इस लॉबी से उस लॉबी के बीच चक्कर और बैठकी लगाने के दौरान वाट्सएप में एक फोटो दिख गयी मंत्री अशोक चौधरी की। अशोक चौधरी पूरा भक्तिभाव में दिखे। लंबा-सा सफेद टीका ललाट पर। साथ में चार और टीकाधारी लोग मौजूद थे। लोकेशन उनके सरकारी आवास का लग रहा था। अशोक चौधरी को देखकर अचानक राजद नेता तेजप्रताप यादव की याद आ गयी। तेजप्रताप के लालट पर भी टीके का लेप लगा रहता है। इस लेप के लिए आनुष्ठानिक शब्द का इस्तेमाल भी किया जाता है। लगता है अशोक चौधरी भी अब तेज प्रताप के तरह आध्यात्मिक मार्ग की ओर बढ़ चले हैं या इसका पूर्वाभ्यास कर रहे हैं। विधानमंडल के दोनों सदनों में कई सदस्य टीकाधारी हैं। टीका को लेकर सबका अपना-अपना विश्वास है। कुछ लोगों को सत्ता का अहसास होता है तो कुछ लोगों को अध्यात्म का। सत्ता की राह पर अध्यात्म की यात्रा पहले भी कई लोग कर चुके हैं। संभव है इस सत्तायुक्त अध्यात्म की यात्रा का कारवां और लंबा हो। गौरतलब है कि तेजप्रताप विधान सभा के और अशोक चौधरी विधान परिषद के सदस्य हैं।
-बीरेंद्र यादव न्यूज़-
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