विधायक वालसिंह मेडा के सौजन्य से हुआ क्षेत्र में गणेश प्रतिमाओं का वितरण
झाबुआ के हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी स्थित नवदुर्गा धाम पर विराजे गणपति बाप्पा, प्रथम दिन सामाजिक महासंघ जिला झाबुआ ने की बाप्पा की आरती
झाबुआ। शहर के हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी स्थित नवदुर्गा धाम पर 10 सितंबर, शुक्रवार को गणेषोत्सव के प्रथम दिन घट स्थपना पर श्री नवदुर्गा महिला मंडल समिति के तत्वावधान मंे श्री नवदुर्गा गणेष युवा मंडल द्वारा गणपति बाप्पा की ढोल और जयघोष के साथ प्रतिमा विराजित की गई। प्रथम दिन यहां बाप्पा की आरती करने का लाभ सामाजिक महासंघ जिला झाबुआ की ओर से लिया गया। जानकारी देते हुए मंदिर के सेवक पं. प्रदीप भट्ट ने बताया कि प्रथम दिन घट स्थापना पर गणपति बाप्पा का चल समारोह निकाला गया। जिसमें बाप्पा की प्रतिमा वाहन में विराजित कर जयघोष करते हुए मंदिर परिसर तक लाया गया। जहां दीप जलाकर एवं श्रीफल बदारकर बाप्पा की आरती कर गणपति बाप्पा मोरिया ... के जयघोष के साथ महिला मंडल समिति में अध्यक्ष अनिता जाखड़, हरिप्रिया निगम, शांताबेन जायसवाल, प्रभावती आसदेवा विनीता नायक, प्रियंका जोषी, इंदुलाल अरोड़ा के साथ युवा गणेष मंडल के सदस्यों मंे हार्दिक निगम, पियूष पाटिल, वासुदेव कलानी, दौलत गोलानी, विक्की सिंह, प्रथमेष आसदेवा के अतिरिक्त बड़ी संख्या मंे अन्य बालक-बालिकाओं ने बाप्पा को हाथों में उठाकर मंदिर परिसर में बने पांडाल मंे विराजमान कर उनका सुंदर श्रृंगार किया। पांडाल का निर्माण एक दिन पूर्व बालक-बालिकाओं ने मिलकर किया।
सामाजिक महासंघ ने आरती कर प्रसादी लाभ लिया
शुक्रवार रात रात साढ़े 8.30 बजे विघ्नहर्ता गणेषजी की आरती करने का लाभ सामाजिक महासंघ की ओर से जिलाध्यक्ष नीरजसिंह राठौर एवं सचिव जिला महासचिव उमंग सक्सेना के साथ मंदिर समिति से जुड़े पदाधिकारियों और मंदिर समिति महिला मंडल ने लेकर गणेषजी की आरती के साथ मां जगदम्बे की आरती कर प्रसादी लाभ लिया। प्रतिदिन यहां रात्रि में अलग-अलग सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं द्वारा आरती की जाना है।
झाबुआ के अंबा पैलेस के समीप ऋण हरता महागणपतिजी की तीन दिवसीय प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव संपन्न, यज्ञ एवं भंडारे का हुआ आयोजन, मंदिर की सामाजिक महासंघ संभालेगा प्रबंधन व्यवस्था
सामाजिक महासंघ देखेगा मंदिर की व्यवस्था
इस अवसर पर मंदिर निर्माण करने वाले यजमान महेष डोडवानी ने इस आयोजन के सफलतम संपन्न होने के बाद ऋणहरता महागणपति मंदिर की स्वच्छतापूर्वक तिलक लगाकर प्रसादी ग्रहण की। सभी ने आरती मंे सम्मिलित होकर भगवान श्री गणेषजी के प्रतिष्ठा बाद दर्षन किए। बाद भविष्य मंे मंदिर की व्यवस्था एवं प्रबंधन हेतु सामाजिक महासंघ जिला झाबुआ को दायित्व सौंपा। ज्ञातव्य रहे कि अंबा पैलेस पर अक्सर मांगलिक, सामाजिक, रचनात्मक, सांस्कृतिक, साहित्यिक, धार्मिक कार्यक्रम संपन्न होते रहते है। वहीं पास ही ग्राम बड़कुआं एवं रहवासी बस्ती भी है, जिन्हें प्रतिदिन ऋ़णहरता गणेषजी के दर्षन-पूजन का लाभ प्राप्त हो सकेगा।
इनका रहा विषेष योगदान
तीन दिवसीय महोत्सव को सफल बनाने में सामाजिक महासंघ के जिलाध्यक्ष नीरजसिंह राठौर, जिला महासचिव उमंग सक्सेना, वरिष्ठ अषोक शर्मा, अजय रामावत, हरिष शाह लालाभाई, बहादुर भाटी, हार्दिक अरोरा, डॉ. संतोष प्रधान, अखिलेष सुराना, सूर्यप्रताप, अजयसिंह पंवार, अब्दुल रहीम अब्बु दादा, मंदिर यमिति के प्रमुख पूजारी पं. द्विजेन्द्र वयास एवं गंगा बहन आदि का रहा।
सार्वजनिक गणेष मंडल द्वारा चल समारोह निकालकर श्री सत्यनारायण मंदिर में की गई विघ्नहर्ता गणेषजी की स्थापना, स्थापना पर नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती मन्नूबेन डोडियार ने की आरती, मंदिर परिसर मंे गणेषजी के सहस्त्रनाम पाठ हुए आरंभ
पूजन के साथ की गई प्रतिमा स्थापना
दोपहर ठीक 12 बजे जयघोष और पूजन के साथ गजानन की प्रतिमा सत्यनारायण मंदिर परिसर में विराजित की गई। बाद विधि-विधान से बाप्पा का पूजन-श्रृंगार एवं कथा आदि की गई। प्रथम दिन आरती करने का लाभ नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती मन्नूबेन डोडियार ने सम्मिलित होकर लिया। इस अवसर पर सकल व्यापारी संघ अध्यक्ष श्री कांठी का सार्वजनिक गणेष मंडल की ओर से पुष्पमालाओं से स्वागत किया गया। इसके साथ ही मंदिर परिसर में देष और विष्व से कोरोना महामारी से मुक्ति हेतु पं. जैमिनी शुक्ला के साथ आए उज्जैन से पधारे विद्वानजनांे द्वारा गणेष अर्थव शीर्षा एवं गजानन का सहस्त्रनाम पाठ भी आरंभ कर दिया गया है, जो सत्त चलेगा। 10 दिवसीय उत्सव के दौरान प्रतिदिन मंदिर में सुबह-षाम बाप्पा की आरती, शाम को भजन के साथ अंतिम दिन सहस्त्रनाम पाठ की पूर्णाहूति पर हवन एवं प्रसादी का आयोजन रखा गया है।
विहिप-बजरंग दल की जिला बैठक रानापुर में हुई संपन्न, जिले में हो रहे अवैध धर्मांतरण रोकने एवं संगठन का विस्तार करने पर हुई चर्चा, प्रखंड और खंड स्तर पर टोलियों का होगा गठन
प्रथम सीनियर तीरंदाजी चैंपियनषीप 13 सितंबर को बहुउद्देषीय खेल परिसर में, जिले का कोई भी तीरंदाजी खिलाड़ी ले सकता है भाग
बड़े धूमधाम और हर्ष और उल्लास के साथ हुई दस लक्षण पर्व की शुरुआत
झाबुआ। स्थानीय दिगंबर जैन मंदिर में १० सितंबर से दिगंबर जैन परम्परा के पर्युषण पर्व ( दस लक्षण पर्व ) की शुरुआत हुई स इस पर्व को धर्म के दस लक्षणों को जीवन में प्रतिपादित करने के प्रयास हेतु दस लक्षण पर्व कहा जाता है। समाज के मीडिया प्रभारी ने आशीष डोशी ने बताया कि प्रात काल जिनेन्द्र भगवान का अभिषेक एवं शांति धारा का आयोजन समाज के सभी वर्गों द्वारा किया गया। इसके बाद में बाहर से पधारे पंडित रोचक शास्त्री द्वारा तत्वर्थ सूत्र का अर्थ सहित वचन किया गया। तत्पश्चात