पहले से ही 30 एकड़ शासकीय भूमि पर कब्जा करने वालों ने नहीं छोड़ा खेल का मैदान, खेल मैदान पर कब्जा कर उगा ली मक्का की फसल
राजनैतिक संरक्षण में कब्जा करते दबंग
प्रशासन और सरकार कुछ नहीं समझने वाले दबंग राजनैतिक संरक्षण में कब्जा करते हुए आ रहे है। शासकीय खेल मैदान पर अवैध रूप से कब्जा करने व मैदान को क्षति पहुंचाने पर पंचायत द्वारा पूरे मामले की जानकारी सीहोर तहसीलदार को दी गई थी, उनके द्वारा पटवारी से जांच के बाद शासकीय भूमि से बेदखली के आदेश एवं अर्थदंड से सभी अतिक्रमणकारियों से अतिक्रमण को मुक्त कराया था, किन्तु इन लोगों ने मक्का आदि की फसल की बोवनी कर एक बार फिर से कब्जा कर लिया है।
किसानों पर कर्जा है और लगातार 3 वर्षों से फसल बांझ हो रहीं है, एैसे हालातों में केंद्र सरकार सोयाबीन आयात कर रहीं है- मेवाड़ा
सीहोर। केंद्र सरकार विदेशों से सोयाबीन आयात कर रही है जबकी प्रदेश का किसान कर्जे में है, महंगाई से त्रस्त है,कृषि विरोधी नीतियों से परेशान है,तीन सालों से लगातार सोयाबीन की फसल बांझ हो रहीं है एैसे हालातों में किसानों से रिकवरी की जा रही है बैंक वाले बिजली वाले राजस्व विभाग वाले परेशान कर रहे है। इस साल भी शत प्रतिशत सोयाबीन की फसल खराब हो चुकी है। किसानों पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। अखिल भारतीय किसान सभा जिलाध्यक्ष भानू प्रताप मेवाड़ा के नेतृत्व में बुधवार को सैकड़ों किसानों ने किसानों ने सोयाबीन की बांझ हुई फसल के पौधे प्रशानिक अधिकारियों को दिखाए। सोयाबीन फसल में कीट व्याधि एवं असामान्य मौसम के कारण हुए नुकसान का सर्वे कराने और तत्काल मुआवजा एवं बीमा दिलवाने की मांग की गई। श्री मेवाड़ा ने कहा की सोयाबीन की फसल में बहुत महंगा बीज एवं बहुत महंगी दवाइयां डालने में किसानों के हजारों रुपए खर्च हो गए है। किसान के सर पर कर्ज है। लगातार 3 वर्षों से सोयाबीन खराब हो रहा है। ऐसे में पिछला बीमा एवं मुजायजा भी सरकार ने किसानों को उपलब्ध नहीं कराया है। उचित सर्वे कराकर आरबीसी की धारा 64 के तहत उचित मुआवजा दिया जाए और एवं 2020 बीमा भी शीघ्र डलवाया जाए ताकि इस मुसीबत के समय किसान को कुछ राहत मिल सर्के। सरकार किसान की समस्या का उचित समाधान नहीं करती है तो किसानों के साथ अखिल भारतीय किसान सभा आंदोलन के लिए मध्य होगी। प्रदर्शन में प्रहलाद दास बैरागी, बेनी पटेल, कृपाल पटेल, अरुण पटेल, विष्णु पटेल, कन्हैया लाल पटेल,मोहन सिंह डांगी, सुखराम पटेल, नारायण सिंह मेवाडा, दिनेश , लक्ष्मण मेवाड़ा, लखन माली,भादर सिंह मेवाडा, लक्ष्मण सिंह मेवाडा, जमुना प्रसाद मेवाड़ा, उदय सिंह मेवाडा, कन्हैयालाल पुष्पद,, धमेज़्ंद्र, परमानंद, हरि ओम, राधेश्याम पुष्पद, जीतू माली, ग्यारसी लाल पुष्पद, लक्ष्मीनारायण पुष्पद, नंदराम माली, मनोज पुष्पद, रमेश मेवाड़ा, रामेश्वर मेवाड़ा, मुकेश मेवाडा, मथुरा प्रसाद मेवाड़ा आदि सैकड़ों किसान उपस्थित थे
- अखिल भारतीय किसान सभा ने मुख्यमंत्री के नाम दिया ज्ञापन
चमत्कारेश्वर महादेव मंदिर समिति के तत्वाधान में नि:शुल्क धार्मिक किताब का वितरण
नागर धाकड समाज हर्षोल्लास के साथ मनाएगा भगवान धरणीधर की जयंती
