इसके साथ ही सच्चिदानंद राय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का कहना है कि भारत को परम वैभवशाली बनाने के लिए बिहार सहित पूर्वी भारत का उत्थान जरुरी है। कृषि आधारित उद्योग से ही यह संभव है, इथनॉल उत्पादन की पहल शुरू कर बिहार ने पीएम के सपने को साकार करने की ओर कदम बढ़ा दिया है। बिहार में इथनॉल उत्पादन के लिए 27 कंपनियों का प्रस्ताव आगे बढ़ा है, युवाओं व कृषकों के बेहतर भविष्य निर्माण की ओर यह पहल है जहां केंद्र सरकार के विशेष सहयोग से ही इस संकल्प की सिद्धि संभव है। मक्का, गन्ना जैसे फसलों के लिए उपजाऊ भूमि, जल संसाधन व ऊर्जावान श्रमशक्ति से सम्पन्न बिहार के लिए इथेनाल उद्योग वरदान साबित होगा क्योंकि इससे कृषि आधारित उद्योगों की श्रृखला तैयार होगी। इसके माध्यम से बिहार अपना महतम योगदान देकर भारत के विदेशी मुद्रा भंडार को समृद बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। मालूम हो कि बिहार में इथनॉल का प्रोडक्शन शुरू होने से रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। इथनॉल उत्पादन पर राज्य सरकार का खास फोकस है। केंद्र द्वारा बिना चीनी के सीधे इथनॉल बनाए जाने संबंधी नियमों में बदलाव के बाद राज्य कैबिनेट ने नई इथनॉल उत्पादन प्रोत्साहन नीति को मंजूरी दी थी। वहीं, इसके साथ ही बिहार अलग इथनॉल नीति लाने वाला देश का पहला राज्य है। पिछले दिनों नई नीति को जारी करते हुए उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने बिहार को इथनॉल हब बनाने की बात कही थी।
पटना : बिहार सरकार की नई इथेनॉल उत्पादन प्रोत्साहन नीति निवेशकों को लुभाने लगी है। यही कारण है कि सरकार को मिलने वाले करीब तीन दर्जन निवेश प्रस्तावों में से कई जमीन पर उतरने लगे हैं। इसकी शुरुआत मधुबनी, मोतिहारी और गोपालगंज से होने जा रही है। वहीं इसको लेकर अब भाजपा कोटे से बिहार विधान परिषद सदस्य सच्चिदानंद राय ने केंद्र और राज्य सरकार की तारीफ की है। बिहार विधान परिषद सदस्य ने ट्वीट कर कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में व बिहार सरकार के मंत्री शाहनवाज हुसैन जी के अथक प्रयासों से बिहार में 5000 किलो लीटर इथनॉल उत्पादन को लेकर 6000 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव पेट्रोलियम कंपनियों को अग्रेषित हो गई है। अब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से बिहार के विकास में विशेष पहल की आकांक्षा है, ताकि बिहार में विकास की रफ्तार तेज हो सके।
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