नयी दिल्ली, एक सितंबर, जाने-माने लेखक, कार्यकर्ता और दिल्ली विश्वविश्वद्यालय के उर्दू विभाग से एसोसिएट प्रोफेसर के पद से सेवानिवृत्त हुए डॉ अली जावेद का इंतेकाल हो गया। जावेद के करीबी दोस्तों ने बुधवार को बताया कि उन्होंने दिल्ली के जीबी पंत अस्पताल में मंगलवार देर रात अंतिम सांस ली। 68 वर्षीय जावेद को 12 अगस्त को ब्रेन हेमरेज के बाद एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके दोस्तों ने बताया कि जावेद को आज दोपहर बाद जामिया नगर के काब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया । वह प्रगतिशील लेखक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष थे। इसके अलावा वह अफ्रीकी एवं एशियाई लेखक संघ के अध्यक्ष पद पर भी सेवा दे चुके थे। वह शिक्षा मंत्रालय के तहत आने वाले राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद के निदेशक भी रहे थे। जावेद का जन्म उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में 1954 में हुआ था और उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से उर्दू में एमए, एमफिल और पीएचडी की थी। उनके इंतकाल पर हिंदी व उर्दू के लेखकों तथा लेखक संगठनों ने गहरा शोक व्यक्त किया है और सांप्रादयिकता के खिलाफ लड़ाई में उनके योगदान को याद किया है। उनकी तदफीन में (सुपुर्द ए-खाक करने के दौरान) ख्वाजा शाहिद, विभूति नारायण राय, राम सरण जोशी, अपूर्वानंद, कन्हैया कुमार, पुरुषोत्तम अग्रवाल, अतहर फारूकी, जावेद नकवी, सरिता नकवी, मोली कौशल, प्रोफेसर इन्मे कंवल, डॉ मोहम्मद काज़िम, शाहिद परवेज, फरहत रिज़वी, शकील अहमद, ज़फर आगा, कमर आगा, ज़िया एच रिज़वी, मीनाक्षी समेत अन्य बुद्धिजीवी मौजूद थे।
गुरुवार, 2 सितंबर 2021
लेखक, सामाजिक कार्यकर्ता अली जावेद का निधन
Tags
# देश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
देश
Labels:
देश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें