नयी दिल्ली 17 अगस्त, दिल्ली सरकार ने टोक्यो ओलम्पिक 2020 में सिल्वर मेडल विजेता रवि दहिया को सम्मानित करते हुए दिल्ली के आदर्श नगर स्थित राजकीय बाल विद्यालय का नाम बदल कर रवि दहिया बाल विद्यालय कर दिया है। श्री सिसोदिया ने ओलंपियन रवि दहिया को सम्मानित करते हुए कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले रवि दहिया आज अपनी मेहनत और लगन से देश के यूथ आइकॉन बन चुके हैं। रवि दहिया ने अपनी स्कूली पढ़ाई आदर्श नगर स्थित राजकीय बाल विद्यालय से पूरी की थी। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे लिए ये बेहद गर्व की बात है कि हमारे स्कूल से पढ़कर निकला एक बच्चा देश के लिए ओलम्पिक मेडल जीत कर ला रहा है। उन्होंने कहा कि इस स्कूल में रवि दहिया का एक बड़ा पोट्रेट भी लगाया जाएगा ताकि उसे देखकर बच्चे प्रेरित हो। ये बच्चों का हौसला बढ़ाने का काम भी करेगा| उन्होंने कहा की दिल्ली सरकार दिल्ली में खेल को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार स्पोर्ट्स के लिए अलग स्कूल ऑफ़ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस और स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी शुरू करने जा रही है । इसका मकसद है शुरूआती दौर से ही खिलाड़ियों की प्रतिभा को पहचानते हुए उन्हें वर्ल्ड क्लास ट्रेनिंग देकर ओलम्पिक के लिए तैयार करना। इस स्कूल और यूनिवर्सिटी में अगले साल से एडमिशन शुरू हो जाएगा|
उन्होंने कहा कि देश के लिए मेडल जीत कर लाने में सबसे बड़ी बाधा ये है कि हमारे स्कूलों में खेलने को पढ़ना नहीं माना जाता है सोचिये अगर रवि दहिया के अध्यापक अगर स्कूल में उन्हें खेलने के बजाए इतिहास या दूसरे विषय को पढ़ने पर जोर देते तो शायद आज वह इतिहास नहीं बना पाते| उन्होंने कहा कि मेडल जीत कर लाने वाले खिलाडियों पर तो सभी लोग इनाम की बरसात करते है लेकिन दिल्ली सरकार खिलाड़ियों की उस दौर में मदद कर रही है जब खिलाड़ी संघर्ष कर रहे होते है। खिलाडियों के प्रशिक्षण के दौरान उनकी मदद कर दिल्ली सरकार उन्हें मेडल जीतने लायक बनाती है। दिल्ली सरकार ने अपने खेलों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों की मदद के लिए के लिए तीन स्तर पर स्कीम शुरू की है| पहले स्तर पर 14 साल तक के खिलाडियों को दो लाख, दूसरे स्तर पर 17 साल तक के खिलाडियों को तीन लाख और तीसरे स्तर पर 17 साल से बड़े खिलाडियों को उनके प्रशिक्षण के दौरान 16 लाख रुपये तक की सहायता राशि दी जाती है। रवि दहिया ने कहा कि ओलम्पिक मेडल लाने में दिल्ली सरकार का बड़ा सहयोग रहा। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार उनकी मदद तब से कर रही है जब वे ओलंपिक के लिए चयनित भी नहीं हुए थे। कोरोना के समय जब सब जगह लॉकडाउन था तब भी दिल्ली सरकार ने मेरी ट्रेनिंग नहीं रुकने दी। दिल्ली सरकार ने मिशन एक्सीलेंस के तहत रवि दहिया को उनके ट्रेनिंग के दौरान ट्रेनिंग, कोच और अन्य स्पोर्ट्स इक्विपमेंट्स के लिए सहायता दी थी।
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