पटना. शहर के मंदिरों के पट खुले.बहुसंख्यकों ने 138 दिनों के बाद पहले दिन मंदिर पहुंचे और लोगों ने भगवान के द्वार पर अपना मत्था टेका. लोक आस्था के जयकारे से पूरा माहौल भक्ति के रंग में डूब गया.140 दिनों के बाद ईसाई समुदाय भी गिरजा घर में खुद को प्रभु येसु ख्रीस्त के सामने गिरने को तैयार हैं.इस संदर्भ में पल्ली पुरोहितों के द्वारा विशेष व्यवस्था कर ली गयी है.रविवार को चर्च के मुख्य द्वार में प्रवेश करने के पहले मास्क पहना अनिवार्य कर दिया गया है.' नो मास्क नो इंट्री'को सख्ती से पालन करवाया जाएगा. जी हां एक लम्बे अंतराल 138 दिनों के बाद धार्मिक स्थल यानी पूजा के स्थल को खाेल दिए गये हैं.बावजूद इसके अभी भी कोरोना का खतरा पूरी तरह से टला नहीं है.अतः हम सबको विवेक से काम लेते हुए अपनी और दूसरों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर काम करना हाेगा.चर्च में उपासना करने भक्तों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करना होगा. प्रेरितों की रानी ईश मंदिर के प्रधान पल्ली पुरोहित फादर पीयुस माइकेल के अनुसार बगैर मास्क पहनें गिरजाघर के परिसर में न आयें.एक-दूसरे से उचित दूरी बनाये रखें.परिसर या बाहर भीड़ लगाकर खड़े न हाे.घर से आने के पहले और घर लौटने के बाद अपने हाथाें काे साबुन से ज़रूर धोयें.संभव हाे तो अपने साथ सैनिटाइज़र जरूर रखें.अगर आप बगैर मास्क के आते हैं ताे मुख्य द्वार पर 10/- में मास्क दिया जाएगा.आपसे आग्रह है कि नियमों के अनुपालन करते समय स्वयंसेवकाें से बहस न करें.स्वयंसेवक भाव न दिखाएं. उन्होंने कहा कि आनेवाले रविवार दिनांक 29 अगस्त और उसके बाद वाले रविवार यानी 5 सितंबर को मिस्सा के समय में परिवर्तन किया गया है.पहला मिस्सा सुबह छह बजे से हाेगा.दूसरा मिस्सा सुबह साढ़े सात बजे से हाेगा.शाम का मिस्सा शाम 5.00 बजे से हाेगा. चूँकि गिरजाघर में ज्यादा कुर्सियां नहीं लगायी जा सकती हैं इसलिए भक्तगण क्षेत्रवार ही मिस्सा में भाग लें.रविवार 29 अगस्त को पहला मिस्सा 6.00 बजे है.उसमें बालूपर, शिवाजी नगर, गंगाविहार काॅलाेनी के भक्त ही भाग लें.दूसरा मिस्सा 7.30 बजे हैं.उसमें कुर्जी क्रिश्चियन काॅलोनी, मगध काॅलोनी, आर.बी.आई. काॅलोनी, विकास नगर और काेठिया के श्रद्धालु भाग ले सकते हैं. शाम का मिस्सा 5.00 बजे है.उस में फेयर फील्ड काॅलोनी, बाँस काेठी, मखदुमपुर, हमीदपुर, संत माइकल काॅलोनी और बुजुर्ग दीघा के लोग भाग लेंगे.इसी तरह की व्यवस्था रविवार 05 सितंबर को भी की गयी है. उन्होंने कहा कि हर रविवार को शाम 5.00 के मिस्सा के ठीक पहले पवित्र युखरिस्त की आशिष हाेगी.यदि आपने मिस्सा के लिए निवेदन दिया है तो आप कृपया दूसरे मिस्सा में भाग लें.आइए, मौजूदा के कठिन परिस्थितियों के आलोक में हम साथ मिलकर एक दूसरे के साथ सहयाेग करते हुए चलें. इसी में हम सब की भलाई और सुरक्षा है.एक-दूसरे के सहयाेग से हम सबाें को प्रभु की आशिष मिले.
रविवार, 29 अगस्त 2021
बिहार : भगवान के द्वार पर अपना मत्था टेका
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