सीहोर। भगवान धरणीधर की जयंती नागर धाकड समाज हर्षोल्लास के साथ मनाएगा। समाजजनों के द्वारा गांवो में धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। हलछट शुभासर पर भगवान धरणीधर की विधिवत पूजा अर्चना की जाएगी। नागर धाकड समाजजनों के द्वारा भगवान धरणीधर से सुख शांति और समृद्धि की कामना की जाएगी। जयंती कार्यक्रमों के दौरान शासन प्रशासन की कोरोना गाइड लाइन का पालन भी किया जाएगा। कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए जिला मुख्यालय पर किसी भी प्रकार के चल समारोह नहीं निकाला जाएगा। अखिल भारतीय श्री धाकड युवा संघ के द्वारा काकंडखेड़ा माता मंदिर परिसर में जिला स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक का शुभारंभ भगवान धरणीधर और माता जगदंवा पूजा अर्चना कर किया गया। प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र नागर ने बताया की प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी नागर धाकड समाज भगवान धरणीधर की जयंती पूरी श्रद्धा एवं उत्साह के साथ मनाएगा। लेकिन इस वर्ष कोरोना महामारी को देख्ते हुए समाज द्वारा किसी प्रकार के चल समारोह या रैली का आयोजन नहीं करने का निर्णय लिया गया है। इस लिए राजेंद्र नागर ने समाजजनों से अपील की है की सभी समाजजन जहां वह निवास करते है वही अपने गांव या नगर में छोटे रूप में सीमित संख्या में कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए पूरी श्रद्धा एवं उत्साह के साथ भगवान धरणीधर की जयंती मनाए एवं संभव हो तो अपने घर पर हीं पूजा अर्चना कर भगवान धरणीधर से इस महामारी से सभी की सुरक्षा तथा इस महामारी के जल्द खतम होने प्रार्थना करें। इस अवसर पर संघ के जिलाध्यक्ष गब्बर पटेल ने कहा की इस महामारी के खतम होने जाने के बाद हम पुन: भव्य स्तर पर भगवान धरणीधर की जयंती मनाएंगे लेकिन इस वर्ष इस महामारी के चलते हमने सारे आयोजन रदद कर दिए है। इस अवसर धाकड समाज के इछावर क्षेत्र के अध्यक्ष राजमल नागर, जगदीश धाकड, राधेश्याम धाकड,घीसीलाल नागर, राजकुमार धाकड, देवकरण नागर, रामस्वरूप नागर, दिनेश नागर, विनोद नागर, कमलेश नागर, तेजपाल नागर, जितेंद्र नागर, ओमप्रकाश नागर, गब्बर नागर, सतीष नागर, दिनेश नागर, मुकेश नागर, ब्रजेश नागर, धमेंद्र नागर, देवीालाल नागर, अर्जुन नागर, अमन नागर, गोलू नागर, सुरेश नागर, अरूण नागर, गजेंद्र नागर, ज्ञान सिंह नागर, बाबूलाल नागर, हुनर सिंह नागर सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित रहे।
- कोरोना महामारी के चलते नहीं होगा कोई बड़ा आयोजन- राजेंद्र नागर
राजस्व अधिकारियों को अपने क्षेत्र की सम्पूर्ण जानकारी होनी चाहिए- कलेक्टर श्री ठाकुर
राजस्व अधिकारी प्रशासनिक व्यवस्था की रीड़ है। एक राजस्व अधिकारी को अपने क्षेत्र की न केवल राजस्व संबंधी बल्कि भौगोलिक, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक तथा कानून व्यवस्था संबंधी समस्त जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ ही राजस्व अधिकारी को दैनिक गतिविधियों की पूरी सूचना होनी चाहिए। यह बात कलेक्टर श्री चन्द्र मोहन ठाकुर ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में कही। श्री ठाकुर ने कहा कि सरकार द्वारा जब भी कोई अभियान या विशेष कार्यक्रम चलाया जाता है, तब राजस्व अधिकरियों को ही लीड कराना पड़ता। अभियान को सफल बनाने के लिए इन तमाम जानकारियों का लाभ मिलता है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण महाअभियान इसका एक उदाहरण है, जिसमें राजस्व अधिकारियों ने अभियान का नेतृत्व किया तो प्रदेश में टीकाकरण के लिए सीहोर प्रथम पांच जिलों में रहा।
- कलेक्टर ने नामान्तरण, सीमांकन तथा बटवारा प्रकरणों के निराकरण के लिए राजस्व अधिकारियों की सराहना की
अच्छे काम की सराहना
पिछले कुछ माहों में राजस्व अधिकारियों द्वारा नामांकन, सीमांकन तथा बंटवारे के प्रकरणों का तेजी से निराकरण करने पर कलेक्टर श्री ठाकुर ने सभी राजस्व अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि प्रकरणों की संख्या कम होने पर गुणवत्तापूर्ण निर्णयों पर ध्यान दिया जा सकेगा। नामांकन, सीमांकन और बंटवारे प्रकरणों की समीक्षा के दौरान जानकारी दी गई कि जिले में नामांकन और सीमांकन के 6 माह से अधिक के कोई भी प्रकरण लंबित नहीं है। इसी प्रकार बंटवारे के पूरे जिले में 27 तहसीलदार-नायब तहसीलदारों की न्यायालय में 6 माह से अधिक के सभी प्रकरणों का निराकरण किया जा चुका। केवल एक नायब तहसीलदार की न्यायालय में बटवारे के 6 माह से अधिक के 4 प्रकरण लंबित है।
