पटना : जदयू में आरसीपी सिंह के करीबी नेताओं पर गाज गिरनी शुरू हो गई है। आरसीपी सिंह के करीबी माने जाने वाले पार्टी के प्रदेश महासचिव अनिल कुमार और चंदन सिंह की छुट्टी प्रदेश मुख्यालय से कर दी गई है। दरअसल, आरसीपी सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटने के बाद इस बात की चर्चा तेज हो गई थी कि अब संगठन से उनके करीबी को किनारा किया जाएगा। जिसके बाद आज प्रदेश कार्यालय में प्रकोष्ठों की समीक्षा के दौरान देखने को मिला। जहां आरसीपी सिंह के करीबियों को प्रदेश मुख्यालय से किनारा कर जिले में नियुक्त किया गया।
वहीं, अब इन नेताओं की जगह प्रदेश मुख्यालय का जिम्मा पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष नवीन कुमार आर्य, महासचिव मृत्युंजय कुमार, वासुदेव कुशवाहा और मनीष कुमार को दी गई है। इसके साथ ही ललन सिंह ने ऐलान कर दिया है कि पार्टी में किसी भी स्थिति में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अनिल कुमार सिंह को किशनगंज जिले का प्रभारी बनाया गया है। तो वही चंदन सिंह को अररिया जिले का प्रभार दिया गया है। इसके साथ ही अब जदयू में लोकसभा और विधानसभा प्रभारी नहीं रहेंगे। अब जिला अध्यक्ष के साथ मिलकर ही संगठन के लोगों को काम करना होगा। हर जिले में दो-दो प्रभारियों की नियुक्ति की जाएगी। वहीं, आरसीपी गुट को जदयू से किनारा करने के बाद इस बात की भी चर्चा तेज हो गई है कि आने वाले दिनों में इसी तरह जदयू में काम होता रहा तो जल्द ही पार्टी के दिग्गज नेता और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह को भी किनारा किया जा सकता है क्योंकि 2022 में उनका राज्यसभा सदस्य के रूप में कार्यकाल पूरा हो रहा है। बहरहाल, देखना यह है कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह किस समीकरण के तहत जदयू को बड़ी पार्टी बनाते हैं क्योंकि इससे पहले भी ललन सिंह कह चुके हैं कि वह जदयू को राष्ट्रीय पार्टी के तौर पर देख रहे हैं। ऐसे में वह क्या कुछ नयापन पार्टी और संगठन में लाते हैं।
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