जिलाभाजपा ने मनाई कुशाभाऊ ठाकरे की जयंती
आलकी की पालकी, जय कन्हैयालाल की .... के जयघोष के साथ शहर के ह्रदय स्थल राजवाड़ा पर 12 फिट ऊंची दही-हांडी बांधी गई, श्री कृष्ण जन्मोत्सव समिति के पदाधिकारी-सदस्यों ने लगाए जयकारे
झाबुआ। नंद के घर आनंद भयो .... जय कन्हैयालाल की ...., हाथी घोड़ा पालकी .... जय कन्हैयालाल की .... के जयघोष के साथ श्री कृष्ण जन्मोत्सव समिति राजवाड़ा ने शहर के ह्रदय स्थल स्थित राजवाड़ा चौक के मंच के समीप 12 फिट ऊंची दही-हांडी बांधी। दही-हांडी की विधिवत् पूजन युवा ज्योतिषाचार्य पं. द्विजेन्द्र व्यास एवं पं. जैमिनी शुक्ला ने संपन्न करवाई। प्रारंभ मंे मटकी मंे मक्खन, शहद, दही, मिश्री आदि पंचामृत डाला गया। बाद ऊपर श्रीफल रखकर आसपास चमकीली पन्नीयों से सजाकर रस्सी पर बांधी गई। तत्पष्चात् ढोल के साथ उपस्थित आयोजन समिति के प्रबंधक अषोक शर्मा एवं नीरजसिंह राठौर, संरक्षक यषवंत भंडारी, अजय रामावत, शरत शास्त्री, लालाभाई मिस्त्री, पीडी रायपुरिया, अध्यक्ष मनोज अरोरा, कोषाध्यक्ष विष्णु व्यास, अजयसिंह पंवार, अब्दुल रहीम अब्बु दादा, प्रतियोगिता संयोजक रविराजसिंह राठौर, सकल व्यापारी संघ से वरिष्ठ संजय कांठी, पंकज जैन ‘मोगरा’, कमलेष पटेल, हरिष शाह लालाभाई, मीडिया प्रभारी दौलत गोलानी, श्वेतांबर जैन समाज से सुरेन्द्र कांठी, अषोक चौहान, दिलीप पटेल, युवा बहादुर भाटी आदि ने श्री कृष्ण के जयकारे लगाए। पं. द्विजेन्द्र व्यास एवं पं. जैमिनी शुक्ला तथा जर्नादन शुक्ला ने दही-हांडी की कंकु-चावल से तिलक कर पूजन कर मंत्रोच्चार किए।
- युवा ज्योतिषाचार्य पं. द्विजेन्द्र व्यास एवं पं. जैमिनी शुक्ला ने संपन्न करवाई पूजन
ढोल और जयकारो के साथ बांधी गई दही-हांडी
सभी को तिलक करने के बाद ढोल और जयकारो के साथ दही-हांडी को रस्सी के सहारे 12 फिट की ऊंचाई पर बांधा गया। नीचे तखत और रात्रि में होने वाली फंेंसी ड्रेस प्रतियोगिता के लिए मंच का निर्माण किया गया। रात्रि में फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता बाद विजेता बने बाल गोपाल द्वारा दहीं-हांडी फोड़ी जाएगी। इस दौरान कोविड के नियमों एवं टीकाकरण महाभियान का प्रचार-प्रसार भी पोस्टर-बेनर आदि के माध्यम से किया जाएगा।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर प्रातःकाल कृष्ण मंदिरांे में भगवान का अभिषेक, पूजन एवं श्रृंगार का हुआ आयोजन, दोपहर मंे महिलाआंे ने किए भजन-किर्तन
श्री गौवर्धनाथजी की हवेली में सजे बाल गोपाल
इसी प्रकार शहर के आजाद चौक के समीप श्री गौवर्धननाथ मंदिर (श्री गौवर्धनाथजी की हवेली) में पूज्य आचार्य दिव्येषकुमार जी के सानिध्य में सुबह श्री गौवर्धनाथ प्रभु का अभिषेक, श्रृंगार कर रात्रि 12 बजे दर्षन हेतु पट बंद किए गए। दोपहर में मुख्य पट के समीप विषेष मंच सजाकर आचार्य दिव्येषकुमारजी के सानिध्य में मंदिर से जुड़़े वैष्णवजनों की उपस्थिति मंे बाल गोपाल को पालने में विराजित किया गया। यहां रात्रि 12 बजे मुख्य प्रवेष द्वार खुलंेगे और श्री गोपाल प्रभु का जन्मोत्सव मनाते हुए शंखनाद और घटियों की आवाज के साथ महाआरती और महाप्रसादी का आयोजन होगा।
श्री चारभुजानाथ मंदिर में की गई विषेष तैयारियां
शहर के श्री गौवर्धननाथ मंदिर के समीप श्री चारभुजानाथ मंदिर मंे प्रातःकाल से लेकर दोपहर तक भगवान का महाभिषेक मंदिर के सेवक वरिष्ठ पं. विष्वनाथ शुक्ल द्वारा किया गया। वहीं दषा नीमा समाज से जुड़े मनीष कोठारी, राजेन्द्र शाह, राकेष शाह, आषीष कटलाना, जितेन्द्र शाह आदि ने मंदिर को विषेष रूप से सुसज्जित करने में महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया। छोटे तालाब स्थित श्री राधा-कृष्ण बिहारी मंदिर में भी सुबह अभिषेक, श्रृंगार, पूजन बाद दोपहर में मंदिर से जुड़ी महिलाआंे ने भजन-किर्तन किए। लक्ष्मीबाई मार्ग स्थित श्री राम मंदिर पर भी विषेष तैयारियां की गई। सभी श्री कृष्ण मंदिरों पर रात्रि 12 बजे भगवान का जन्मोत्सव मनाते हुए महाआरती एवं महाप्रसादी का विषेष आयोजन होगा।
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