इन प्रकरणों की हुई समीक्षा
बैठक में पिछली बैठक के पालन प्रतिवेदन, आरसीएमएस पोर्टल मासिक पत्रक, नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, आरसीएमएस पोर्टल पर राजस्व न्यायालयों के प्रकरणों की समीक्षा, राजस्व वसूली, लोक सेवा समिति की लंबित कंडिका, लोक सेवा गारंटी एक्ट, भू-अर्जन प्रकरण, सीएम हेल्पलाइन, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना, डायवर्सन की एन्ट्री खसरे में करने सहित अन्य प्रकरणों की विस्तार से समीक्षा की गई। बैठक में लंबित राजस्व प्रकरणों को समय सीमा में पूर्ण करने, प्रतिदिन सीएम हेल्पलाइन मॉनिटरिंग करने, वसूली सहित प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना में प्रगति लाने के निर्देश दिये गये।
अधिकारियों को सतर्क रहने के दिए निर्देश
मौसम विभाग द्वारा जारी आगामी दिनों में भारी वर्षा की चेतावनी को दृष्टिगत रखते हुए कलेक्टर श्री चन्द्र मोहन ठाकुर ने सभी राजस्व अधिकारियों, सीएमओ तथा जनपद सीईओ को सतर्क रहने के निर्देश दिए है। उन्होंने सभी को अधिकारी-कर्मचारियों को मुख्यालय पर रहने के निर्देश दिए है, ताकि आवश्यकता पड़ने पर त्वरित कार्यवाही कर सकते है। बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती गुंचा सनोंबर सहित जिले के समस्त एसडीएम, तहसीलदार तथा नायब तहसीलदार उपस्थित थे।
महेश के परिवार के लिए देवदूत बना राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 6 दिन के शिशु के हृदय का हुआ सफल ऑपरेशन
टीकाकरण महाअभियान के तहत 5 बजे तक 15119 लोगों ने लगाया कोविड टीका
जिले में जनपदवार टीकाकरण की स्थिति
जिले में कुल 15119 नागरिकों का टीकाकरण किया गया। जिले में कुल 96 टीकाकरण सत्र आयोजित किए गए। आष्टा में 6078, बुधनी में 1155, इछावर में 1290, नसरूल्लागंज में 1669, श्यामपुर में 3291 तथा सीहोर शहरी क्षेत्र में 1636 नागरिकों का टीकाकरण किया किया गया।
ईको पर्यटन स्थलों का निजी संस्थानों द्वारा किया जाएगा संचालन, वनवासियों को मिलेगा अतिरिक्त रोजगार, अन्य जिलों के साथ सीहोर भी शामिल
प्रदेश के आरक्षित वनों में ईको पर्यटन की संभावनाओं वाले वन क्षेत्रों की पहचान कर उन्हें मनोरंजन और वन्य-प्राणी अनुभव क्षेत्र के रूप में विकसित कराया जा रहा है। इस तरह के 29 ईको पर्यटन स्थलों पर ईको पर्यटन गतिविधियों के संचालन, प्रबंधन एवं रख-रखाव के मकसद से निजी व्यवसायी के चयन के लिए निविदा जारी की जायेगी। ईकों पर्यटन विकास बोर्ड के सीईओ श्री सत्यानंद ने बताया कि ईको पर्यटन के वास्ते 29 स्थलों को संचालन, प्रबंधन और रख रखाव के लिए निजी संस्थानों को 10 साल की अवधि के लिए दिया जाएगा। इन क्षेत्रों में आधारभूत संरचनाएँ विकसित कराई जाकर ईको पर्यटन विकास के नए आयाम गढ़े जायेंगे। ईको पर्यटन गतिविधियों के संचालन से ऐसे वन क्षेत्रों के समीप रहने वाले वनवासियों को अतिरिक्त रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। इस व्यवस्था के पूर्ण होने पर पर्यटकों को प्रकृति के समीप जाकर उसके विभिन्न घटकों और इन घटकों के बीच परस्पर क्रियाओं को समझने का अवसर भी मिलेगा।
ईको पर्यटन के गन्तव्य स्थल
ईको पर्यटन के लिए बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व के पास स्थित पनपथा और पेंच टाईगर रिजर्व के पास स्थित दुधिया तालाब और बाइसन हाइवे रिट्रीट की सभी कार्रवाई पूरी होने के बाद एजेन्सी का चयन किया जा चुका है। शेष स्थलों की निविदा जारी करने की शीघ्र कार्रवाई की जाएगी। इनमें भोपाल वन मंडल में रामगढ़, केरवा, समर्धा, बगोनिया, सीहोर में कठौतिया, डिगम्बर जल प्रपात, अमरगढ़ जल प्रपात, खण्डवा में धारि कोटला, बोरिया माल, गुंजारी, दक्षिण सिवनी वन मंडल में अमोंदागढ़, अम्मामाई, शारदा मंदिर पहाड़ी, महादेव गुफा और फरीद बाबा, लामाजोती तालाब, जंगल काटेज हिनौता, रायसेन में तितली पार्क, जिप लाईन खरबई, सतधारा जंगल केम्प, कूनो पालपुर में सेसईपुरा, पश्चिम मण्डला में रत्नाई पहाड़, गिदली घुघरा, बोकुर दाहर, डिन्डौरी में खुरखरी दादर, बड़वाह चिड़िया भड़क, दक्षिण बालाघाट में गांगुलपारा जलाशय, दक्षिण छिन्दवाड़ा में देवगढ़, टीकमगढ़ में नोटघाट, बुरहानपुर और दक्षिण बैतूल वन मण्डल के अंतर्गत क्रमश: झांझर डेम और सापना के गंतव्य स्थल शामिल हैं।
विधिक सेवा प्राधिकरण का उद्देश्य न्याय सबके लिए - सचिव श्री दांगी
सदभावना दिवस आज मनाया जाएगा
सदभावना दिवस की शपथ समस्त शासकीय कार्यालयों में 19 अगस्त को प्रात: 11 बजे दिलाई जाएगी। 20 अगस्त को मोहर्रम का अवकाश होने के कारण सदभावना प्रतिज्ञा 19 अगस्त का दिलाई जाएगी।
जिले में आज कोई भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव नहीं मिला, वर्तमान में कोरोना एक्टिव पॉजिटिव की संख्या शून्य
पिछले 24 घंटे के दौरान प्राप्त रिपोर्ट में जिले में आज कोई भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव नहीं मिला है। सीएमएचओ कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में अब तक कुल कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों की संख्या 10142 है। वर्तमान में एक्टिव पॉजिटिव शून्य हो गई हैं। कुल रिकवर व्यक्तियों की संख्या 10020 हैं। आज 1109 सैम्पल लिए गए है। जांच के लिए सीहोर शहरी क्षेत्र से 272, श्यामपुर से 190, विकासखंड नसरुल्लागंज से 170, आष्टा से 237, बुधनी से 111 तथा इछावर से 129 सेंपल लिए गए हैं। अभी तक कुल जांच के लिए भेजे गए सेंपल 234927 हैं। जिनमें से 222872 सैंपलों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। आज 1048 सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। कुल 1842 सैंपलों की रिपोर्ट आना शेष है। पैथोलॉजी द्वारा कोरोना वायरस सेंपल की रिजेक्ट संख्या कुल 71 है।
विजन जीरो मध्यप्रदेश योजना का किया शुभारंभ
विद्युत वितरण कंपनियों द्वारा 23 एवं 24 अगस्त को मनाया जाएगा सोलर रूफटॉप अमृत महोत्सव, सोलर रूफटाप लगाएं और सब्सिडी का लाभ उठाएं
सोलर रूफटाप : लाभ एक नजर में
अपने घर/ग्रुप हाउसिंग सोसायटी की छत/लगी हुई खुली जगह पर सोलर पैनल लगायें और बिजली पर होने वाले खर्च को बचायें। सोलर पैनल से बिजली 25 साल तक मिलेगी और इसके लगाने के खर्च का भुगतान 4-5 वर्षों में बराबर हो जाएगा। इसके बाद अगले 20 वर्षों तक सोलर से बिजली का लाभ सतत् मिलता रहेगा। इससे कार्बन फुटप्रिंट कम होगा और पर्यावरण को लाभ मिलेगा। एक कि.वा. सौर ऊर्जा के लिए लगभग 10 वर्ग मीटर की जरूरत होगी। तीन कि.वा. तक के सोलर प्लांट पर 40 प्रतिशत की सब्सिडी और 3 कि.वा. के बाद 10 कि.वा. तक 20 प्रतिशत की सब्सिडी भारत सरकार द्वारा मिलेगी।
सोलर प्लांट लगाने पर खर्च
एक कि.वा. से ऊपर - 3 कि.वा. तक 37 हजार प्रति कि.वा. व्यय आएगा, तीन कि.वा. से ऊपर -10 कि.वा. 39 हजार 800 प्रति कि.वा. व्यय आएगा, 10 कि.वा. से ऊपर 100 कि.वा. तक 36 हजार 500 प्रति कि.वा. व्यय आएगा, 100 कि.वा. से ऊपर -500 कि.वा. तक 34 हजार 900 प्रति किवा. खर्च आएगा। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने कहा है कि उक्त राशि में सब्सिडी शामिल है, सब्सिडी घटाकर एजेन्सी को भुगतान की जाने वाली राशि 3 कि.वा. हेतु 66 हजार 600 रूपये एवं 5 कि.वा. पर रू. 1 लाख 35 हजार 320 रूपये है। ग्रुप हाउसिंग सोसायटी को कॉमन सुविधा वाले संयोजन पर 500 कि.वा. तक 10 कि.वा. प्रति घर 20 प्रतिशत की सब्सिडी मिलेगी। कंपनी द्वारा अधिकृत एजेंसी, तकनीकी विवरण, सब्सिडी व भुगतान की जाने वाली राशि की जानकारी हेतु मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के निकटतम कार्यालय, कंपनी की वेबसाईट portal.mpcz.in के मुख्य पृष्ठ पर देखें या टोल फ्री नंबर 1912 पर संपर्क कर सकते है।
