जिले में अब तक 668.8 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज, बीते 24 घंटे में 0.1 मिलीमीटर औसत वर्षा
जिले में 01 जून से 23 अगस्त 2021 तक 668.8 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। जो कि गत वर्ष इसी अवधि में औसत वर्षा 921.9 मिलीमीटर थी। जिले की वर्षा ऋतु में सामान्य औसत वर्षा 1148.4 मिलीमीटर है। अधीक्षक भू-अभिलेख द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 01 जून से 23 अगस्त 2021 तक जिले के वर्षामापी केन्द्र सीहोर में 670.3 मिलीमीटर, श्यामपुर में 651.9, आष्टा में 601.0 जावर में 606.0, इछावर में 666.3, नसरूल्लागंज में 630.0, बुधनी में 824.0, रेहटी में 701.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।
बीते 24 घंटे में 0.1 मिलीमीटर औसत वर्षा
जिले में बीते 24 घंटे में प्रात: 08 बजे तक 0.1 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। वर्षामापी केन्द्र सीहोर में 0.0 मिलीमीटर, श्यामपुर में 0.0, आष्टा में 0.0 जावर में 0.0, इछावर में 0.0, नसरूल्लागंज में 1.0, बुधनी में 0.0, रेहटी में 0.0 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।
प्रतिभावान खिलाड़ियों के चयन का अभियान 24 अगस्त से
प्रदेश के प्रतिभावान खिलाड़ियों को सुनहरा अवसर प्रदान करने के लिये राज्य शासन द्वारा 24 अगस्त से प्रतिभा चयन कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है। पंजीयन की कार्यवाही 9 अगस्त से शुरू की गई थी। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भविष्य की खेल प्रतिभाओं को तलाशकर तराशने के लिए 'टैलेंट सर्च 2021' अभियान की घोषणा की है। यह अभियान 24 अगस्त से पूरे प्रदेश में शुरू होगा। अभियान में खेल एवं युवा कल्याण, स्कूल शिक्षा एवं आदिम जाति कल्याण विभाग के समन्वय से अभियान चलाया जाएगा। अभियान में लगभग 2500 बालक-बालिकाओं का चयन कर प्रदेश में संचालित अत्याधुनिक संसाधनों से लैस विभिन्न खेल अकादमियों तथा राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय प्रशिक्षकों की देखरेख में प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रतिभावान खिलाड़ी एथलेटिक्स, शूटिंग, वॉटर स्पोर्ट्स (कयाकिंग केनोइंग, रोइंग, सेलिंग, स्लालॉम), कराते, फेंसिंग, बॉक्सिंग, कुश्ती, ताइक्वाडों जूडो, घुड़सवारी, पुरुष हॉकी, ट्रायथलान, महिला हॉकी, बैडमिंटन, तीरंदाजी, पुरुष क्रिकेट, योग और मलखंभ में अपना भविष्य बनाने के लिए इस अभियान में शामिल हो सकेंगे। चयन की प्रक्रिया निर्धारित मापदंडों के अनुरूप और कोविड संबंधी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए की जा रही है।
मलेरिया के लक्षण दिखाई देने पर तत्काल खून की जांच कराने की सलाह
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा एडवाइजरी में लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है कि वर्षा ऋतु के आगमन के साथ मच्छर जनित रोग मलेरिया की भी संभावनाएँ होने लगी हैं। मलेरिया परजीवी का संक्रमण संक्रमित मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से फैलता है। यह मच्छर रुके हुए साफ पानी में पैदा होता है, अतः घर के आस-पास कहीं भी खुले स्थान पर पानी एकत्रित न होने दें। एडवाइजरी में कहा गया है कि हर सप्ताह कूलर, पानी की टंकी आदि को खाली कर सफाई करें। ऐसे स्थान जहाँ पानी की निकासी संभव न हो और अनावश्यक जल भराव हो वहाँ केरोसिन या जला हुआ तेल डालें। मच्छरदानी लगाकर सोएं। खिडकियों और दरवाजों पर मच्छरों को रोकने के लिये जाली लगायें। पूरी बाँह के कपड़े पहनें। मलेरिया के लक्षणों में ठंड लगकर तेज बुखार आना, पसीना आकर बुखार उतर जाना, रुक-रुक कर बुखार आना, सिर दर्द और उल्टी होना तथा बैचेनी, कमजोरी, सुस्ती महसूस होना शामिल है। मलेरिया के लक्षण दिखाई देने पर तत्काल शासकीय स्वास्थ्य संस्था अथवा आशा कार्यकर्ता से संपर्क कर खून की जांच करायें।
