अनंत चतुर्दषी पर सुबह से लेकर देर रात चल समारोह निकालकर मंडलांे एवं समितियों ने दी बाप्पा को विदाई, रंगपुरा अनास नदी पर पोखर बनाकर प्रतिमा विसर्जन हुआ, रविवार होने से दिनभर बाजारों में रहीं विषेष भीड़
झाबुआ। शहर में 19 सितंबर, रविवार को सुबह से ही ‘‘गणपति बाप्पा मोरिया .... अगले बरस तू जल्दी आ ...’’ की गूंज सुनाई देने लगी। अवसर पर था अनंद चतुर्दषी का। 9 दिनों तक शहर के विभिन्न कॉलोनियांे, गली-मौहल्लों और बाजारांे मंे गणेषोत्सव की धूम रहने के बाद अंतिम दिन रविवार को सभी ने नम आंखों से बाप्पा को विदाई दी। सुबह से लेकर देर रात तक शहर से सटे रंगपुरा अनास नदी पर प्रतिमा विसर्जन का क्रम चलता रहा। इस बार यहां जिला प्रषासन के निर्देष पर नगरपालिका द्वारा बनाए गए विषेष पोखर में मूतियां विसर्जित की गई। दिनभर बाप्पा के जयकारो से शहर गूंजायमान होता रहा। शहर में सुबह एएवंदोपहर के दौर में लोगांे द्वारा अपने घरों पर विराजित किए गए गणेषजी की मूर्तियों को दो पहिया एवं अन्य वाहनों से रंगपुरा अनास नदी पर लााया गया। यहां मौजूद यातायात पुलिस झाबुआ एवं पुलिस थाना झाबुआ की टीम की सुरक्षा के बीच सभी लोगों से पूजन-आरती कर दो अलग-अलग केंद्रों पर प्रतिमाएं एकत्रित करवाई गई। बाद यहां से नगरपालिका के कर्मचारियों द्वारा लोडिंग एवं अन्य वाहनों से मूर्तियांे को नई पुलिया के समीप नीचे बनाए गए विषेष पोखर तक ले जाकर यहां प्रतिमाएं सुरक्षित तरीके से विसर्जित की गई। सुबह रंगपुरा अनास नदी पर जिला कलेक्टर सोमेष मिश्रा, अपर कलेक्टर जुवानसिंह बघेल, एसडीएम एलएन गर्ग, नगरपालिका सीएमओ एलएस डोडिया, पुलिस अधीक्षक आषुतोष गुप्ता, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आनंदसिंह वास्कले, एसडीओपी इडल मोर्य आदि ने पहुंचकर अवलोकन किया तथा सारी व्यवस्थाएं चॉक चौबंद करवाई।
नपा एवं पुलिस कर्मचारियों की रहीं विषेष भूमिका
मूर्तियां विसर्जन स्थल पर सुबह से लेकर देर रात यातायात एवं पुलिस के अधिकारी-कर्मचारियों ने तैनात रहकर पूरी व्यवस्था संभाली। वहीं नगरपालिका के सेनेट्री प्रभारी कमलेष जायसवाल एवं सहायक स्वच्छता निरीक्षक टोनी मलिया के नेतृत्व में नगरपालिका के कर्मचारियों जितेन्द्रसिंह राठौर, किषन नलवाया, फ्रांसिस सहित अन्य कर्मचारियांे ने मूर्तियों को रंगपुरा की पुरानी पुलिया के समीप मूर्तियां एकत्रितरण के लिए बनाए गए दो केंद्रों से सुरक्षित चार पहिया वाहनों में पोखर तक लाकर मूर्तियां विसर्जित की।
मंडलों एवं समितियों ने शाम से लेकर रात तक जमकर निकाले चल समारोह
शहर में इस बार गणेषोत्सव पर्व की धूम दुगुना रहीं। शाम से लेकर देर रात तक विभिन्न गणेष मंडलों एवं समितियों ने ढोल के साथ नांचते-गाते हुए गुलाल उड़ाते हुए बाप्पा के जमकर जयघोष लगाए। विषेष वाहन में बाप्पा की प्रतिमा विराजित कर रंगपुरा अनास नदी तक लाकर पूजन-आरती कर बाप्पा को नम आंखांे से विदाई दी। रविवार का दिन होने से बाजार में शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की विषेष भीड़ रहंी। वहीं पुलिस के भी विषेष इंतजामात दिखाई दिए।
चिकित्सक का मुख्यालय स्थानीय स्तर पर करने की क्षेत्रवासियों की मांग पर विधायक द्वारा कलेक्टर को लिखा पत्र ।
मेघनगर । प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खवासा पर पदस्थ चिकित्सक का मुख्यालय स्थानीय स्तर पर करने की क्षेत्रवासियों की मांग पर क्षेत्रीय विधायक वीरसिंह भूरिया ने संज्ञान लिया है। विधायक भूरिया ने इस बाबद कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र लिखकर मांग की है। विधायक भूरिया ने अपने पत्र में लिखा कि खवासा क्षेत्र की 21 ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों की मांग को देखते हुए खवासा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ चिकित्सक वीरेन्द्र सिंह मैडा को स्थायी रूप से यहां पदस्थ किया जाए साथ ही इनका मुख्यालय भी अनिवार्य रूप से खवासा किया जाए ताकि रात्रि के समय और घटना दुर्घटना के वक्त मरीजों को तत्काल उपचार मिल सके। अभी चिकित्सक मैडा अस्थाई तौर पर यहां पदस्थ है।विधायक ने अपने पत्र में वर्तमान में चल रहे वायरल बीमारियों के दौर का भी हवाला दिया है। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में चारों तरफ फैली वायरल बीमारियों के दौर में ग्रामीणों ने दबंग नेता, जिला कांग्रेस के महामंत्री कमलेश पटेल का ध्यान इस ओर आकर्षित किया। पटेल ने तत्काल ग्रामीणों की इस मांग से विधायक को अवगत करवाया और ग्रामीणों की मांग स्वीकृत करवाकर उन्हें राहत पहुंचाने का निवेदन किया जिसपर विधायक ने तत्काल उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर मांग रखी। उक्त जानकारी विधायक मीडिया प्रतिनिधि ने दी ।
जिलें में बढ़ रहे डेंगू के केस - युवा पत्रकार के इकलौते पुत्र की डेंगू से मौत
झाबुआ थांदला। प्रशासन तीसरी लहर की रोकथाम व वैक्सीनेशन महा अभियान चला रहा है इस बीच झाबुआ जिलें में अनेक स्थानों पर डेंगू ने दस्तक दे दी है। पेटलावद, खवासा के बाद थांदला में भी गाँधी चौक इलाके में इसके केस तेजी से बढ़ते नजर आ रहे है। हालांकि स्थानीय प्रशासन अभी भी इसे पूरी तरह स्वीकार नही कर रहा है जबकि जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने भी डेंगू की आहट महसूस की है व वे इसके लिए जनता से जागरूक होकर इसकी रोकथाम के लिए अपील भी कर रहे है कि जिलें की जनता अपने यहाँ साफ पानी इकट्ठा न होने दे। डेंगू का मच्छर दिन में जबकि मलेरिया का मच्छर रात में काटता है इसलिए दोनों समय मच्छरों की सुरक्षा के उपाय करें सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें व किसी भी प्रकार के बुखार को हल्के में न ले। उल्लेखनीय है कि हाल ही में थांदला नगर के युवा पत्रकार शहादत खान के 11 वर्षीय इकलौते पुत्र शरीफ खान की डेंगू से हुई अचानक मौत हो चुकी है जिस पर थांदला नगर के विधायक वीरसिंह भूरिया, मसुल भूरिया, श्रीमंत अरोड़ा, वरिष्ठ पत्रकार मनोज उपाध्याय, पवन नाहर, समकित तलेरा, राजेश डामोर, मनीष वाघेला, विवेक व्यास सहित नगर के पत्रकारों व जनप्रतिनिधियों ने शोक व्यक्त करते हुए हार्दिक संवेदना व्यक्त की थी वही स्थानीय स्वास्थ्य प्रबंधन व नगर परिषद से दवाई का छिड़काव व मशीन से निरन्तर धुंआ करने का आग्रह भी किया।
राष्ट्रीय मानवाधिकार महिला बाल विकास आयोग ने पोस्टमार्टम रूम हेतु दिया ज्ञापन, स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान दे प्रशासन
थांदला। राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग के प्रदेश प्रभारी कीर्तिश जैन, कार्यवाहक प्रदेशाध्यक्ष पवन नाहर, प्रदेश महासचिव मोहनलाल पाटिदार, जिलाध्यक्ष तहसील अध्यक्ष गोपाल चोयल, कालू भाई ठंडाई वालें, समाजसेवी राजू धानक आदि ने झाबुआ जिला मुख्यालय पहुँचकर जिला स्वास्थ्य अधिकारी जे पी एस ठाकुर से जिलें में विभिन्न स्थानों पर स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर चर्चा की। संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि पेटलावद व थांदला के सिविल अस्पताल में स्टॉफ की कमी है जिसे दुरुस्त किया जाना बहुत आवश्यक है। थांदला में तो शिशु रोग विशेषज्ञ के चले जाने से हालात बहुत खराब हो गये है ऐसे में जिला मुख्यालय पर 4 शिशुरोग विशेषज्ञ में से एक को थांदला किया जाये वही नगर के आसपास बड़े घाट होने से आये दिन दुर्घटना होती रहती है जिसके चलते एक सर्जन व हड्डिरोग विशेषज्ञ की भी आवश्यकता है जिस पर त्वरित निर्णय लेते हुए ठाकुर ने सप्ताह में 3 दिन एक आर्थो सर्जन को थांदला भेजने की बात कही। संस्था पदाधिकारियों ने जिलें में थांदला, मेघनगर, पेटलावद जैसी तहसील स्तरीय अनेक बड़े स्थानों पर बने जीर्ण शीर्ण पोस्टमार्टम रूम के दुरस्त करने की मांग की वही रायपुरिया जैसी पंचायत स्तर पर अति आवश्यक स्थानों पर पोस्टमार्टम रूम के बनाने की मांग रखते हुए एक ज्ञापन सौंपा। जिला स्वास्थ्य अधिकारी से चर्चा के दौरान संगठन ने बताया कि संस्था प्रदेश अध्यक्ष मनीष कुमठ, प्रदेश प्रभारी कीर्तिश जैन व कार्यवाहक प्रदेशाध्यक्ष पवन नाहर के मार्ग दर्शन में पूरे मध्यप्रदेश में समाजसेवा के साथ प्रशासन के सहयोगी के रूप में कार्य कर रही है। चेतना चौहान, सुमित्रा मेड़ा, समकित तलेरा, आत्माराम शर्मा, पंकज चौरड़िया, अलीअसगर बोहरा, गोपाल विश्वकर्मा, राजू मेड़ा, झाबुआ जिलाध्यक्ष रेखा भूरिया, गायत्री सेन, आदि भी अंचल में वैक्सीनेशन अभियान पर कार्य कर रही है। सीएमएचओ डॉ ठाकुर ने संस्था के प्रयासों की सरहना करते हुए सभी को धन्यवाद दिया वही संगठन की मांग को जल्द पूरा करने का आश्वासन भी दिया। इस अवसर पर जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ राहुल गणावा सहयोगी स्टाफ व संगठन के अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
माफियाओं तक नही पहुँच पाते खनिज विभाग के हाथ
झाबुआ। जिले में रेत के अवैध परिवहन पर जिला कलेक्टर सख्त नजर जरूर आते है परंतु खनिज विभाग की शिथिलता के चलते रेत माफियाओं तक इनके हाथ नही पहुँच पातें। जानकारों का कहना है कि खनिज विभाग को भी मलाई की आदत लग चुकी है ऐसे में कोई मुखबिर उन्हें सूचना भी देता है तो वे मुखबिर का नाम उजागर कर देते है या फिर माफियाओं तक बात पहुँचा कर मामला दबाने की कोशिश कर देते है। अनेक बार तो खुद विभाग के लोग भी इस मामले की जानकारी माफियाओं तक पहूँचाते है ताकि मलाई और गाढ़ी हो जाये। बहरहाल जिला कलेक्टर को बताने व टारगेट पूरा करने में थोड़ी बहुत कार्यवाही करना भी बनता ही है अन्यथा जिलें में रेत की कालाबाजारी किन रास्तों से हो रही है किन राज्यों से किन मार्गों से यह अवैध रेत परिवहन होकर किन स्थानों पर खाली होती है फिर कैसे ट्रेक्टर व अन्य साधनों से ठिकाने लगती है यह सब खनिज विभाग से छुपा नही है। हाल ही में मेघनगर थाना अंतर्गत खनिज विभाग की टीम द्वारा एक डंपर (ळश्र 07 लर््-4174 ) को अवैध परिवहन करते हुए पाए जाने पर मेघनगर थाने में बंद किया गया है जिसके विरुद्ध मध्य प्रदेश रेत अधिनियम 2019 के तहत अर्थदंड लगाने की कार्रवाई की जावेगी। विभाग द्वारा सितंबर माह के प्रथम सप्ताह में भी रेत खनिज के अवैध परिवहन पर कार्रवाई करते हुए 12 ट्रैक्टर ट्रालिओं ओर एक ट्रक को जप्त किया गया था जिनसे 2 लाख 20,000 रुपए अर्थदंड के रूप में शासन के खनिज मद में जमा कराए गए हैं। विभाग द्वारा लगातार कार्यवाही जारी रहने की बात भी की जा रही है।
दिगम्बर समाज ने पर्युषण महापर्व के समापन पर निकाली भगवान पार्श्वनाथ की पालकी, तपस्वियों का हुआ बहुमान बांटी प्रभावना
थांदला। दिगम्बर जैन समाज में 13 वर्षों बाद परम् पूज्य गणाचार्य विरागसागरजी महाराज एवं परम् पूज्य आचार्य विभवसागरजी की आज्ञानुवर्ती विदुषी शिष्या 105 क्षुल्लिका ह्रीम श्री माताजी एवं सिद्धश्री माताजी के सानिध्य में दिगम्बर जैन समाज ने दस लक्षण महापर्व पर्युषण पर ज्ञान दर्शन चारित्र व तप के ठाठ लगा दिए। झुल्लिका द्वय माताजी के परम आशीर्वाद से दिगम्बर जैन समाज में अति उत्साह देखने को मिला। आसमान से बरसते पानी में दस लक्षण पर्व समाप्ति पर प्रतिवर्षानुसार भगवान पार्श्वनाथ की पालकी में आराधकों का उत्साह चरम पर था। पूरे बाजार में नाचते गाते भगवान के जयकारों के बीच पालकी में भक्तों ने भगवान पार्श्वनाथ की पालकी उठाई वही तपस्वियों को भी बग्गी में बैठा कर निकाला गया। जानकारी देते हुए संघ अध्यक्ष अरुण (बाला) कोठारी ने बताया कि संघ में इस बार सभी ने तपस्या की आहुति देकर मानव भव सफल किया है वही प्राप्त जानकारी के अनुसार इन्द्रवर्धन मेहता, हर्ष मेहता, संजय पिण्डरमा, नवीता मेहता, श्रेया मेहता, अर्चना सचिन (लालू) पिण्डरमा, जीवेश मेहता, प्रीति मेहता, जिया मेहता, हेंसी बोबड़ा, दिया मेहता आदि ने पूरे पर्युषण पर्व तप आराधना के साथ मनाया वही भगवान की पालकी सभी तपस्वियों के घर भी गई जहाँ तपस्वी परिवारों ने यथा योग्य प्रभावना भी वितरित की। चल समारोह में प्रियांक मेहता, इन्द्रवर्धन मेहता, कल्पना मेहता, देवेंद्र मेहता, भारतीय प्रेस आयोग के प्रदेश प्रभारी पवन नाहर, समकित तलेरा, पारस मेहता, शैलेश मेहता, मोहन कोठारी, महावीर मेहता, आनन्द मिंडा, देवेंद्र भीमवत, शीतल बोबड़ा, अभिषेक मेहता, अनूप मिंडा, विजय भीमावत, सन्देश बोबड़ा, महिला मंडल अध्यक्ष सारिका मेहता, ममता पिण्डरमा, सपना मेहता, उषा मेहता, ज्योतिबाला पिण्डारमा, ज्योत्सना मिंडा, मोनिका, चेतना, राखी आदि शामिल हुए।
