इसके बाद, डॉ. वीरेंद्र कुमार ने पीएमयू के नए और वरिष्ठ सदस्यों को पहचान पत्र प्रदान किए। श्री वीरेन्द्र कुमार ने उन पीएमयू सदस्यों के साथ एक वार्ता सत्र का आयोजन किया, जो राज्य समन्वयकों के रूप में काम करेंगे। समन्वयकों ने उन्हें सौंपी गई नई जिम्मेदारियों के बारे में अपने विचार साझा किए। पिछले साल पीएमयू का हिस्सा बने वरिष्ठ सदस्यों ने मंत्रालय द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के समन्वय और निगरानी के बारे में अपने क्षेत्र के अनुभव साझा किए। इस अवसर पर श्री आर. सुब्रह्मण्यम भी उपस्थित रहे। उन्होंने मंत्रालय के कार्यक्रमों के बारे में चर्चा की और इस कार्य में शामिल नए लोगों से इस अवसर को एक चुनौती के रूप में लेने का आग्रह किया तथा यह भी बताया कि इससे वे जो अनुभव प्राप्त करेंगे, उससे उन्हें अपने करियर में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।
केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने अपनी परियोजना निगरानी यूनिट (पीएमयू) का हिस्सा बनाने के उद्देश्य से देश के प्रख्यात संस्थानों से 26 युवा स्नातकों का चयन किया। कार्य से जुड़ने वाले इन नये युवाओं के लिए 2 अगस्त से 14 अगस्त तक मंत्रालय की ओर से एक मार्गदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया है। कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने युवाओं को संबोधित करते हुए उनके चयन पर बधाई दी। उन्होंने इन युवाओं को इसे सीखने का एक अवसर मानने के लिए प्रोत्साहित किया। डॉ. वीरेंद्र कुमार ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि मंत्रालय समाज के वंचित वर्गों के लिए कई कल्याणकारी कार्यक्रम और योजनाएं चलाता है और इन योजनाओं का सफल कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए हमें आप जैसे युवा और तेज दिमागों की जरूरत है, जो सरकारी पदाधिकारियों के साथ मिलकर काम करें। उन्होंने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए अपने भाषण का समापन किया।
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