जिला पंचायत विधायक प्रतिनिधि का हुआ स्वागत
जिले में 19 तक प्रथम डोज शत प्रतिशत लगाया जाना सुनिश्चित हो
कोविड 19 टीकाकरण का जिले में निर्धारित आयु वर्ग के नागरिकों का प्रथम डोज 19 सितम्बर तक शत प्रतिशत लगाया जाना सुनिश्चित हो ततसंबंध में स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा दिशा निर्देश जारी किए गए है। जिले में उपरोक्त तैयारियों के परिपेक्ष्य में किए गए प्रबंधो की भी समीक्षा आयोजित कर आवश्यक दिशा निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एपी सिंह के द्वारा संबंधितो को जारी किए गए है। कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव उपरोक्त प्रबंधनो के क्रियान्वयन का जायजा व्हीसी के माध्यम से लेंगे। खण्ड स्तरीय वीडियो कांफ्रेसिंग में समस्त एसडीएम, बीएमओ, नगरपालिका के सीएमओ तथा अन्य अधिकारी मौजूद रहेंगे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एपी सिंह ने बताया कि कलेक्टर द्वारा दिए गए निर्देशो से संबंधितों को भलीभांति अवगत कराया गया है ताकि कोविड टीकाकरण से वंचितों की जानकारियां समय पर संधारित हो इसके लिए घर-घर सर्वे की रिपोर्ट प्रत्येक दिवस शाम को विकासखण्ड मुख्यालय पर संकलित कर उसे जिला कार्यालय को भिजवाने के प्रबंध सुनिश्चित किए गए है। घर-घर सर्वे दौरान सर्वेक्षित ग्रामो में प्रथम डोज के आधार पर दल का गठनकर टीकाकरण दल की कार्ययोजना तैयार कर अच्छादित करवाना सुनिश्चित किया गया है। विकासखण्डो में उपलब्ध वैक्सीन का शत प्रतिशत पूर्ण उपयोग कर शून्य स्टाफ करने के निर्देश दिए गए है। आगामी सात दिवसों में विदिशा जिले में प्रथम डोज का टीकाकरण कार्य सौ प्रतिशत किया जाने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है इसके लिए किए जाने वाले प्रबंधों तथा स्वंयसेवी संस्थाओं का सहयोग, स्व-सहायता समूहो का सहयोग सहित अन्य स्तरो पर समन्वय स्थापित कर लक्ष्य की प्राप्ति की कार्ययेजना तय की गई है।
फ्रीडम दौड का आयोजन हुआ
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औसत से अधिक वर्षा दर्ज शनिवार को 18 मिमी औसत वर्षा दर्ज
विदिशा जिले की सामान्य वर्षा 1075.5 मिमी है जबकि अब तक 1096.7 मिमी वर्षा दर्ज की जा चुकी है अर्थात जिले की औसत वर्षा से अधिक वर्षा दर्ज हुई है। अधीक्षक भू-अभिलेख श्री राजेशराम ने बताया कि शनिवार को जिले में 18 मिमी औसत वर्षा दर्ज हुई है। तहसीलवार दर्ज वर्षा तदानुसार सिरोंज में 51 मिमी, नटेरन में 36 मिमी, कुरवाई में 25.4 मिमी, लटेरी में 18 मिमी, ग्यारसपुर में नौ मिमी, शमशाबाद में आठ मिमी, पठारी में सात मिमी, विदिशा में छह मिमी तथा बासौदा तहसील 3.8 मिमी वर्षा शनिवार 11 सितम्बर को दर्ज हुई है।
क्रियान्वयन व मॉनिटरिंग हेतु विकासखण्डो का प्रभार
राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों,योजनाओं तथा समायिकी अभियानो के संचालन एवं क्रियान्वयन तथा ऑन लाइन पोर्टल समीक्षा सपोर्टिंग सुपरविजन तथा मानिटरिंग के लिए जिला स्तरीय स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को विकासखण्डो का प्रभार सौंपा गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एपी सिंह ने बताया कि पूर्व उल्लेखित स्वास्थ्य कार्यक्रमो का स्थानीय स्तर पर बेहतर क्रियान्वयन हो और समयावधि में रिपोर्टिंग कार्य हो इसके लिए जिला मुख्यालय खासकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कार्यालयों में पदस्थ अधिकारियों को विकासखण्डवार जबावदेंही सौंपी गई है। उपरोक्त कार्यक्रम के लिए सीएमएचओ डॉ एपी सिंह स्वंय पूरे जिले का प्रभार देखेंगे। इसके अलावा विदिशा विकासखण्ड के लिए डॉ एके उपाध्याय, नटेरन हेतु डॉ हंसा शाह, कुरवाई के लिए डॉ पुनीत महेश्वरी, बासौदा एवं त्योंदा के लिए डॉ दिनेश शर्मा और श्रीमती श्रद्धा गुप्ता, ग्यारसपुर हेतु डॉ भूपेन्द्र सिंह चौहान, लटेरी के लिए श्री आसुतोष घुटे तथा सिरोंज विकासखण्ड के लिए श्री बीएम वरूण और श्री राकेश पंथी को उपरोक्त जबावदेंही सौंपी गई है। नियुक्त अधिकारी प्रभार वाले विकासखण्डो में बीएमओ से समन्वय स्थापित कर विभागीय कार्यक्रमों एवं योजनाओं के साथ-साथ वर्तमान में प्राथमिकता वाले कार्यक्रम जैसे कोविड 19 वैक्सीन के सर्वे कार्य की सतत निगरानी करते हुए हर रोज सायं पांच बजे स्वंय के हस्ताक्षर प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगे वहीं विकासखण्ड स्तर पर आयोजित होने वाली सेक्टर व मासिक बैठक में सम्मिलित होकर कार्यवाही विवरण दो दिवस के भीतर सीएमएचओ को प्रस्तुत करेंगे। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग में संबंधित विकासखण्ड की सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणो का भी निराकरण कराने में आवश्यक सहभागिता संपादित करेंगे।
कोविड 19 टीकाकरण अभियान में अमेरिकन इंडिया फाउण्डेशन द्वारा सहयोग
कोविड 19 टीकाकरण अभियान अंतर्गत अमेरिकन इंडिया फाउण्डेशन द्वारा विदिशा जिले में सहयोगप्रद किया जाएगा। ततसंबंध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन संचालक श्री प्रियंका दास के द्वारा कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव को भेजे गए पत्र में उल्लेख है कि अमेरिकन इंडिया फाउण्डेशन के द्वारा कोविड 19 टीकाकरण अभियान में जिन कार्यो का दायित्व निर्वहन किया जाएगा उनमें मुख्य रूप से टीकाकरण अभियान अंतर्गत राज्य एवं जिला स्तर पर विभाग से समन्वय स्थापित कर कोविड 19 टीकाकरण का माइक्रोप्लान एवं उसका क्रियान्वयन करना शामिल है। कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने बताया कि अमेरिकन इंडिया फाउण्डेशन के द्वारा विदिशा जिले में जिन अन्य कार्यो में सहयोगप्रद किया जाएगा उनमें जिला स्तर पर कोविड 19 टीकाकरण हेतु सुदूर दुर्गम क्षेत्रो में निवासरत एवं उच्च जोखिम नागरिकों के टीकाकरण हेतु योजना निर्माण कर टीकाकरण एवं मोबिलाईजेशन करना, इसके अलावा जिला एवं ब्लाक स्तर पर निर्मित माइक्रोप्लान अनुसार एनजीओ के माध्यम से कोविड 19 टीकाकरण के लिए निर्धारित माइक्रोप्लान का क्रियान्वयन कराना तथा विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक आईईसी निर्मित कराना, परिवहन हेतु चलित वाहनो की सुविधा के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार कराना तथा कोविड 19 टीकाकरण के प्रथम डोज से वंचित हितग्राहियों का टीकाकरण कराकर फालोअप करना, साथ ही एनजीओ एवं विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के माध्यम से नागरिकों को जागरूक करना, ताकि टीकाकरण के प्रथम व द्धितीय डोज की शत प्रतिशत उपलब्धि में पूर्ण सहयोग प्राप्त हो सकें। कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश प्रसारित किए है कि अमेरिकन इंडिया फाउण्डेशन के साथ समन्वय स्थापित कर कोविड 19 टीकाकरण अभियान क्रियान्वयन में सहयोग प्राप्त कर जिले में शत प्रतिशत लक्ष्यों की प्राप्ति प्राप्त करना सुनिश्चित करें।
बाहर चले गये लोगों की सूची अभियान चलाकर पूर्ण करायें
कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, सभी ब्लॉक मेडीकल ऑफीसर्स, जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों और नगर पालिका, नगर पंचायतों के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को शतप्रतिशत वैक्सीनेशन पर जोर दिया है। उन्होंने सभी अधिकारियो यह भी कहा टीकाकरण के लिये ग्राम व शहर में व्यक्ति उपस्थित नहीं हो रहे है, क्योंकि वे विभिन्न कार्यों से बाहर चले गये है अथवा ग्रामों में निवास नहीं कर रहे हैं या मृत्यु हो गयी है। जिसके कारण निर्धारित लक्ष्य अनुसार वैक्सीनेशन नहीं हो पा रहा है। इस संदर्भ में उन्होंने सभी को निर्देश देते हुये कहा कि सभी ग्रामों, शहरी क्षेत्रों में ऐसे व्यक्ति जो किसी काम धन्धे से ग्राम शहर से बाहर गये हैं अथवा मृत्यु होने के कारण ग्राम शहर में निवास नहीं कर रहे है, के नामों का स्पष्ट उल्लेख करते हुए वार्डवार सूची तैयार करायें। यह सूची पर संबंधित बी.एल.ओ, पटवारी, ग्राम पंचायत सचिव, आशा कार्यकर्ता, आंगनबाडी कार्यकर्ता के संयुक्त हस्ताक्षर कराये जायें। यह कार्य अभियान चलाकर शीघ्र पूर्ण कराया जाये।
डेगूं, चिकिनगुनिया से होने वाली बीमारी से स्वयं एवं अपने परिवार को बचायें - जिला मलेरिया अधिकारी
वर्तमान में डेंगू चिकिनगुनिया के प्रकोप को देखते हुये जिले में बुखार के मरीजो की संख्या अत्याधिक हो रही है। मच्छर की उत्पत्ति स्थल, जैसे गमले, कूलर, टायर, पुराने टायर, सीमन्ट की टकी आदि में कई दिनों से जमा पानी को खाली किया जाना आवश्यक है। जिससे की डेगू चिकिनगुनिया के लार्वा को पनपने पर रोका जा सके। जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि डेंगू का लार्वा साफ पानी में होने के कारण घरों के अन्दर ही पाया जाता है। सप्ताह में एक बार आवश्यक रूप से वर्तनों को खाली किया जाये, जिससे डेंगू मच्छर के जीवन चक्कर को समाप्त किया जा सके। डेगू से होने वाली बीमारी से स्वयं एवं अपने परिवार को बचाया जा सके। डेगू से बचाव हेतु आमजन को स्वयं अपने घरो में सप्ताह में एक बार पानी एकत्रित होने वाले स्थानों को साफ कर एवं सुखा कर उन्हें उपयोग में लाने सुनिश्चित करना होगा, तभी डेगूं और चिकिनगुनिया से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि 15 सितम्बर को मुख्यमंत्री द्वारा डेंगू से बचाव के लिये घरों में विशेष सफाई अभियान सुबह 9.30 बजे से 11.30 बजे तक चलाने का आव्हान आमजन से किया है।
उर्दू साहित्यकारों और शायरों को उर्दू पाण्डुलिपियों के लिए, आर्थिक सहायता के लिए पाण्डुलिपियाँ आमंत्रित’
मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी संस्कृत परिषद ने वर्ष 2021-22 में उर्दू साहित्यकारों और शायरों को उर्दू पाण्डुलिपियों के प्रकाशन के लिए आर्थिक सहायता देने के लिए पाण्डुलिपियाँ आमंत्रित की हैं। निदेशक ने बताया कि उर्दू साहित्यकार अपनी पाण्डुलिपि 11 अक्टूबर 2021 तक उर्दू अकादमी के मुल्ला रमूजी संस्कृति भवन में जमा कर सकते हैं। पांडुलिपियों के साथ मध्यप्रदेश का मूल निवासी होने का प्रमाण पत्र संलग्न करना आवश्यक है। जिन साहित्यकारों और शायरों की पुस्तकें अकादमी द्वारा प्रकाशित या आर्थिक सहायता दिए हुए 10 वर्ष नहीं हुए हैं उनकी पाण्डुलिपियों पर विचार नहीं किया जायेगा। पुस्तक प्रकाशन की आर्थिक सहायता देने के लिए बनाई गई कमेटी का निर्णय अंतिम माना जायेगा। अकादमी द्वारा वर्ष 2021-22 में उर्दू के साहित्यकारों और शायरों की उर्दू में प्रकाशित पुस्तकें खरीदी जाना है। इच्छुक साहित्यकार और शायर वर्ष 2020-21 में स्वयं की प्रकाशित पुस्तक की एक प्रति 11 अक्टूबर 2021 तक अकादमी के कार्यालय में जमा करा सकते हैं। जमा की गयी पुस्तक का कोई भुगतान नहीं किया जाएगा और न ही पुस्तक वापस की जायेगी।
’सोमवार से ‘राष्ट्रीय कृमिमुक्ति कार्यक्रम‘’
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एपी सिंह ने बताया कि भारत शासन के निर्देशानुरूप प्रदेश में राष्ट्रीय कृमिमुक्ति कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है जिसमें विद्यालयों एवं आंगनवाड़ी केन्द्र के माध्यम से 1 से 19 वर्ष के बच्चों किशोरध्किशोरियों को एल्बेंडाजॉल गोली का सेवन कराया जाता है । विदित हो कि विगत वर्ष कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश में ‘‘राष्ट्रीय कृमिमुक्ति कार्यक्रम‘‘ का आयोजन समुदाय आधारित गृह भ्रमण रणनीति के माध्यम से किया गया। तदानुसार वर्ष 2021-22 में भी सघन कृमिमुक्ति के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए प्रदेश के साथ साथ विदिशा जिले में 13 सितम्बर से 23 अक्टूबर 2021 तक समुदाय आधारित गृह भ्रमण रणनीति के माध्यम से किया जायेगा, जिसके अंतर्गत 1 से 19 वर्षीय समस्त हितग्राहियों को कृमिनाशन की दवा (एल्बेंडाजॉल) खिलाई जायेगी, ताकि मिट्टी जनित कृमि संक्रमण की रोकथाम सुनिश्चित हो। कोविड-19 के कारण प्रदेश में विद्यालयों एवं आंगनवाड़ी केन्द्रों का संचालन संभव न होने की दशा में ‘‘ राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम’’ का क्रियान्वयन समुदाय आधारित गृह भ्रमण रणनीति के माध्यम से किया जायेगा, जिसमें स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग तथा शिक्षा विभाग द्वारा समन्वय स्थापित कर वं रणनीति बनाकर आषा कार्यकर्ता, ए.एन.एम., आशा, आशा सहयोगिनी द्वारा घर-घर जाकर 1 से 19 वर्षीय बच्चों को उम्र के अनुसार एल्बेंडाजॉल गोली का सेवन कराया जायेगा। उल्लेखनीय है कि बच्चों में कृमि संक्रमण व्यकित्गत अस्वच्छता तथा संक्रमितों के सम्पर्क से संभावित होता है, कृमि संक्रमण से बच्चों को शरीर में प्रतिकूल प्रभाव पड़ते है, कृमि होने से बच्चों के शारीरिक, मानसिक विकास में वृद्धि अवरूद्ध हो जाती है, कृमि कई कारणों से बच्चों के पेट में पहुंच सकते है नंगे पैर खेलने, बिना हाथ धोये खाना खाने, खुले में शौच करने, साफ सफाई ना रखने से होते है। कृमि होने से खून की कमी (एनीमिया) कुपोषण, भूख न लगना थकान और बेचौनी, पेट में दर्द मिलती, उल्टी और दस्त आना, मल से खून आना, आदि हानिकारक प्रभाव हो सकते है। बच्चों को कृमि नाशक गोली खिलाने से कई तरह के लाभ होते है खून कमी में सुधार आना, बेहतर पोषण स्तर, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ना, स्कूल और आंगनवाड़ी केन्द्रों में उपस्थिति बढ़ना तथा सीखने की क्षमता में सुधार लाने में मदद करती है।