जहरीले कीड़े के काटने पर अस्पताल में इलाज की सलाह
सर्पदंश की स्थिति में मरीज को तत्काल अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई है। बरसात के दिनों में सांप काटने के केस अत्याधिक सामने आते हैं। सांप काटने में व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तथा सांप काटने को अनदेखा न करें, किसी नजदीकी अस्पताल तुरन्त लेकर जायें, झाड़-फूंक में न रहें, सांप के दांत के नीचे विष की थैली होती है, काटने पर विष की थैली सीधे शरीर में खून के माध्यम से जहर फैल जाता है। सामान्तयः जहरीले सांपों के काटने पर दांतों के दो निशान अलग ही दिखाई देते हैं। गैर विषैले सांप के काटने पर दो से ज्यादा निशान हो सकते हैं, परन्तु ये निशान नहीं दिखता है, ये सोचना गलत होगा कि सांप ने नही काटा है, ज्यादातर सांप गैर विषैले भी होते हैं। सांप के काटने पर करीब-करीब 95 प्रतिशत मामलों में पहला लक्षण नींद का आना है, इसके साथ ही निगलने या सांस लेने में तकलीफ होती है, आमतौर पर सांप काटने पर आधे सांप के काटने पर यह ना करें रस्सी से न बांधें, ब्लेड से न काटें, पारम्परिक तारीकों का इस्तेमाल न करें, मुंह से खून न चूसें। ओछा, कुनिया के पास न जायें। सांप काटे व्यक्ति को नदी में प्रवाहित करें। अन्धविश्वास में न पड़े।घंटे बाद लक्षण दिखाई देने लगते हैं।
यथा संभव निम्नानुसार कार्य करें
सांप काटे व्यक्ति को दिलासा दिलायें। घटना के तथ्यों का पता लगायें। गीले कपडे़ से डंक की जगह की चमड़ी को साफ करें, जिससे वहां पर लगा विष निकल जाये। सांप काटे व्यक्ति को करवट सुलायें, क्योंकि कई बार उल्टी भी होने लगती है, इसलिये करवट सुलाने से उल्टी श्वसनतंत्र में ना जाये। जहां पर सांप ने काटा है उस स्थान पर हल्के कपडे़ से बांध देवें, ताकि हिलना डुलना बंद हो जाये।
उपचार और बचाव
सांप काटे व्यक्ति को तत्काल नजदीकि अस्पताल ले जाने की व्यवस्था बनायें। सांप के काटने के जहर को मारने के लिये अस्पताल में निःशुल्क एंटी स्नेक इंजेक्शन लगाया जाता है, अस्पताल में उपलब्ध है एवं डाक्टर द्वारा दी गई सलाह के अनुसार उचित उपचार करायें। अंधेरे में न जायें। बिलों में हाथ न डालें। झाड़ियों में न जायें। पानी भरे गड्ढे में न जायें। पैरों में चप्पल और जूते पहनकर चलें।
सोलर रूफटाप लगाएं और सब्सिडी का लाभ उठाएं
भारत सरकार के नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्रालय एवं मध्यप्रदेश ऊर्जा विभाग के अंतर्गत म.प्र. मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी भोपाल, म.प्र.पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी जबलपुर एवं म.प्र.पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर द्वारा 23 एवं 24 अगस्त को सोलर रूफटॉप की जनजागृति के लिए अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इस महोत्सव में राज्य की तीनों वितरण कंपनियों द्वारा सोलर रूफटॉफ के लिए उपभोक्ताओं में जनजागृति के लिए कार्यक्रम, सेमिनार और शिविर आयोजित किये जा रहे हैं। इसके अंतर्गत सोलर रूफटॉफ के मध्यप्रदेश में सभी पंजीकृत वेन्डरों की बैठक 16 अगस्त को मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के मुख्यालय में आयोजित की गई थी। बैठक में लिये गये निर्णय के अनुसार 23 एवं 24 अगस्त को भोपाल सहित मध्यप्रदेश के विभिन्न शहरों में ग्रुप हाउसिंग सोसायटी/रेसिडेन्सीयल वेलफेयर एसोसिएशन के माध्यम से 150 से अधिक कैम्प आयोजित किये जाना है। भोपाल शहर में लगभग 32 परिसरों में सोलर रूफटॉफ को बढ़ावा देने के लिए कैम्प आयोजित किये जा रहे हैं। इस मौके पर 24 अगस्त को आईएएस गेस्ट हाउस, चार इमली में भी जनजागृति शिविर लगाया जाएगा। गौरतलब है कि सोलर रूफटॉप के लगाने से एक ओर जहॉं ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा मिलेगा वहीं दूसरी ओर जो उपभोक्ता अपने परिसर में सोलर रूफटॉप लगवाते हैं उनको बिजली बिलों में भी राहत मिलेगी।
सोलर रूफटाप : लाभ एक नजर में
अपने घर/ग्रुप हाउसिंग सोसायटी की छत/लगी हुई खुली जगह पर सोलर पैनल लगायें और बिजली पर होने वाले खर्च को बचायें। सोलर पैनल से बिजली 25 साल तक मिलेगी और इसके लगाने के खर्च का भुगतान 4-5 वर्षों में बराबर हो जाएगा। इसके बाद अगले 20 वर्षों तक सोलर से बिजली का लाभ सतत् मिलता रहेगा। इससे कार्बन फुटप्रिंट कम होगा और पर्यावरण को लाभ मिलेगा। एक कि.वा. सौर ऊर्जा के लिए लगभग 10 वर्ग मीटर की जरूरत होगी। तीन कि.वा. तक के सोलर प्लांट पर 40 प्रतिशत की सब्सिडी और 3 कि.वा. के बाद 10 कि.वा. तक 20 प्रतिशत की सब्सिडी भारत सरकार द्वारा मिलेगी।
सोलर प्लांट लगाने पर खर्च
एक कि.वा. से ऊपर - 3 कि.वा. तक 37 हजार प्रति कि.वा. व्यय आएगा, तीन कि.वा. से ऊपर -10 कि.वा. 39 हजार 800 प्रति कि.वा. व्यय आएगा, 10 कि.वा. से ऊपर 100 कि.वा. तक 36 हजार 500 प्रति कि.वा. व्यय आएगा, 100 कि.वा. से ऊपर -500 कि.वा. तक 34 हजार 900 प्रति किवा. खर्च आएगा। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने कहा है कि उक्त राशि में सब्सिडी शामिल है, सब्सिडी घटाकर एजेन्सी को भुगतान की जाने वाली राशि 3 कि.वा. हेतु 66 हजार 600 रूपये एवं 5 कि.वा. पर रू. 1 लाख 35 हजार 320 रूपये है। ग्रुप हाउसिंग सोसायटी को कॉमन सुविधा वाले संयोजन पर 500 कि.वा. तक 10 कि.वा. प्रति घर 20 प्रतिशत की सब्सिडी मिलेगी। कंपनी द्वारा अधिकृत एजेंसी, तकनीकी विवरण, सब्सिडी व भुगतान की जाने वाली राशि की जानकारी हेतु मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के निकटतम कार्यालय, कंपनी की वेबसाईट portal.mpcz.in के मुख्य पृष्ठ पर देखें या टोल फ्री नंबर 1912 पर संपर्क कर सकते है।
किसानों को वरदान - किसान क्रेडिट कार्ड
किसान क्रेडिट कार्ड योजना किसानों के हित में संचालित बेहतरीन योजना है। इसके माध्यम से सरकार किसानों की मदद करती है, जिससे किसानों को फसल बोनी व अन्य कृषि कार्य हेतु राशि की व्यवस्था हेतु भारी ब्याज नहीं देना पड़े और ना ही अपनी भूमि किसी साहूकार के पास गिरवी रखना पड़े। इस योजना को वाणिज्यिक बैंकों, सहकारी बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा कार्यान्वित किया गया है। किसान क्रेडिट कार्ड योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को कृषि कार्य की आवश्यकता जैसे, बीज, उर्वरक की खरीदी, भूमि की जुताई, फसल बुवाई, सिंचाई, कटाई, फसलों को वेयर हाउस में रखने का खर्चा, कृषि यंत्र क्रय आदि विभिन्न कार्य हेतु लघु अवधि धन राशि