नयी दिल्ली, 05 जुलाई, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सोमवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी के संकट को देखते हुए वर्ष 2021-22 शैक्षणिक सत्र के लिए दसवीं और बारहवीं कक्षा के पाठ्यक्रम को युक्तिसंगत बनाकर दो सत्रों में विभाजित किया जाएगा तथा प्रत्येक सत्र के आखिरी में परीक्षा आयोजित की जाएगी। सीबीएसई ने आज यहां जारी बयान में कहा, “शैक्षणिक सत्र 2021-22 के पाठ्यक्रम को दो सत्रों में बांटा जाएगा और बोर्ड प्रत्येक सत्र के आखिर में बांटे गए पाठ्यक्रम के आधार पर परीक्षा आयोजित करेगा।” उन्होंने कहा कि शैक्षणिक सत्र के आखिर में बोर्ड परीक्षा कराये जाने की संभावना को बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया गया हैं। उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम को पिछले शैक्षणिक सत्र की तरह युक्तिसंगत बनाया जाएगा तथा नए पाठ्यक्रम को जुलाई तक अधिसूचित कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण और दूर-दराज के विद्यालयों के प्रतिनिधियों के साथ परामर्श करने के बाद पाठ्यक्रम को कम करने और दो बार में परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की अलग-अलग उपलब्धता, संयोजकता, ऑनलाइन शिक्षा के प्रभाव, अन्य सामाजिक और आर्थिक मुद्दों की चिंताओं को भी ध्यान में रखा गया है। उल्लेखनीय है कि इस बार कोविड महामारी के प्रकोप के कारण दसवीं और बारहवीं की परीक्षा रद्द की गई और परीक्षा परिणाम को आंतरिक मूल्याकंन और पिछली कक्षाओं के आधार पर तैयार करने फार्मूला अपनाया जा रही है।
मंगलवार, 6 जुलाई 2021
साल में दो बार में होगी दसवीं बारहवीं की बोर्ड परीक्षा : सीबीएसई
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