दिव्यांग विद्यार्थी छात्रवृत्ति के लिये पोर्टल पर कराएँ पंजीयन
दिव्यांग विद्यार्थियों को शैक्षणिक सत्र 2021-22 को छात्रृवत्ति प्रदान करने के लिये “राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल Scholarships.gov.in पर पंजीयन जारी हैं। भारत सरकार के दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग द्वारा यह छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। दिव्यांग विद्यार्थी छात्रवृत्ति योजना का लाभ उठाने के लिये इस पोर्टल पर अपना पंजीयन करा सकते हैं। प्री-मैट्रिक (कक्षा 9 एवं 10 वीं) ऑनलाइन पंजीयन के लिये 15 नवम्बर अंतिम तिथि है। इसी तरह पोस्ट मैट्रिक (कक्षा 11 से स्नातकोत्तर स्तर तक) और टॉप क्लास अर्थात भारत सरकार द्वारा चिन्हित संस्थाओं में अध्ययनरत दिव्यांग विद्यार्थी 30 नवम्बर तक पोर्टल पर अपना पंजीयन करा सकते हैं।
पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति योजना में आवेदन आमंत्रित
शैक्षणिक सत्र 2021-22 में पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक प्री-मैट्रिक, पोस्ट मैट्रिक एवं मेरिट कम मीन्स छात्रवृत्ति योजना मे आवेदन करने की समय-सीमा निर्धारित की गई है। पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने बताया कि भारत सरकार अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र-छात्राओं को शैक्षणिक सत्र 2021-22 में दी जाने वाली अल्पसंख्यक प्री-मैट्रिक, पोस्ट मैट्रिक एवं मेरिट कम मीन्स छात्रवृत्ति प्रदाय की जाना है। इसके लिये छात्रों के आवेदन वर्ष 2021-22 में ऑनलाईन किये जाने हैं। ऑनलाइन नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर पंजीकृत शैक्षणिक संस्थाओं को लॉगिन आई.डी. एवं पासवर्ड विभाग द्वारा जारी किये जाएंगे। नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर संबंधित शैक्षणिक संस्थाएं वैध डाईस कोड/ AISHe CODE अपने संबंधित विभाग से प्राप्त कर पोर्टल पर पंजीकरण करा सकते है। साथ ही प्रत्येक शैक्षणिक संस्था, विद्यालय, महाविद्यालय के छात्रवृत्ति प्रभारी अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति पोर्टल पर ऑनलाईन फार्म अपनी संस्था से संबंधित जानकारी के साथ भरकर उसका प्रिंट 02 प्रतियों में निकाले एवं अपने संस्था प्रमुख से सत्यापित करा कर दोनों प्रतियों को समस्त वांछित अभिलेखों, मान्यता संम्बद्धता की प्रति सहित पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सहायक संचालक के समक्ष प्रस्तुत करें। छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति पोर्टल पर नवीन एवं नवीनीकरण आवेदन करने के अंतिम तिथि 30 नवंम्बर निर्धारित की गई है।
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