- कोरोना काल की उपलब्धि बेतिया में एक नहीं दो-दो एम्बुलेंस, कोरोना से मरने वालों को चार लाख रू.दिलवाने का प्रयास नहीं
बेतिया. पश्चिम चम्पारण में है ईसाइयों का गढ़ बेतिया.यहां पर अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय के लोग रहते हैं.इसे बेतिया क्रिश्चियन क्वाटर्स कहा जाता है.इसे बेतिया पल्ली के रूप में विकसित किया गया है.बेतिया धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष पीटर सेवास्टियन गोवियस हैं.बेतिया पल्ली के प्रधान पल्ली पुरोहित फादर हेनरी फर्नाडो, सहायक पल्ली पुरोहित अमीत और फादर तेलेस्फोर हैं.सभी ईसाई धर्मी धन्य वर्जिन मेरी चर्च (नेटिविटी ऑफ दी ब्लेस्ड विर्जिन मेरी) नामक चर्च में मिस्सा पूजा में भाग लेने जाते है.इस बीच दुखद पहलू यह है कि कोरोना काल में बेतिया के 29 लोगों की मौत हो गयी.इन विभिन्न दिनों में मरने वालों को सामूहिक श्रद्धांजलि रविवार को मिस्सा पूजा के दौरान दी गयी. एक बैनर में सभी 29 मृतकों को सचित्र स्थान दी गयी.इस तरह यह बैनर ऐतिहासिक हो गया है. ऐतिहासिक बैनर में मोनिका,दीपक, अंजू, मेरी,फादर सुशील, चार्ली, रेमी, सुशांत, स्टीफन,अजय,फादर पौल, डेजल, रोजी, शशि, विलियम, रीता, क्लारेंस, एडी, मेरी माइकल, लीना, हेनरी, चंदन, पीटर जौन,अनिल,एब्रोज, आग्नेस,निर्मला,हेडविना और मेरी रॉबर्ट शुमार हैं.जो कोरोना काल में परलोक सिधार चुके हैं.इनमें कुछ तो कोरोना पीड़ित भी थे. कोरोना काल में मृतकों की बढ़ती संख्या से बेतिया क्रिश्चियन क्वाटर्स के रहवासी और पलायन करके अन्य जगहों में रहने वालों को हिलाकर रख दिया.बैंककर्मी सुशांत की मौत ने कुछ कारगर कदम उठाने को मजबूर कर दिया.एम्बुलेंस के अभाव में बैंककर्मी सुशांत रिक्शा पर ऑक्सिजन सिलिंडर लेकर इधर-उधर इलाज के लिए भटकता रहेगा.अन्तत:किसी अस्पताल में मर गये. इस मौत ने सोते बुद्धिजीवियों को जागने के लिए मजबूर कर दिया.तब जाकर लाइफलाइन चैरिटेबल ट्रस्ट ने पहल शुरू की.बेतियान्बी लोगों से चंदा लेकर एम्बुलेंस,स्टेचर आदि क्रय करने की योजना बनी.चंदा अभियान चल ही रहा था,कि पल्ली परिषद ने निर्णय ले लिया कि एम्बुलेंस, स्टेचर.शव वाहन आदि खरीदेंगे.अपने स्तर पल्ली परिषद ने पल्ली परिषद के पदेन अध्यक्ष पल्ली पुरोहित को विश्वास में लेकर बेतिया धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष पीटर सेवास्टियन गोवियस के माध्यम से एम्बुलेंस, स्टेचर.शव वाहन आदि खरीद लिये.एम्बुलेंस, स्टेचर.शव वाहन आदि पर धर्माध्यक्ष पीटर सेवास्टियन गोवियस ने पवित्र का छिड़काव कर आशीष दे दिया. इस बीच अपने मिशन में लाइफलाइन चैरिटेबल ट्रस्ट भी सफल हो गया.रविवार को धर्माध्यक्ष पीटर सेवास्टियन गोवियस ने एम्बुलेंस पर आशीष दिया.मिस्सा के तुरंत दिया.लाइफलाइन चैरिटेबल ट्रस्ट के पदधारी उपस्थित रहे.अब दोनों एंबुलेंस तैयार है. बेतिया पैरिस सोसाइटी का तथा लाइफलाइन चैरिटेबल ट्रस्ट का.दोनों ने रचा इतिहास.बताया गया कि एंबुलेंस चर्च कैंपस लगा रहता है.इसका काॅल नंबर होगा 9572954270 तथा 9572954570.न्यूनतम खर्च पर कोई भी ले जा सकता है.नियमावली छपते ही सेवा जल्दी ही शुरू कर दी जाएगी. प्राप्त जानकारी के अनुसार कोरोना से मरने वालों को चार लाख रू.दिलवाने का प्रयास नहीं किया गया.
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