शासकीय उमा विद्यालय कल्याणपुरा में पालक-षिखक संघ की बैठक संपन्न, डीईओ ने पालकांे से संवाद कर अपने बच्चों के प्रति सजग रहने हेतु आव्हान किया
झाबुआ। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कल्याणपुरा में विगत 16 सितंबर, गुरूवार को पालक-शिक्षक संघ की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुईर्। बैठक में अतिथि के रूप में जिला शिक्षा अधिकारी ओमप्रकाश बनाडे एवं लेखापाल रामसिंह मचार उपस्थित थे। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी श्री बनाड़े ने पालकों से सीधा संवाद किया एवं अपने बच्चों के प्रति सभी माता-पिताओं को सावधान रहने का संदेश दिया, क्योंकि वे हमारे लिए बुढ़ापे में रीढ़ की हड्डी बनेंगे।। इस अवसर पर विषेष रूप से आज़ाद अध्यापक संघ के जिलाध्यक्ष पप्पूसिंह हटीला एवं समस्त स्टाफ मौजूद रहा। अंत में आभार संस्था प्राचार्य परमानंद कोचरा ने माना।
नेहरू युवा केंद्र जिला झाबुआ द्वारा हिन्दी पखवाड़ा एवं पोषण आहार माह मनाया जा रहा है, थांदला के ग्राम बोरड़ी में किया गया जागरूकता कार्यक्रम
- स्वच्छता और टीकाकरण करवाने की शपथ दिलवाई
झाबुआ। नेहरु युवा केंद्र झाबुआ (युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार) द्वारा जिला युवा अधिकारी प्रीति पंघाल के निर्देशन में विगत 14 सितंबर से 28 सितंबर-2021 तक हिंदी पखवाड़ा एवं सितंबर माह को पोषण माह के रूप में जिले के हर ब्लॉक में मनाया जा रहा है। जिसमें महिलाओ ओर किशोरी बालिकाओं के पोषण के प्रति जागरूक करने एवं हिंदी भाषा के महत्व और उपयोगिता के बारे में बताया जा रहा है। .इसी कड़ी को ध्यान में रखते हुए थांदला ब्लॉक वॉलेंटियर सुनिल मावी द्वारा ग्राम बोरड़़ी में किशोर बालक-बालिकाओं के साथ हिंदी पखवाड़ा का आयोजन किया गया। जिसमें बालक-बालिकाओं ने हिंदी भाषा के प्रति अपनी रुचि व्यक्त की। साथ ही उनको बताया 14 सितंबर-1949 को हिंदी भाषा को राजभाषा का दर्जा मिला था। यह भारत देश में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। हिंदी भाषा हमारे देश की संस्कृति और संस्कार का प्रतिबिंब है। नेहरू युवा केंद्र जिला झाबुआ द्वारा मनाए जा रहे हिंदी पखवाड़े का मुख्य उद्देश्य हिंदी भाषा को बचाए रखना एवं् इस भाषा का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार करना है। साथ ही ग्राम बोरड़ी में वॉलंटियर ने दैनिक दिनचर्या में स्वच्छता और कोविड- 19 टीकाकरण के प्रति जागरूकता की सभी को शपथ भी दिलवाई।
जिले में जन सुनवाई कार्यक्रम पुनः प्रारंभ
झाबुआ । मध्यप्रदेश शासन, समान्य प्रशासन विभाग,मंत्रालय भोपाल से प्राप्त पत्र दिनांक 17 सितम्बर 2021 के अनुसार जिले में पूर्व की भांति जनसुनवाई कार्यक्रम पुनः 21 सितम्बर 2021 को प्रारंभ की जाएगी। पूर्व में लॉकडाउन के कारण जनसुनवाई का कार्यक्रम स्थगित किया गया था। कोविड-19 के प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करते हुए प्रारंभ होगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें