- * तारकिशोर प्रसाद के घरेलू सहायकों को भी 48 करोड़ का ठेका
पटना, 22 सितम्बर। बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा विधायक तारकिशोर प्रसाद ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए करोड़ों रुपए के ठेके अपने परिजनों को दिलवाया है। यह हम नहीं कह रहे हैं.कहने वाले हैं बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता असित नाथ तिवारी। उन्होंने कहा कि नल-जल योजना के तहत कटिहार में उन्होंने अपनी पुत्रवधू पूजा कुमारी को बड़ा ठेका दिलवाया है। पूजा कुमारी पीएचईडी में निबंधित ठेकेदार हैं और उनका पता जेबी निकेतन, मिर्चाईबाड़ी चौक, कटिहार दर्ज है। यह वही घर है जो उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के स्थाई निवास के तौर पर दर्ज है। प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने कहा कि पूजा कुमारी की कंपनी को एक करोड़ 60 लाख का ठेका मिला है। इसके अलावा दीप किरण इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड को 3 करोड़ 60 लाख का ठेका मिला है। इस कंपनी के डायरेक्टर तारकिशोर प्रसाद के सगे साले प्रदीप कुमार भगत और सलहज किरण भगत हैं। ठेके सिर्फ नाते-रिश्तेदारों को ही नहीं मिले बल्कि उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के आवास पर रह कर घरेलू कामकाज देखने वाले उनके घरेलू सहायकों की कंपनी को भी मिले हैं। उन्होंने कहा कि जीवन श्री इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड को नल-जल योजना के तहत कटिहार जिले का सबसे बड़ा ठेका मिला है। यह ठेका 48 करोड़ रुपए का है। यह कंपनी तारकिशोर प्रसाद के घरेलू सहायक प्रशांत चंद्र जायसवाल, ललित किशोर प्रसाद और संतोष कुमार की है। अभी तक कुल 53 करोड़ के ठेकों का पता चल पाया है जो उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद की पुत्रवधू, साले और घरेलू सहायकों को मिला है। आगे कहा कि ऐसे अभी और कई ठेके हैं जो इनके नजदीकी रिश्तेदारों के नाम पर हैं। कटिहार जिले में जल-नल योजना का 80 फ़ीसदी से ज्यादा काम उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के परिजनों और रिश्तेदारों की कंपनियां को मिले हैं। नल-जल योजना में पूरे बिहार में ठेकेदारी घोटाला हुआ है और सत्ता में बैठे लोगों ने अपने परिजनों और रिश्तेदारों को भ्रष्टाचार के बूते ठेके दिलवाए हैं। जिस किसी दिन ठेका-पट्टा आवंटन की जांच हो गई उस दिन यह साफ हो जाएगा कि बिहार में अब तक की सबसे भ्रष्ट सरकार नीतीश सरकार रही है और भाजपा कोटे के मंत्रियों ने भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़े हैं।
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