जिले में अब तक 616.4 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज, बीते 24 घंटे में 24.5 मिलीमीटर औसत वर्षा
जिले में 01 जून से 18 अगस्त 2021 तक 616.4 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। जो कि गत वर्ष इसी अवधि में औसत वर्षा 613.1 मिलीमीटर थी। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष 3.3 मिलीमीटर औसत वर्षा अधिक हुई है। जिले की वर्षा ऋतु में सामान्य औसत वर्षा 1148.4 मिलीमीटर है। अधीक्षक भू-अभिलेख द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 01 जून से 18 अगस्त 2021 तक जिले के वर्षामापी केन्द्र सीहोर में 642.1 मिलीमीटर, श्यामपुर में 631.9, आष्टा में 552.0 जावर में 515.0, इछावर में 607.3, नसरूल्लागंज में 594.0, बुधनी में 775.0, रेहटी में 613.8 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।
बीते 24 घंटे में 24.5 मिलीमीटर औसत वर्षा
जिले में बीते 24 घंटे में प्रात: 08 बजे तक 24.5 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। वर्षामापी केन्द्र सीहोर में 10.2 मिलीमीटर, श्यामपुर में 3.0, आष्टा में 4.0 जावर में 0.0, इछावर में 14.0, नसरूल्लागंज में 24.0, बुधनी में 56.0, रेहटी में 84.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।
पोस्ट मेट्रिक छात्रवृत्ति - पोर्टल 27 तक खुला
सहायक आयुक्त जनजातिय कार्य विभाग ने बताया कि शासन द्वारा अनुसूचित जाति के शत-प्रतिशत विद्यार्थियों को पोस्ट मेट्रिक छात्रवृत्ति का लाभ प्रदाय करने के उद्देश्य से शैक्षणिक सत्र 2020-21 में छात्रवृत्ति पोर्टल में आवेदन करने से वंचित रह गए अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के लिए 12 अगस्त से 27 अगस्त तक (15 दिवस) के लिए छात्रवृत्ति पोर्टल पुनः खोला गया है। शासकीय एवं अशासकीय महाविद्यालय एवं आइ.टी.आई. के अनुसूचित जाति के ऐसे विद्यार्थी जो पूर्व में पोर्टल बन्द हो जाने से आवेदन नहीं कर सके थे वे 27 अगस्त तक पोस्ट मेट्रिक छात्रवृत्ति हेतु आवेदन ऑनलाइन कर सकते हैं। उक्त अवधि के बाद तारीख नहीं बढ़ाई जाएगी।
आत्मा परियोजना के तहत पुरस्कार के लिए कृषकों से 30 अगस्त तक आवेदन आमंत्रित
परियोजना समन्वयक आत्मा भोपाल ने बताया है कि आत्मा परियोजना के अन्तर्गत संचालित कृषि विस्तार सुधार कार्यक्रम के तहत वर्ष 2020-21 हेतु जिले में कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य एवं अभियांत्रिकी गतिविधियों से संबंधित, कृषकों एवं आत्मा अंतर्गत गठित, कृषक समूहों से 30 अगस्त 2021 तक आवेदन आमंत्रित किए है। उन्होंने बताया कि जिला-स्तरीय सर्वोत्तम कृषक पुरूस्कार अलग-अलग गतिविधि में दस कृषक को 25-25 हजार, इसी तरह विकासखण्ड स्तरीय पाँच कृषक को 10-10 हजार, तथा पाँच समूहों को 20-20 हजार के पुरूस्कार मूल्यांकन समिति द्वारा कृषक द्वारा अपनायी गई उन्नत तकनीकी,उपज, उत्पादकता के आधार पर उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए चयनित कृषक एवं कृषक समूहों को प्रदान किये जाएंगे। आवेदन पत्र एवं विस्तृत जानकारी कार्यालय परियोजना संचालक ’’आत्मा’’ एवं संबंधित विकासखण्ड के कार्यालय वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी एंव बी.टी.एम. से प्राप्त एवं जमा किये जा सकते हैं। पशुपालन, उद्यानिकी, एवं मत्स्य गतिविधियों के आवेदन संबंधित विभाग से भी प्राप्त कर जमा किये जा सकते हैं। पूर्ण रूप भरे हुये आवेदन पत्र आवश्यक संलग्नक, फोटो, खाद-बीज के देयक तथा आवश्यक प्रमाण-पत्रों के साथ, बन्द लिफाफे में जिसके पर सर्वोत्तम कृषक पुरूस्कार/समूह पुरूस्कार तथा नीचे किसान का नाम, ग्राम एवं विकासखण्ड लिखकर ही जमा किया जा सकेंगे।
कृषकों को बंटाई अनुबंध की कॉपी तहसीलदार को देना अनिवार्य
सामान्य तौर से कृषकों और भू-स्वामियों द्वारा अपनी भूमि अन्य व्यक्तियों को देकर खेती कराई जाती है। जिसे सामान्य तौर पर बंटाई, सिकमी, अन्य स्थानीय नामों से जाना जाता है। तत्संबंध में मध्यप्रदेश भूमि स्वामी एवं बंटाईदारों के हित संरक्षण अधिनियम 2016 के अनुरूप भूमि बंटाई पर दिए जाने की मान्यता प्रदान की गई है। हित संरक्षण अधिनियम भूमि स्वामी एवं बंटाईदार दोनों के हितों का संरक्षण करता है। अब कोई भी भूमि स्वामी अपनी भूमि बटाई पर देने या किसी व्यक्ति द्वारा बटाई पर लेने की वैधानिकता तभी मानी जाएगी, जब दोनों पक्षों के द्वारा मध्यप्रदेश भूमि स्वामी बंटाईदारों के हित संरक्षण अधिनियम 2016 के नियम चार के तहत अनुबंध निष्पादित किया गया हो और एक प्रति संबंधित क्षेत्र के तहसीलदार को उपलब्ध कराई हो। कोई भी बंटाईदार, भूमि बंटाई पर लेकर यदि वह फसल क्षति की देय राहत राशि, बीमा राशि और कृषि उपज का उपार्जन के लिए दावा करता है, तो शासन द्वारा तभी स्वीकार माना जाएगा जब भूमि स्वामी और बंटाईदार के मध्य उपरोक्त अधिनियम के अंतर्गत अनुबंध निष्पादित हुआ हो अन्यथा विधिवत अनुबंध के अभाव में उपरोक्त हित लाभ दिया जाना संभव नही होगा।
पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन-मध्यप्रदेश कोविड-19 बाल सेवा योजना के बच्चे भी होंगे पात्र
केन्द्र सरकार द्वारा कोरोना महामारी के कारण जिन बच्चों के माता-पिता, कानूनी अभिभावक या दत्तक माता-पिता की मृत्यु हो गई है, उन्हें "पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन" योजना में सहारा दिया जायेगा। इस योजना के लिये प्रदेश की मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना के बाल हितग्राही भी पात्र होंगे। पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना में बाल हितग्राही के 18 वर्ष के होने पर बच्चे के नाम से 10 लाख रुपये के कार्पस का प्रावधान किया गया है। इसी कार्पस से बच्चे को मासिक आर्थिक सहायता दी जायेगी। बाल हितग्राही की आयु 23 वर्ष होने पर उन्हें 10 लाख रुपये दिये जायेंगे। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत बाल हितग्राही को 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवर दिया जायेगा। योजना में बाल हितग्राही को 10 वर्ष की आयु तक नजदीकी केन्द्रीय विद्यालय अथवा निजी विद्यालय में गैर-आवासीय विद्यार्थी के रूप में प्रवेशित कर शिक्षा के अधिकार प्रावधानों के अनुरूप फीस केन्द्र सरकार द्वारा वहन की जायेगी। इसके अतिरिक्त उन्हें किताबों, नोट-बुक, यूनिफार्म पर व्यय राशि भी प्रदान की जायेगी। पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना के तहत बाल हितग्राही के 11 से 18 वर्ष आयु समूह में होने पर केन्द्रीय आवासीय विद्यालय जैसे नवोदय विद्यालय, सैनिक स्कूल आदि में प्रवेशित किया जायेगा। यदि हितग्राही संयुक्त परिवार में निवासरत है, तो नजदीकी केन्द्रीय विद्यालय या निजी विद्यालय में गैर-आवासीय विद्यार्थी के रूप में प्रवेशित किया जायेगा।
*आवेदन कैसे करें*
योजना के अंतर्गत पात्र बच्चों के चिन्हांकन की कार्यवाही जिला कलेक्टर द्वारा की जायेगी। पात्र सभी बच्चों की प्रविष्टि pmcaresforchildren.in पोर्टल पर अपलोड की जायेगी। इसके अतिरिक्त "सिटीजन लॉग इन" से सीधे आवेदन को भरा जा सकता है अथवा बाल कल्याण समिति के लॉग इन से भी आवेदन किया जा सकता है। योजना में माता-पिता की कोविड से मृत्यु संबंधी प्रमाण-पत्र का होना अनिवार्य नहीं है। किन्तु कलेक्टर द्वारा बच्चे के माता-पिता की मृत्यु कोविड से होने के संबंध में संतुष्टि होने और सत्यापन किये जाने पर ही बच्चे को लाभान्वित किया जायेगा। सिटीजन लॉग इन अंतर्गत एक मोबाइल नम्बर से अधिकतम 10 आवेदन फीड किये जा सकते हैं। योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी/सहायता भारत सरकार द्वारा जारी सम्पर्क नं. 011-23385289 अथवा ई-मेल cw2section-mwcd/gov.in पर सम्पर्क किया जा सकता है।
16 अगस्त से 21 अगस्त तक कर्मचारी शिकायत निवारण सप्ताह का आयोजन
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा 21 अगस्त तक वृत्त स्तर पर विशेष शिविर लगाकर कार्मिकों की विभिन्न समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है। 16 अगस्त से कंपनी द्वारा वृत्त स्तर पर आयोजित इन शिविरों में पहले ही दिन लगभग एक दर्जन से अधिक कर्मचारियों के विभागीय मामलों तथा अन्य छोटी-बड़ी समस्याओं का निदान किया गया। वृत्त स्तर पर आयोजित होने वाले इन शिविरों में कार्मिकों के स्थानान्तरण के मामलों को छोड़कर अन्य सभी मामले जैसे उच्च वेतनमान, निलंबन अवधि के वेतन, मेडिकल बिल, विभागीय जांच, लंबित विभागीय कार्यवाही के प्रकरण, कारण बताओ नोटिस तथा अन्य शिकायतों का निराकरण सुनिश्चित किया जा रहा है। इस प्रकार की कार्यवाही की मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के कर्मचारी संगठनों ने सराहना की है और कहा है कि इस प्रकार से शिकायतों का निराकरण शिकायत निवारण शिविर लगाकर किया जाएगा तो कर्मचारियों की शिकायतें शून्य हो जाएंगी और कर्मचारियों में कार्य के प्रति स्वस्थ वातावरण निर्मित होगा और प्रबंधन और कार्मिक के बीच की दूरी खत्म हो जाएगी। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक श्री गणेश शंकर मिश्रा ने कर्मचारियों से कहा है कि आपकी हर समस्या का निदान सुनिश्चित किया जाएगा और मानवीय दृष्टिकोण तथा प्राकृतिक न्याय और शासकीय नियमों के अंतर्गत शिकायतों का निराकरण तत्काल सुनिश्चित करने की कारगर व्यवस्था की जाएगी।
उत्साह से मनेगा महात्मा गांधी नरेगा के मजदूरों का त्यौहार, मजदूरों के बैंक खाते में जारी हुई 785 करोड़ की मजदूरी
महात्मा गांधी नरेगा के मजदूर उत्साह के साथ अपना रक्षाबंधन का त्यौहार मना सकेंगे। राज्य शासन द्वारा लगभग 30 लाख से अधिक मनरेगा मजदूरों को 785 करोड़ रूपये का रुका हुआ भुगतान सीधे उनके बैंक खाते में जारी किया गया है। यह राशि योजना अंतर्गत सृजित 4 करोड़ 6 लाख मानव दिवस के विरूद्ध जारी की गई है। भारत सरकार द्वारा राज्य को 785 करोड़ की राशि जारी की गई थी। आने वाले त्यौहार के मद्देनजर तत्काल उक्त राशि मजदूरों के बैंक खातों में सीधे अंतरित की गई है। मजदूरों को जारी की गई इस राशि के सत्यापन के लिए जिलों को मजदूरों की बैंक पासबुक अद्यतन करने हेतु निर्देशित किया गया है। मजदूरों को लंबित भुगतान की राशि प्राप्त होने से मनरेगा के कार्यों में श्रमिकों की संख्या को बढ़ाया जा सकेगा।
ग्लोबल स्किल्स पार्क सिटी कैंपस भोपाल में प्रशिक्षण पुन: प्रारंभ
ग्लोबल स्किल्स पार्क सिटी कैंपस भोपाल में संचालित “एडवांस सर्टिफिकेट इन प्रिसिजन इंजीनियरिंग” एक वर्षीय सर्टिफिकेशन कोर्स में प्रशिक्षण शासन द्वारा कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए पुनः प्रारंभ कर दिया गया है। लॉकडाउन के पश्चात प्रशिक्षण पुन: प्रारंभ होने से प्रशिक्षणार्थी में उत्साह देखने को मिला है। मध्यप्रदेश शासन द्वारा संचालित यह कोर्स जिसकी संबद्धता ITEES सिंगापुर के साथ है, एक प्रायोगिक कोर्स है जिसमें उद्योगों में प्रयोग होने वाली एडवांस CNC मशीन में विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाता है जिससे वे अपने कौशल को निखार कर रोजगारउन्मुख बन सकें। इस कोर्स में प्रवेश के लिए आईटीआई (टर्नर/फिटर/मशीनिशट/ मशीनिशट ग्राइंडर /मेकेनिक टूल मेंटीनेंस) अथवा बी.ई./बी. टेक/डिप्लोमा (मेकेनिकल/इंडस्ट्रियल/प्रोडक्शन) के युवा पात्र होगे। ग्लोबल स्किल्स पार्क सिटी कैंपस भोपाल में प्रवेश प्रक्रिया जुलाई 2021 बैच प्रारंभ है। विस्तृत जानकारी www.globalskillspark.mp.gov.in पर उपलब्ध है।
19 अगस्त के स्थान पर 20 अगस्त को होगा मोहर्रम अवकाश
सामान्य प्रशासन विभाग ने शुक्रवार 20 अगस्त 2021 को मोहर्रम के उपलक्ष्य में सार्वजनिक व सामान्य अवकाश घोषित करने के आदेश जारी कर दिए हैं। पूर्व में घोषित 19 अगस्त 2021 के अवकाश को निरस्त किया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान से इस संबंध में मुस्लिम समुदाय द्वारा हाल ही में अनुरोध किया गया था कि यह अवकाश 20 अगस्त को किया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अनुरोध स्वीकार करते हुए इस संबंध में आवश्यक आदेश जारी करने के निर्देश दिए।
बच्चों के लिये "आयुष बाल कषायम तैयार आयुष मंत्री श्री कावरे को सौंपा सेम्पल प्रोडक्ट
मध्यप्रदेश के आयुष विभाग ने बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिये "आयुष बाल कषायम'' तैयार किया है। आयुष (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री श्री रामकिशोर कावरे और प्रमुख सचिव श्रीमती करलिन खोंगवार देशमुख को "आयुष बाल कषायम'' का सेम्पल प्रोडक्ट आज पं. खुशीलाल शर्मा शासकीय स्वशासी आयुर्वेद महाविद्यालय एवं संस्थान के प्रधानाचार्य डॉ. उमेश शुक्ला ने सौंपा। भारत सरकार के मापदण्ड अनुसार यह प्रोडक्ट तैयार किया गया है। शासन स्तर से स्वीकृति मिलने के बाद इसे सभी के लिये उपलब्ध करवाया जायेगा। यह प्रोडक्ट कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों को बचाने में कारगर साबित होगा। राज्य मंत्री श्री कावरे ने आज आयुर्वेद महाविद्यालय एवं संस्थान की साधारण सभा की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक के बाद राज्य मंत्री श्री कावरे, प्रमुख सचिव श्रीमती देशमुख और संभागायुक्त श्री कवीन्द्र कियावत ने महाविद्यालय परिसर में पौधरोपण किया। राज्य मंत्री श्री कावरे ने बैठक में कहा कि कोरोना काल में लोगों ने आयुष विधा के महत्व को समझा और अपनी दिनचर्या में अपनाया है। योग और आहार-विहार के प्रति भी लोग सजग हुए हैं। पर्यटन के क्षेत्र में भी आयुष विधा को जोड़ा जा रहा है। आयुष ने हर्बल एवं पंचकर्म की सुपर स्पेशियलिटी में भी काम कर अपनी अलग पहचान बनाई है। कोरोना काल में कम व्यवस्था के बाद भी मेहनत और लगन से काम कर विभाग के अधिकारियों और डॉक्टर्स ने लोगों में अपना विश्वास अर्जित किया है। राज्य मंत्री श्री कावरे ने कहा कि आयुर्वेद का रजिस्ट्रार कार्यालय भी परिसर से ही संचालित हो, जिससे एक ही कैम्पस में सभी सुविधा प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि आयुष ग्राम में शिविर आदि के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाये। शिविर में लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण हो और एक डाटाबेस तैयार किया जाये। श्री कावरे ने निर्देश दिये कि रुके हुए काम को गति दें और कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण करें।
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