मुम्बई. कैथोलिक बिशप कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया (सीबीसीआई ) के द्वारा वन डे ऑनलाइन "नेशनल प्रेयर सर्विस फोर दी हेल्थ ऑफ वर्ल्ड " संपन्न.इसमें हर भाषाभाषी लोगों को ध्यान में रखकर प्रार्थना की गयी.हिंदी, तमिल, खासी, तेलुगु, कन्नड़, संताली और मलयालम में प्रार्थना की गयी.यू ट्यूब पर केवल 2785 भक्त ही राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रार्थना में भाग लिया.इसके अलावे कैथोलिक उपग्रह टेलीविजन चैनलों जैसे शालोम टीवी, गुडनेस टीवी, माधा टीवी, दिव्यवाणी टीवी, आत्मदर्शन टीवी, ईश्वरी टीवी, सीसीआर टीवी और प्रार्थना भवन टीवी पर प्रसारित की गयी.इसमें अधिकांश फ्री चैनल है.जो लोगों के घर नहीं पहुंचा. इस प्रकार कैथोलिक धर्म और चर्च की सांस्कृतिक और भाषाई विविधता की गवाही दिये.कहा गया कि भारत में लैटिन कैथोलिक चर्च में 132 धर्मप्रांत और 18 मिलियन श्रद्धालु हैं. इंटरनेट प्लेटफार्मों पर प्रसारित होने पर केवल 2785 भक्त ही राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रार्थना में भाग लिया.यह पहला अवसर था जब भारत के प्रमुख मैरियन बेसिलिका से प्रार्थना सेवा आयोजित की गयी.इसमें कोलकाता के सेंट टेरेसा की कब्रों से, सेंट थॉमस और सेंट फ्रांसिस जेवियर की कब्र है.
सेंट मैरी बेसिलिका, शिवाजीनगर, बैंगलोर से सुसमाचार की घोषणा डॉ. रेमंड जोसेफ, सचिव, सीबीसीआई वोकेशन आयोग के द्वारा की गयी. मुम्बई के सहायक बिशप जॉन रॉड्रिक्स ने बेसिलिका ऑफ अवर लेडी ऑफ द माउंट, बांद्रा, मुंबई से उद्घाटन भजन गाएं. प्रार्थना का प्रारंभिक भाग सेंट थॉमस, सेंथोम कैथेड्रल बेसिलिका से किया. इस अवसर पर बॉम्बे के आर्चबिशप व कार्डिनल ओसवाल्ड ग्रेसियस, होली नेम कैथेड्रल, कोलाबा, मुंबई ने प्रार्थना सभा पर रिफ्लेक्शन दिये.पवित्र बाइबिल के पाठांश पर कार्डिनल ग्रेसियस ने कहा कि लाजरूस नामक व्यक्ति मृत हो गये थे.तब उसकी बहन मार्था ने प्रभु येसु ख्रीस्त से कहा कि प्रभु जी आप कहां थे?मेरा भाई मर गया है.प्रभु ने कहा कि तुम विश्वास कर तेरा भाई पुनर्जीवित होगा.वर्तमान महारोग कोरोना पर बोलते हुए आर्चबिशप कार्डिनलओस्वाल्ड ग्रेसियस ने कहा है कि कोरोना काल के गाल में अनेक लोग समा गये हैं.भारत की ईसाई कलीसिया ने प्रथम और द्वितीय लहर के दौरान 4 बिशप, 256 पुरोहित और 247 नन के साथ हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं को खो दिये हैं.अब तीसरी लहर आने वाली है.इसके लिए जोरदार तैयारी करने पर जोर दिया.
शनिवार की रात 8.30 से 9.30 बजे तक कोविड 19 कहर खत्म करने और दुनिया के स्वास्थ्य के लिए एक परिवार के रूप में प्रार्थना की गयी.चेन्नई के मकबरे से आर्चबिशप जॉर्ज एंटनीसामी, उपाध्यक्ष, सीबीसीआई ने पवित्र बाइबल का पाठ पढ़ा .हैदराबाद के आर्चबिशप एंथोनी पूला, बेसिलिका ऑफ़ अवर लेडी ऑफ़ द असेम्प्शन, हैदराबाद से कोरोना वायरस के नियंत्रण के लिए प्रार्थना की. सभी मृतक बिशपों, पुजारियों, धार्मिक और विश्वासियों के लिए विशेष प्रार्थना की गयी. कोरोना महामारी के प्रतिबंधों के कारण अपने पराये होने लगे.एक सभ्य व्यक्ति होने के कारण अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होने का गम सताता रहता है.यह कहना है पश्चिम बंगाल के बागडोगरा के बिशप विन्सेंट आईंड का.वे दिवंगत आत्माओं के लिए प्रार्थना का नेतृत्व कर रहे थे. भारत में सभी लोगों को येसु के पवित्र हृदय और मेरी के बेदाग हृदय के प्रति समर्पित किया गया.सीबीसीआई के महासचिव और दिल्ली के आर्चबिशप अनिल जोसेफ थॉमस कूटो, सेक्रेड हार्ट कैथेड्रल, नई दिल्ली से अभिषेक प्रार्थना करवाया. कोलकाता के आर्चबिशप थोमस डिसूजा और मिशनरीज ऑफ चैरिटी की सुपीरियर जनरल सिस्टर मेरी प्रेमा एरिक, एम.सी. ने संयुक्त से संत टेरेसा के मकबरे (कोलकाता)से प्रार्थना करवायी. तजावुर के बिशप देवदास एम्ब्रोस, और फादर श्राइन बेसिलिका के रेक्टर एम. प्रभाकर, गाना बजाने वालों के साथ, लैटिन में प्रसिद्ध मैरियन प्रार्थना "साल्वे रेजिना" (जय हो पवित्र रानी) गाएं.
सीबीसीआई के अध्यक्ष और गोवा और दमन के आर्चबिशप
फिलिप नेरी फेराओ ने बेसिलिका ऑफ बॉम जीसस, गोवा (सेंट फ्रांसिस जेवियर का मकबरा) से यूखरिस्टिक आशीर्वाद दिए. समापन प्रार्थना गीत बेसिलिका ऑफ अवर लेडी ऑफ गुड हेल्थ, वेलंकन्नी से किया गया.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें