वाशिंगटन, तीन अगस्त, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अमेरिका और भारत के बीच आर्थिक, कारोबारी और जलवायु परिवर्तन पर सहयोग तथा क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर कई साझे हित एवं मूल्य हैं और अमेरिकी विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकन की हालिया भारत यात्रा के दौरान इस बात को दोहराया गया। विदेश विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी। ब्लिंकन अपने दो दिवसीय दौरे पर 27 जुलाई को भारत पहुंचे थे और इस दौरान कई मुद्दों पर उनकी व्यापक बातचीत हुई। अमेरिका के विदेश मंत्री का कार्यभार संभालने के बाद ब्लिंकन की यह पहली और बाइडन प्रशासन के किसी तीसरे बड़े अधिकारी की भारत यात्रा थी। ब्लिंकन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 28 जुलाई को मुलाकात की और वह अपने समकक्ष एस जयशंकर से भी मिले। ब्लिंकन ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से भी बात की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने सोमवार को अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘विदेश मंत्री के रूप में ब्लिंकन की यह पहली भारत यात्रा थी। यह हमारे लिए उन तरीकों का पता लगाने का भी एक अवसर था, जिनसे हम भारत के साथ व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत और गहरा कर सकते हैं।’’ ब्लिंकन की हालिया भारत यात्रा के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘हमने जिस दूसरे बिंदू पर बात की, वह यह है कि भारत सरकार के साथ हमारे कई साझा हित और मूल्य हैं।’’ प्राइस ने कहा, ‘‘हमने अपने आर्थिक संबंधों, व्यापारिक संबंधों, जलवायु पर सहयोग, क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दों, क्वाड के एक महत्वपूर्ण सदस्य के रूप में भारत की भूमिका और कोविड-19 महामारी को काबू करने के लिए हमारे संयुक्त सहयोग समेत इस साल की शुरुआत में क्वाड की टीका उत्पादन की क्षमता में बढ़ोतरी के संदर्भ में बात की।’’ उन्होंने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन इस साल के अंत में नेता-स्तरीय क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए ‘‘बहुत उत्सुक’’ हैं। बाइडन ने इस साल मार्च में क्वाड समूह के नेताओं के पहले डिजिटल शिखर सम्मेलन की मेजबानी की थी। प्रधानमंत्री मोदी, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापान के प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा ने राष्ट्रपति बाइडन की मेजबानी में चार देशों के शिखर सम्मेलन में भाग लिया।
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