की व्यवस्था करना है। इस हेतु इच्छुक व्यक्ति किसान क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ ले सकते हैं। किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने हेतु किसान भाई अपनी नजदीकी शाखा में अपने दस्तावेज, आधार कार्ड, बैंक खाता पासबुक, भू-अभिलेख, परिचय पत्र, पासपोर्ट साईज फोटोग्राफ आदि ले जायें और किसान क्रेडिट कार्ड की राशि/लिमिट का निर्धारण किसान द्वारा बोई गई फसल के ऋणमान के द्वारा निर्धारण किया जायेगा। किसान क्रेडिट कार्ड की सहायता से किसान भाई फसल, पशुधन, कृषि यंत्रों हेतु ऋण ले सकते हैं। किसान क्रेडिट कार्ड 5 वर्षों के लिये वैद्य होगा। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के सभी पात्र किसान इस योजना का लाभ अवश्य लें।
करंट से होने वाली दुर्घटनाएं - सावधानी बरतने की सलाह
मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने जनता को आगाह किया है कि जरा सी असावधानी दुर्घटना का कारण बन सकती है। आमजन करंट से होने वाली दुघटनाओं की रोकथाम में सहयोग करें एवं बिजली लाइनों तथा ट्रांसफार्मर से उचित दूरी बना कर रखें। कंपनी ने उपभोक्ताएओं से अपील में कहा है कि विद्युत लाइनों/ट्रांसफार्मरों एवं उपकरणों के साथ छेड़छाड़ नकरें तथा सुरक्षित दूरी बनायें रखें। यदि आँधी तूफान में खंबे/तार टूटे हों तो इसकी सूचना तत्काल शिकायत कॉल सेंटर केटोल फ्री नं. 1912 पर/ उपाय एप एवं समीप के वितरण केन्द्र कार्यालय में दें। जमीन पर पड़े तारों को छूने या स्पर्श करने की गलती न करें साथ ही पार करने का प्रयास न करें। पान टपरों तथा ऐसी दुकानों जिनमें लोहे की चादर का इस्तेमाल होता है, में वायरिंग को सुरक्षित ढंग से पी.वी.सी. पाईप के द्वारा ही कराई जाए। किसी प्रकार की कटी-फटी लूज वायरिंग से जान-माल का खतरा हो सकता है। बारिश के दौरान विद्युत खम्बे / स्टे के पास पानी भराव वाले स्थान से निकलने की जल्दी न करें। सावधानी बरतें क्योंकि बारिश के दौरान करंट लीकेज की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने कहा है कि बच्चों और मवेशियों का विशेष ध्यान रखें।अपने मवेशी कोबिजली के खम्बे, स्टे वायर इत्यादि से न बांधें। कपड़े सुखाने के लिये जी. आई.तार अथवा रस्सी, सर्विस लाईन के पाईप या बिजली के खम्बों से कभी न बांधें। इसमें करंट आने की संभावना बनी रहती है। घर की दीवार, उपकरण, नल आदि में लीकेज करंट आने पर प्रशिक्षित इलेक्ट्रीशियन से तत्काल ठीक कराऐं। खेतों में लोहे के कटीले तारों की फेंसिंग को आपस में शार्ट कर कई स्थानों पर अर्थिंग कराऐं। इन तारों में असावधानीवश करंट आने की संभावना बनी रहती है। इससे जान-माल के नुकसान खतरा रहता है। मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने कहा है कि घरेलू विद्युत उपकरणों, वायरिंग, स्विच इत्यादि को स्वयं सुधारने के बजाय किसी प्रशिक्षित एवं अनुभवी इलेक्ट्रीशियन की सेवाएं लें। मानवजीवन अमूल्य है। बिजली के स्विच / सॉकिट / बिजली उपकरण बच्चों की पहुंच से दूर रखें। विद्युत पोल से ही कनेक्शन लें, बीच तारों में कटिया डालकर विद्युत उपयोग न करें, यह दण्डनीय अपराध है। शादी, धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रमों में अतिरिक्त भार हेतु अस्थायी कनेक्शन लें तथा उचित क्षमता की उच्च गुणवत्ता की केबिल का ही उपयोग करें। कटेफटे तारों का उपयोग कतई ना करें। स्वीकृत भार से अधिक लोड का उपयोग न करें। उचित क्षमता के एम.सी.सी.बी/कट-आउट लगाने के साथ ही अच्छी गुणवत्ता की वायरिंग का ही उपयोग करें। वर्ष में 1 बार अपने परिसर की वायरिंग, फिटिंग, अर्थिंग अनुभवी एवं दक्ष इलेक्ट्रीशियन से अवश्य चैक कराएं। विद्युत लाईन के नीचे एवं ट्रांसफार्मरों के नजदीक भवन निर्माण/ दुकान/बैनर/ईट भट्टा न लगाएँ। विद्युतलाईन के नीचे कोई स्थाई-अस्थाई निर्माण न करें। फसल इत्यादि का संग्रहण न करें। विद्युत लाइनों से सुरक्षित दूरी पर ही निर्माण करें। किसान भाई खेतों में कटाई एवं गहाई की जा रही फसलों को बिजली के तारों के नीचे, बिजली के खम्बों एवं स्थापित ट्रांसफार्मरों/ स्टे तारों के पास एकत्रित न करें। खेतों में विद्युत उपयोग हेतु कटी-फटी डोरी का उपयोग न करें। डोरी का उचित ऊँचाई की लकड़ी या बांस बल्ली से ही उपयोग करें।
दो दिवसीय वैक्सीनेशन महाअभियान की तैयारियों पर नज़र रखेंगे जिलों के प्रभारी मंत्री
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है कि सितम्बर माह तक प्रदेश के सभी पात्र नागरिकों को कोविड से बचाव के लिए प्रथम डोज लग जाए। एक विशेष रणनीति के तहत यह लक्ष्य तय किया गया है। वैक्सीनेशन महाअभियान का द्वितीय चरण अगस्त माह में ही सम्पन्न करने के पीछे भी यही उद्देश्य है कि प्रदेश के लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित हो। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आगामी 24 अगस्त को होने वाली मंत्रि-परिषद की बैठक स्थगित कर समस्त मंत्रीगण को अपने प्रभार के जिलों में 25 और 26 अगस्त के वैक्सीनेशन महाअभियान की तैयारियाँ सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में टीकाकरण महाअभियान में 25 अगस्त को कोरोना वैक्सीन का पहला एवं दूसरा डोज तथा 26 अगस्त को दूसरा डोज निर्धारित केन्द्रों पर लगाया जाएगा। इस समय मध्यप्रदेश वैक्सीनेशन में देश में दूसरे स्थान पर है। प्रदेश में अभी तक 4 करोड़ से अधिक लोग वैक्सीन की प्रथम और द्वितीय डोज़ लगवा चुके हैं। प्रदेश में वैक्सीनेशन के लिए पात्र आबादी 5 करोड़ 48 लाख 90 हजार है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी जिलों के सामाजिक संगठनों, कोरोना वॉलेंटिंयर्स, जन-प्रतिनिधियों और आमजन से अपील की है कि वे टीकाकरण महाअभियान में अपना पूरा सहयोग प्रदान करें। राजनैतिक दल भी जनता के हित से जुड़े इस अभियान में अपना रचनात्मक योगदान अवश्य प्रदान करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शासकीय विभागों और विभिन्न पंथों-धर्मों के प्रमुखों से भी वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करने का अनुरोध किया है।
वैक्सीन के दोनों डोज लगवाकर स्वयं को करें कोरोना से सुरक्षित, 25 एवं 26 अगस्त प्रदेश में टीकाकरण महा-अभियान
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने रक्षाबंधन के अवसर प्रदेशवासियों को संदेश देते हुए कहा है कि वे कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगाकर स्वयं, परिवार, प्रदेश तथा देश को सुरक्षित करें। यह बहनों के लिए भाइयों की ओर से सच्चा तोहफा होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में नियमित टीकाकरण के साथ ही आगामी 25 एवं 26 अगस्त को टीकाकरण महाअभियान चलाया जाएगा। 18 वर्ष से अधिक उम्र का हर पात्र व्यक्ति दोनों डोज अवश्य लगवाएँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि टीकाकरण महाअभियान में 25 अगस्त को कोरोना वैक्सीन का पहला एवं दूसरा डोज तथा 26 अगस्त को दूसरा डोज निर्धारित केन्द्रों पर लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी कोरोना वॉलेंटिंयर्स, जन-प्रतिनिधि, स्वयंसेवी संस्थाओं, धर्मगुरुओं, समाज सेवियों, विभिन्न संगठनों सहित आमजन से अपील की है कि वे टीकाकरण महाअभियान में अपना पूरा सहयोग देकर इसे पूर्ण रूप से सफल बनाएँ।
कोरोना अभी समाप्त नहीं हुआ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना नियंत्रित हुआ है, परन्तु पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। अभी भी कोरोना के प्रकरण आ रहे हैं। घबराने की आवश्यकता नहीं। पूर्ण सावधानी बरतें तथा कोविड अनुकूल व्यवहार करें।
टीका देता है 93 प्रतिशत सुरक्षा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वैक्सीन कोरोना के विरुद्ध मजबूत सुरक्षा चक्र है। वैज्ञानिकों ने बताया है कि वैक्सीन कोरोना के विरूद्ध 93 प्रतिशत सुरक्षा देता है। परन्तु इसके लिए वैक्सीन के दोनों डोज निर्धारित समयावधि में लगवाना जरूरी है। यह वैक्सीन तभी पूरी तरह प्रभावी होगा, जब इसके दोनों डोज लिए जाएँ।
12 प्रतिशत ने ही लगवाया है दूसरा डोज
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में 60 प्रतिशत पात्र व्यक्तियों को कोरोना का प्रथम डोज लग गया है, परन्तु 12 प्रतिशत ने ही दूसरा डोज लगवाया है। जिन्होंने कोविशील्ड टीका लगवाया है वे 84 दिन बाद तथा जिन्होंने कोवैक्सीन टीका लगवाया है वे 28 दिन बाद दूसरा डोज अवश्य लगवाएँ।
देश के सशक्तिकरण के लिए बहनों का सशक्तिकरण आवश्यक, आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश आत्म-निर्भर बहनों के बिना नहीं बन सकता
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि देश का सशक्तिकरण बहनों के सशक्तिकरण के बिना संभव नहीं है। मुख्यमंत्री बनने के बाद लगातार मेरे प्रयास रहे हैं कि मैं माँ-बहन-बेटियों की जिंदगी में कैसे खुशियाँ लाऊँ। उनकी सुरक्षा, सम्मान एवं कल्याण के लिए प्रदेश सरकार निरंतर कार्य कर रही है। प्रदेश में बहनों का शैक्षणिक, आर्थिक, राजनैतिक और सामाजिक सशक्तिकरण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश आत्म-निर्भर बहनों के बिना नहीं बन सकता है। प्रदेश में बहनों को आत्म-निर्भर बनाने विभिन्न योजनाएँ संचालित की जा रही हैं। जल्दी ही महिला पंचायत बुलाई जायेगी, जिसमें बहनों से चर्चा के उपरांत लाड़ली लक्ष्मी जैसी अन्य योजनाएँ भी बनाई जाएंगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी प्रदेशवासियों से अपील की कि वे रक्षाबंधन के पावन अवसर पर माँ-बहन-बेटियों के अधिकारों की रक्षा, उनके सम्मान, उनके कल्याण और उनके सशक्तिकरण का संकल्प लें। हम संकल्प लें कि उनके सपनों की उड़ान को पूरा करने के लिए उन्हें सभी अवसर दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश की सभी बहनों से कहा कि रक्षाबंधन पर जब वे अपने भाई को राखी बांधे तो उनसे पूछें कि उन्होंने कोरोना का टीका लगवाया कि नहीं। रक्षाबंधन के साथ कोरोना से सुरक्षा के बंधन के रूप में टीका अवश्य लगवाएँ। बहनें स्वयं भी टीका लगवाना न भूलें। प्रदेश में आगामी 25 एवं 26 अगस्त को टीकाकरण महाअभियान चलाया जाएगा, जिसमें 25 तारीख को पहला एवं दूसरा तथा 26 तारीख को दूसरा डोज लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रक्षाबंधन के पावन अवसर पर प्रदेश की बहनों को संदेश दिया। उन्होंने सभी माता-बहनों तथा बेटियों के सुखी, स्वस्थ्य एवं समृद्ध जीवन के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुख्यमंत्री निवास पर राखी बांधने आई बहनों कु. कनक कुशवाह तथा शैली तिवारी से राखी बंधवाकर अपने दिन की शुरुआत की। उन्होंने अपने हाथ से बहनों को मिठाई खिलाई तथा शुभाशीष दिया।
पूजनीय हैं माँ- बहन-बेटियाँ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भारत में अनादिकाल से माँ-बहन–बेटियों का सम्मान है तथा वे हमारे लिए पूजनीय हैं। भारतीय परंपरा में कहा जाता है कि जहाँ नारियों की पूजा होती है, वहाँ ईश्वर का वास होता है।
भारतीय परंपराओं की वाहक
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बहनें हमारी संस्कृति, जीवनमूल्य, व्रत, उत्सव, तीज-त्यौहार आदि परंपराओं की वाहक हैं। भारत की परिवार व्यवस्था पूरी दुनिया के लिए आश्चर्य का विषय है तथा इसकी धुरी हैं नारियाँ। प्रदेश में बेटियों के पूजन के साथ शासकीय कार्य प्रारंभ होता है। बेटियों का सम्मान एवं सुरक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है।
बहनों के कल्याण की अनेकों योजनाएँ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कह कि कहा मध्यप्रदेश में बहनों के कल्याण के लिए अनेकों योजनाएँ चल रही हैं। लाड़ली लक्ष्मी योजना में अब बहनों को कॉलेज में प्रवेश पर बीस हजार रुपये दिए जाएंगे। उनकी उच्च शिक्षा का पूरा प्रबंध किया जाएगा। बहनों को शिक्षा के लिए यूनिफार्म, साईकिल, पुस्तकें सब नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाती हैं। गाँव की बेटी योजना, प्रतिभा किरण योजना चल रही हैं। विदेश अध्ययन के लिए छात्रवृत्ति दी जाती है। विवाह के लिए मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना है। प्रसूति सहायता योजना में बच्चे के जन्म से पहले 4 हजार एवं जन्म के बाद 12 हजार रुपये दिए जाते हैं।
वर्ष 2024 तक हर घर को नल से पानी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में वर्ष 2024 तक न केवल शहरी बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी हर घर को नल से पेयजल दिया जाएगा। इसके लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जल जीवन मिशन प्रारंभ किया है।
महिलाओं के लिए एक प्रतिशत रजिस्ट्री शुल्क
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं द्वारा जमीन, मकान आदि की रजिस्ट्री कराये जाने पर उनसे एक प्रतिशत रजिस्ट्री शुल्क लिया जाता है। इससे बहनों के नाम पर संम्पत्तियों की गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष 10 प्रतिशत अधिक रजिस्ट्रियाँ हुई हैं। महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने लिए महिला स्व-सहायता समूहों को कम ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है।
महिलाओं का राजनैतिक सशक्तिकरण
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महिलाओं के राजनैतिक सशक्तिकरण के लिए स्थानीय निकाह चुनावों में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। सरकारी नौकरियों में पुलिस भर्ती में महिलाओं को 30 प्रतिशत तथा शिक्षकों की भर्ती में 50 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की गई है।
बेटियों की सुरक्षा सर्वोपरि
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बेटियों की सुरक्षा के लिए हर जिले में महिला पुलिस थाने स्थापित किए गए हैं। मध्यप्रदेश ऐसा पहला राज्य है, जहाँ महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने वालों को फाँसी की सजा का प्रावधान किया गया है। बेटियों के साथ डरा-धमकाकर अथवा धोखे से विवाह करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही के लिए धार्मिक स्वातंत्र्य कानून बनाया गया है। गुमशुदा बेटियों को घर वापिस लाने के लिए मुस्कान अभियान चलाया जा रहा है।
ईको-फ्रेंडली मूर्ति निर्माण के लिये दो दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यशाला
गणेश एवं दुर्गा पूजा पर्व के दौरान "ईको-फ्रेंडली" मूर्ति निर्माण के लिये 25 एवं 26 अगस्त को वेबिनार के माध्यम से जागरूकता-सह-प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की जाएगी। म.प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी श्री बृजेश शर्मा ने बताया कि जागरूकता सह-प्रशिक्षण कार्यशाला में ईको फ्रेंडली मूर्ति निर्माण करने का ऑनलाइन प्रशिक्षण कुशल कारीगरों द्वारा दिया जाएगा। प्रशिक्षण कार्यशाला का वेबिनार 25 एवं 26 अगस्त को दोपहर 2 बजे प्रारंभ होगा, जिसमें आमजन भी शामिल हो सकेंगे। वेबिनार से जुड़ने के लिये 25 अगस्त को वेबिनार लिंक http://youtu.be/YonM7f7ama4 और 26 अगस्त के वेबिनार की लिंक http://youtu.be/z-x0-NafFSg होगी।
नेशनल लोक अदालत 11 सितम्बर 2021 को आपसी समझौते से होगा मामलों का निराकरण
सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सीहोर द्वारा पक्षकारों से अपील की गयी है कि वे अपने राजीनामा योग्य लंबित अथवा पूर्ववाद (प्रीलिटिगेशन) प्रकरण को 11 सितम्बर को आयोजित होने वाली नेशनल लोक अदालत के माध्यम से आपसी समझौते से राजीनामा के आधार पर निराकृत कराकर अधिक से अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि कार्यपालक अध्यक्ष, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं म.प्र.राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के दिशा-निर्देशानुसार नेशनल लोक अदालत 11 सितम्बर 2021 को जिला स्तर पर आयोजित होगी। उक्त नेशनल लोक अदालत में न्यायालय में लंबित आपराधिक प्रकरण, परक्राम्य अधिनियम की धारा 138 के अंतर्गत चेक बाउंस प्रकरण, बैंक रिकबरी संबंधी मामले, एम.ए.सी.टी.(मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण) के मामले वैवाहिक प्रकरण, श्रम विवाद, भूमि अधिग्रहण के प्रकरण, विद्युत एवं जलकर तथा बिल संबंधी प्रकरण (चोरी के मामलों को छोड़कर), सेवा मामले जो सेवानिवृत्त संबंधी लाभों से संबंधित है, राजस्व के प्रकरण (जिला न्यायालय एवं उच्च न्यायालयों में लंबित), दीवानी मामले तथा बैंक रिकवरी, 138 एनआईएक्ट, जलकर एवं विद्युत संबंधी पूर्ववाद (प्रीलिटिगेशन) आदि राजीनामा योग्य प्रकरणों को अधिक से अधिक संख्या में निराकरण हेतु रखा जाएगा।
दो दिवसीय वैक्सीनेशन महाअभियान को सीहोर जिले में हम सभी मिलकर सफल बनाएं:-रवि मालवीय
अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कोतवाली चौहारा पर पाकिस्तान का पुतला जलाकर मुख्यमंत्री के नाम सौपा ज्ञापन
एलआईसी कर्मंचारियों ने कार्यालय में ध्वारोहण कर मनाया अपने बीडीआईईयू संगठन का स्थापना दिवस
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25 एवं 26 अगस्त को चलेगा टीकाकरण का दूसरा महाअभियान
- टीकाकरण का महत्व और अनिवार्यता का संदेश जन-जन तक पहुंचाएं- कलेक्टर श्री ठाकुर
- परिजनों को शोक छोड़कर खुशियों के साथ जीने का संदेश दिया , मांझी परिवारों ने अपने प्रियजनों को सदा के लिए खो दिया
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