पटना 16 अगस्त, राष्ट्रीय सामाजिक न्याय मोर्चा के प्रदेश कार्यालय मे मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र चौहान की अध्यक्षता मे देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती मनाई गयी। कार्यक्रम का संचालन मोर्चा के प्रधान महासचिव नरेश महतो ने किया। इस अवसर पर मोर्चा के अध्यक्ष उपेन्द्र चौहान ने कहा कि अटलजी एक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय नेता, प्रखर राजनीतिज्ञ, नि:स्वार्थ सामाजिक कार्यकर्ता, सशक्त वक्ता, कवि, साहित्यकार, पत्रकार और बहुआयामी व्यक्तित्व वाले व्यक्ति के धनी थे। भाजपा में एक उदार चेहरे के रूप में उनकी एक अलग पहचान थी। श्री चौहान ने कहा कि वाजपेयी जी राजनीति के क्षेत्र में चार दशकों तक सक्रिय रहे। वह लोकसभा में नौ बार और राज्यसभा में दो बार चुने गए जो कि अपने आप में ही एक कीर्तिमान है। वाजपेयी 1980 में गठित भाजपा के संस्थापक अध्यक्ष भी रहे।
1996 में पहली बार प्रधानमंत्री बने। कवि हृदय वाजपेयी अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते थे। इसके अलावा विदेश मंत्री, संसद की विभिन्न महत्वपूर्ण स्थायी समितियों के अध्यक्ष और विपक्ष के नेता के रूप में उन्होंने आजादी के बाद भारत की घरेलू और विदेश नीति को आकार देने में एक सक्रिय भूमिका निभाई। आजीवन अविवाहित रहे अटलजी को 2015 में सर्वोच्च सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित किया गया। उन्हें भारत के प्रति निस्वार्थ समर्पण और समाज की सेवा के लिए भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण दिया गया। 1994 में उन्हें भारत का ‘सर्वश्रेष्ठ सांसद’ चुना गया। इनके अलावा भी उन्हें कई पुरस्कार, सम्मान और उपाधियों से नवाजा गया। श्री चौहान ने आगे कहा कि अटल जी नेहरू व इंदिरा गांधी के बाद सबसे लंबे समय तक गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री भी रहे। अटल ही पहले विदेशमंत्री थे जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ में हिन्दी में भाषण देकर भारत को गौरवान्वित किया था। राष्ट्रीय सामाजिक न्याय मोर्चा उनकी जयंती पर उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये नमन करता है। इस अवसर पर मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता नीलमणि पटेल,राष्ट्रीय महासचिव बीनू सिंह,मनीष कुमार,संजय कुमार,आलोक कुमार,धर्मवीर सिंह,विमलानंद झा,आदि नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
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