पटना. एकता परिषद के राष्ट्रीय समिति के सदस्य प्रदीप प्रियदर्शी ने कहा है कि आजकल एकता परिषद और सर्वोदय समाज के द्वारा मिलकर जारी न्याय और शान्ति पदयात्रा का चौथा दिन है.पदयात्री बहुत ही उत्साह से शान्ति के सिपाही के रूप में गांव गांव जा रहे हैं.ग्रामीण समस्याओं का आकलन कर रहे हैं.वृक्षारोपण कर रहे हैं.देश की वर्तमान स्थिति पर चर्चा कर रहे हैं. आगे एकता परिषद के राष्ट्रीय समिति के सदस्य प्रदीप प्रियदर्शी ने कहा है कि आजकल एकता परिषद और सर्वोदय समाज के द्वारा मिलकर अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति दिवस 21 सितम्बर से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्तूबर तक 12 दिवसीय न्याय और शान्ति पदयात्रा जारी है.उपलब्ध जानकारी के अनुसार न्याय और शान्ति पदयात्रा मध्यप्रदेश के 27 जिलों व बिहार के 15 जिलों सहित देश के 105 जिलों में चल रही है.इसी तरह विश्व के 25 देशों में आयोजित की जा रही है.यात्रा के दौरान लगभग पांच हजार पदयात्री पैदल चल रहे हैं और लगभग दस हजार किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी.इस ऐतिहासिक पदयात्रा का समापन 2 अक्तूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर की जाएगी. 2 अक्तूबर को दुनिया में अन्तरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है. राष्ट्रीय समिति के सदस्य प्रदीप प्रियदर्शी ने कहा कि देश और प्रदेश में इस यात्रा में स्थानीय रोजगार का मुद्दा एक बड़े मुद्दे के रूप में उभर कर सामने आ रहा है.इस व्यापक मुद्दे को अहिंसात्मक ढंग से निपटाने की सलाह दी जा रही है.उन्होंने कहा कि आज चौथा दिन एकता परिषद उत्तर बिहार, कुढ़नी, मुजफ्फरपुर द्वारा न्याय एवं शांति पदयात्रा सुबह सर्वधर्म प्रार्थना जय जगत से प्रारंभ हुई.पदयात्रा सरैया,बिन्टोलिया, सकरी, लूक्की नंदलालपुर, पहुंच ग्राम सभा में तब्दील हो गयी. सभा में राम लखेन्द्र प्रसाद ने क्लाइमेंट परिवर्तन पर चर्चा की.आपसी एकता एवं संगठन को मजबूत करने से ही समाज में न्याय एवं शांति की स्थापना होगी.चर्चा में शिवनाथ पासवान, विधानन्द प्रसाद, राम रामबाबू सहनी, विशेश्वर गुप्ता आदि शामिल हुए.व्यवस्था में साथी-कमलेश महतो, पांचू साह, शाजदा खातून, प्रमिला देवी, सुदामा देवी,नगीना पंडित आदि थे. रात्रि पराव तेलिया ग्राम इकाई में हुई.
इसके पहले 21 सितंबर को एकता परिषद उत्तर बिहार, कुढ़नी, मुजफ्फरपुर बिहार द्वारा न्याय एवं शांति पदयात्रा का शुभारंभ तुर्की मेला गाछी से की गयी.पदयात्रा शुरू होने से पहले श्री विजय गोरैया जी ने न्याय एवं शांति के उद्देश्य की चर्चा की. श्री गोरैया जी ने एकता परिषद् के झंडा दिखाकर पदयात्रा को आगे बढ़ाया.पदयात्रा मेला चौक, रामजतन नगर प्रखंड मुख्यालय होते हुए बरकुवा पहुंचकर ग्राम सभा में बदल गई एवं शांति मंत्रालय का गठन के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है. यह संचालन -राम लखींद्र प्रसाद, संयोजक का कहना है.व्यवस्था में साथी शिवनाथ पासवान अध्यक्ष, राम शीला देवी, रामबाबू सहनी, जोगी देवी, शंभू शाह, अरुण सिंह,पांचू साह, प्रमिला देवी, मानती देवी, भगवान लाल महतो, शिव कुमारी देवी, अमरजीत माझी, शंकर माझी, बसंत सिंह, सुमित्रा देवी, शांति देवी, विद्यानंद प्रसाद आदि है. आज 22-9- 2021 को एकता परिषद उत्तर बिहार कुढ़नी मुजफ्फरपुर बिहार की न्याय एवं शांति पदयात्रा दूसरा दिन तुर्की, चढुआं जबाडीह एवं चैनपुर मंगल स्थान पर ग्राम सभा हुई.न्याय एवं शांति पदयात्रा पर चर्चा हुई एवं शांति मंत्रालय का गठन के लिए हस्ताक्षर अभियान चल रहा है. इस कार्यक्रम में प्रमुख कैडर साथी जोगी देवी, प्रमिला देवी, शिवनाथ पासवान, शंभू शाह, विद्या जी, भगवान लाल महतो,बेदामी देवी, जय माला देवी, राम बाबू सहनी, पांचु साह, राम लखेंद्र प्रसाद संयोजक ,महेश पासवान रघुनाथ राम ने पदयात्रा संचालन में सहयोग की रात्रि विश्राम चैनपुर में हुई. दिनांक 23-9-2021 एकता परिषद कुढ़नी मुजफ्फरपुर बिहार का तीसरा दिन न्याय एवं शांति पदयात्रा चैनपुर से सकरी सरैया बाबा मान दास आश्रम पहुंचकर ग्राम सभा हुई.जिसमें चर्चा में वायु प्रदूषण जल संकट पर चर्चा हुई एवं आश्रम में फलदार एवं औषधीय पौधा लगाया गया पदयात्रा के संचालन राम लखींद्र प्रसाद संयोजक .व्यवस्था में साथी शिवनाथ पासवान अध्यक्ष कमलेश महतो,विद्या जी ,जोगी देवी ,रामबाबू सहनी,शिवकुमारी देवी,अरुण सिंह, पांचू साह,बेदामी देवी,सुनीता देवी, भगवतीया देवी इत्यादि ने की.
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