दरभंगा 27 जुलाई, पूर्व विधान पार्षद प्रोफेसर विनोद कुमार चौधरी ने आज यहां कहा कि विधान मंडल के सदस्यों को शिक्षकों एवं कर्मचारियों के वेतन एवं पेंशन के मामलों को विधानमंडल के चालू सत्र में पुरजोर ढंग से उठाना चाहिए तभी इस समस्या का स्थाई निदान हो सकेगा। प्रोफेसर चौधरी ने कहा है कि बिहार के विभिन्न विश्वविद्यालयों में समय पर वेतन एवं पेंशन का भुगतान नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है और लगता है की पुनः लालू शासन की ओर बिहार अग्रसर है। उन्होंने कहा कि 2 माह से वेतन एवं 3 माह से पेंशन का भुगतान नहीं हो रहा है। उल्लेखनीय है कि मिथिला विश्वविद्यालय को पेंशन मद में प्रतिमाह 20 करोड़ रुपए की आवश्यकता है वही सेवानिवृत्त शिक्षकों एवं कर्मचारियों के बकाए के भुगतान में 45 करोड़ 50 लाख रुपए की आवश्यकता है जिसकी मांग विश्वविद्यालय ने सरकार से की है। विश्वविद्यालय के वित्तीय परामर्सीने श्री कैलाश राम ने इस संबंध में पूछने पर बताया कि विश्वविद्यालय ने बार-बार सरकार से वेतन एवं पेंशन के संबंध में बातचीत की है एवं शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित बैठक में सभी बातों पर सहमति बनने के बावजूद अब तक विश्वविद्यालय को राशि प्राप्त नहीं हुई है जिस कारण वेतन एवं पेंशन का भुगतान नहीं हो रहा। पूर्व विधान पार्षद ने कहा है कि विधायक एवं विधान पार्षद सदन में इस बात को गंभीरता से उठाते हैं तभी इस समस्या का स्थाई निदान निकल सकता है। उन्होंने विधायकों एवं विधान पार्षदों से अपील की है कि शिक्षकों की समस्या के निदान में वे आगे आवे।
मंगलवार, 27 जुलाई 2021
दरभंगा : वेतन एवं पेंशन का मामला विधानमंडल मे उठाने की आवश्यकता : विनोद
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