वीडियो को 24 घंटे में 7 लाख बार देखा गया
"धनी हो खोला ना केवड़िया, हम बिदेसवा जइबे ना"
यह एक पारंपरिक कजरी है जो आज से काफी समय पहले हमारे परदादा परनाना के समय में गाया जाता था। उसी पारंपरिक कजरी को नए अंदाज में अनन्या सिंह व श्री दीपक त्रिपाठी जी ने गाया है, जोकि लोक संस्कृति के लिए पिछले काफी सालों से काम कर रहे हैं आज की युवा पीढ़ी को भी अपनी परंपराओं अपने लोकगायन व संस्कृति से जोड़े रखने के लिए एक नए अंदाज में इस कजरी को सुनाया है व फिल्माया भी है। इस गीत को T-series के माध्यम से रिलीज किया गया है और मात्र 24 घंटे में 7 लाख से भी ज्यादा लोगों ने इस गीत को देखा है व सराहा है। अनन्या सिंह जी खासतौर पर अपनी लोक संस्था "RAMRAAG" के द्वारा अपनी लोक संस्कृति को सहेज कर युवा पीढ़ी को इस से परिचित कराने का लंबे समय से काम कर रही हैं, जोकि सराहनीय है और सबसे बेहतरीन बात यह है कि यह हमारे बिहार की बेटी हैं और पूर्वांचल ही नहीं बल्कि पूरे देश में अपनी गायकी से लोगों का दिल भी जीत रही हैं आपको बता दे कि अनन्या सिंह जी अपने ही सिवान जिले के रहने वाली है और फिलहाल ये गोरखपुर में रहती है। अनन्या_सिंह जी को बचपन से संगीतो में काफी रुचि थी 2015 से विभिन्न सरकारी एवं निजी मंचों पर अपनी #गायन की प्रस्तुतियां देती आ रही है अबतक इन्होंने लगभग 400 से अधिक मंचों पर अपनी प्रस्तुतियां दी है। अनन्या_सिंह जी (लोकगीत,, क्लासिकल गीत,, बॉलीवुड गीत,, गजल,, तथा सुगम संगीत की भी प्रस्तुतियां देती है। इन्होंने काफी कम समय मे ही ढेर सारी उपलब्धियां अपने नाम कर चुकी है।। अगर हम इनकी उपलब्धियों की बात करे तो इस प्रकार है जो काफी लंबी है।
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