मंदीरजी में समाज के द्वारा तेरह द्वीप के विधान के आयोजन की शुरुआत की गई। इस विधान की पूजन पंडितजी एवं संगीतकारों के सानिध्य में 10दिनों तक की जाएगी। इसी कड़ी में शाम को जिनेन्द्र भगवान की संगीत मय आरती की गई। इसके बाद पंडितजी द्वारा दस धर्म के लक्षणों में पहले धर्म क्षमा धर्म पर विस्तृत व्याख्या की गई। व्याख्या में पंडितजी ने कहा कि मनुष्य को अपने जीवन में क्रोध रूपी दानव को निकल कर क्षमा को धारण करना चाहिए स उन्होंने कहा कि मोक्ष की पहली सीढ़ी ही क्षमा धर्म ही है
झाबुआ के श्री सत्यनारायण मंदिर में गणेषोत्सव पर्व के दौरान गणेष अर्थव शीर्षा पाठ के साथ गजानन के सहस्त्र नाम पाठ हुए आरंभ, सार्वजनिक गणेष मंडल द्वारा मनाया जा रहा 87वां गणेषोत्सव
झाबुआ। शहर के राजवाड़ा स्थित श्री सत्यनारायण मंदिर पर प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी सार्वजनिक गणेष मंडल द्वारा गणेष प्रतिमा की स्थापना कर प्रतिदिन उनका सुंदर एवं मनमोहक रूप से श्रृंगार किया जा रहा है। मंदिर मंे बाप्पा की प्रतिमा स्थापना के साथ ही देष और विष्व कोे कोरोना महामारी से मुक्ति हेतु विषेष तौर पर यहंा गणेष अर्थव शीर्षा और गणेषजी के सहस्त्रनाम पाठ आरंभ हो गए है। यह पाठ प्रतिदिन मंदिर में युवा ज्योतिष आचार्य पं. जैमिनी शुक्ला के नेतृत्व मंे वरिष्ठ जर्नादन शुक्ला, दिलीप शर्मा, भागवत शुक्ल एवं हरिओम शर्मा आदि कर रहे है। ज्ञातव्य रहे कि सार्वजनिक गणेष मंडल शहर का वर्षों पुराना गणेष मंडल होकर इस वर्ष 87वां गणेषोत्सव वर्तमान कोरोनाकाल के चलते शासन-प्रषासन के निमयों का पालन करते हुए सादगीपूर्ण तरीके से मना रहा है। प्रतिदिन विध्नहर्ता गणेषजी की सुबह-षाम आरती में मंडल से जुड़े सदस्यगण, जिसमें राजेन्द्रप्रसाद अग्निहोत्री, जितेन्द्र शाह, बालमुकुंदसिंह चौहान, यषवंत त्रिवेदी, ऋतुराजसिंह राठौर, सौभाग्यसिंह चौहान, रविराजसिंह राठौर, सुनिल चौहान, नीरंजनसिंह चौहान सहित अन्य सदस्यगण सम्मिलित होकर बाप्पा की आरती कर रहे है।
समापन पर होगा हवन, महाआरती और प्रसादी का आयोजन
इसके साथ सुंदर रूप से मंदिर में सजे गजाननजी के दर्षन के लिए शहर से अन्य भक्तजन भी पहुंच रहे है और श्री सत्यनारायण भगवान के दर्षन बाद गणेषजी के दर्षन का भी लाभ ले रहे है। मंदिर में आरंभ हुए विषेष पाठ की पूर्णाहूति अनंद चर्तुदषी पर होगी। इस दिन मंदिर में हवन बाद महाआरती कर प्रसादी का आयोजन किया जाएगा।
पयूर्षण महापर्व के तहत क्षमापना अवसर पर 500 से अधिक तपस्वियों ने पारणे का लिया लाभ, पिछले 41 वर्षों से यषवंत, निखिल, शार्दुल भंडारी परिवार ले रहा लाभ, मुनिराज श्री रजतचन्द्र विजयजी मसा ने सभी तपस्वियों का वासाक्षेप कर आर्षीवाद प्रदान किया
सभी तपस्वियों ने लिया लाभ
यह आयोजन प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी स्व. श्रीमती वालीबाई पति श्री समीरमल भंडारी की स्मृति में रखा गया। जिसमें गुूरू मंदिर हॉल में महामंत्युजय तप, सोलह, ग्यारह, नव, अट्ठाई, अट्ठम तप के तपस्वियों ने पारणा किया। वहीं छत पर भोजनषाला में एकासने एवं उपवास करने वाले सभी तपस्वियांे ने सम्मिलित होकर लाभ प्राप्त किया। जिनकी परोसगारी में विषेष सहयोग भाारतीय जैन संघटना के जिला पदाधिकारियों, मालवा जैन श्वेतांबर महासंघ के जिला एवं नगर पदाधिकारियों, श्वेतांबर जैन श्री संघ के सदस्यों, नवरत्न परिवार, अखिल भारतीय श्री राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद्, महिला परिषद्, तरूण परिषद्, आदि के पदाधिकारी-सदस्यों ने प्रदान किया।
क्षमा वीरस्य भूषणम् का दिया संदेष
पारणा करने से पूर्व मुनिराज श्री रजतचन्द्र विजयजी मसा ने सभी तपस्वियांे की समाजजनों द्वारा खूब-खूब अनुमोदना एवं जयकारांे के बीच सभी को वासाक्षेप कर आर्षीवाद दिया।। क्षमापना पर्व होने से इस दौरान सभी ने परस्पर एक-दूसरे से मिच्छामी दुक्कड़म कहकर वर्षभर की भूलांे एवं गलितयों के लिए क्षमा मांगी। इस दौरान श्री रजतचन्द्र विजयजी मसा ने क्षमा वीरस्य भूषणम् के महत्व बताते हुए कहा कि हमारे जीवन में कई बार त्रुटिवष या आकस्मिक ऐसेी भूल या गलतियां हो जाती है, जिसके लिए हमे बाद मंे पछतावा होता है। क्षमा करना ही वीर पुरूषों का आभूषण होता है, इसलिए आज के दिन माफी मांगकर वर्षभर हुए किसी भी प्रकार के झंगड़े, विवाद, बहस आदि को हमेषा के लिए भूलकर मैत्री भाव प्रकट करना चाहिए। बाद आयोजित सामूहिक क्षमापना कार्यक्रमक के दौरान तपस्वियां के साथ पारणे का लाभार्ज्ञी यषवंत भंडारी परिवार का मुनिराजद्वय की उपस्थिति में चातुर्मास समिति एवं श्री संघ की ओर से भावभरा बहुमान भी किया गया।
स्वछता अभियान के तहत जागरूकता रैली निकाली गई।
ग्राम पंचायत में कई ग्रामीणों की शिकायत का निराकरण किया।
स्वच्छता अभियान के तहत भामल ग्राम पंचायत में कई ग्रामीणों की शिकायत का निराकरण भी थांदला जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रामचन्द्र जी हालु साहब ग्राम में पंचायत में वहां बैठे-बैठे निराकरण किया गया जिसमें कई लोगों की शिकायत थी हमें पेंशन नहीं मिल रही थी जिसका तत्काल निराकरण करने के लिए सचिव को अवगत कराया तो साथ ही ग्राम पंचायत भामल में एक नाड़ियाल बनाने का भी आदेश दिया जिसमे कचरा सग्रहण किया जाएगा जिसमें सचिव द्वारा कहा गया कि बहुत जल्द नाड़ीयल बनाया जाएगा जिसमें सभी ग्रामीण कचरा संग्रहण कर उसमें डाल सकते हैं, तो साथी कई ग्रामीणों की शिकायत भी तत्काल निराकरण सीओ साहब ने किया।मुख्य कार्यपालन अधिकारी रामचंद्र जी हालु साहब ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्रामीणों की शिकायत का तत्काल निराकरण किया गया जिसमें 3 से 4 आवेदन पेंशन के आए है उनकी भी पेंशन बहुत जल्द चालू की जाएगी तथा ग्रामीणों की जो समस्या थी उनको तत्काल निराकरण किया गया।
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