2014 में सिविल सेवा के महज 8 अधिकारियों द्वारा श्री बी के प्रसाद के मार्गदर्शन में स्थापित इस संगठन ने इस परीक्षा में एक नई मिशाल कायम की है। बिहार एवं झारखंड के रहने वाले IAS अधिकारियों द्वारा स्थापित यह संगठन NACS यानी नेशनल एसोसिएशन ऑफ सिविल सर्वेंट के साथ आज करीब 1000 से ज्यादा अधिकारी जुड़ चुके है और ये सभी लोग मिलकर बिहार एवं झारखंड के सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों हेतु मार्गदर्शन नाम से नियमित क्लासेज तथा IGP के नाम से इंटरव्यू गाइडेंस प्रोग्राम संचालित करते है। ये सभी कार्यक्रम इन सिविल सेवकों द्वारा निःशुल्क चलाया जाता है। इस बार सिविल सेवा परीक्षा के साक्षात्कार हेतु चलाये गए IGP में 60 से अधिक अभ्यर्थियों ने भाग लिया जिसमे से 25 से ज्यादा अभ्यर्थी IAS की परीक्षा पास किये है तथा अभी और परिणाम की पुष्टि हुई है। इससे इस अभियान से जुड़े सभी अधिकारियों का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है क्योंकि इस बार IAS टॉपर शुभम कुमार भी शामिल है जिन्होंने NACS से साक्षात्कार हेतु नियमित मार्गदर्शन लिया। इस इंटरव्यू गाइडेंस प्रोग्राम की सबसे अनूठी बात यह है कि इसमें शामिल सभी पैनेलिस्ट्स बिहार और झारखंड के ही अधिकारी होते है और अभ्यर्थियों को तनावमुक्त एवं अनुकूल वातावरण में काफी वैज्ञानिक तरीके से गाइड किया जाता है। जैसे इनका व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाना जिसमे अधिकारी स्वयं इस ग्रुप में होते है और अभ्यर्थी कोई भी सवाल या डाउट कभी भी पूछ सकते है। इसके अलावा इनके हॉबी, राज्य, जिला, करेंट अफेयर, अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम आदि टॉपिक पर विस्तृत और सारगर्भित चर्चा होती है जो इस विषय के एक्सपर्ट अधिकारी इन टॉपिको पर क्लास लेते है। इसमें अभ्यर्थी काफी सहज होकर कोई भी सवाल पूछ सकते है।
जब NACS की इस शानदार सफलता के बारे में इनके प्रेजिडेंट श्री बी के प्रसाद से पूछा गया तो उनका कहना था- "हमारा एक छोटा सा प्रयास था कि हम सभी अधिकारी एक मंच पर आकर अपने राज्य और समाज की बेहतरी के लिए सोचे। इस हेतु हमने युवा अधिकारियों के साथ मिलकर NACS की स्थापना की। आज इसके 1000 से भी ज्यादा सदस्य है जो अपनी राज्य की सेवा और बेहतरी के लिए कमिटेड है। इसके अंतर्गत हमलोग कई प्रोग्राम चलाते है जिसमे सिविल सेवा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को सही गाइडेंस देना एक प्रमुख प्रोग्राम है। खासकर उन्हें इंटरव्यू हेतु तैयार करना ताकि उन्हें अच्छे मार्क्स मिले और हाल में बिहार-झारखंड से सिविल सेवा में जो सेलेक्शन कम हो गया है, इस स्थिति को बदला जा सके। आज मुझे गर्व है कि IAS टॉपर हमारे NACS संस्थान से है।"
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