुए जिले के किसानों के लिए बीज उत्पादक समितियाँ बीज उपलब्ध कराएँ। किसानों को सोयाबीन के स्थान पर अन्य फसलों को लगाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। इसके लिए कृषि विभाग और कृषि विज्ञान केन्द्र के अधिकारी गाँव-गाँव जाकर शिविर लगाएँ और किसानों को क्षेत्र की मिट्टी एवं जलवायु के अनुरूप अन्य फसलों की जानकारी दें।
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