आसनसोल. विभिन्न चर्चों में प्रचलित है हिंदी भाषियों के लिए हिंदी में और इंगलिश भाषियों के लिए अंग्रेजी में पवित्र मिस्सा किया जाता है.यह सर्वसाधारण ईसाइयों को स्वीकार है. मगर जो फिलवक्त जानकारी मिल रही है कि आसनसोल धर्मप्रांत के संत जोंस चर्च में भाषा आधारित दृढ़करण संस्कार दिया गया है.प्रथम मिस्सा पूजा हिंदी में किया गया.आसनसोल धर्मप्रांत के सेवानिवृत बिशप मोनिस ने हिंदी भाषी 35 बच्चों को दृढ़करण संस्कार दिये.द्वितीय मिस्सा अंग्रेजी में किया जाना था.इसमें सेवानिवृत साल्वाडोर लोबो को आकर अंग्रेजी भाषी 37 बच्चों को दृढ़करण संस्कार देना था.चूंकि सेवानिवृत साल्वाडोर लोबो है आसनसोल धर्मप्रांत के आध्यात्मिक प्रशासक हैं. इस बीच आध्यात्मिक प्रशासक साल्वाडोर लोबो बीमार पड़ गये.ऐसी स्थिति में बीमार आध्यात्मिक प्रशासक साल्वाडोर लोबो ने फादर सेवास्टियन को विशेष अधिकार देकर अंग्रेजी भाषी 37 बच्चों को दृढ़करण संस्कार देने के लिए भेजा.तब जाकर बच्चों काे दृढ़करण संस्कार मिला. इस संदर्भ में बेतिया के मूल निवासी का कहना है कि दृढ़करण संस्कार केवल बिशप ही दे सकते हैं.कहते हैं कि यदाकदा विशेष परिस्थिति बन गयी तो दूसरे धर्मप्रांत के बिशप को आमंत्रित किया जा सकता है.तब जाकर यह दृढ़करण संस्कार संपन्न कराया जा सकता है.यह मौंसिनियर पदधारक पुरोहित यह संस्कार दे सकते हैं.यह संस्कार पुरोहित दे सकते हैं ? ऐसा आज तक मैंने नहीं देखा और न ही सुना है. ताजुब है कि जब आसनसोल धर्मप्रांत के सेवानिवृत बिशप मोनिस हिंदी भाषी बच्चों को दृढ़करण संस्कार दे सकते हैं,तो क्यों नहीं अंग्रेजी भाषी बच्चों को सेवानिवृत बिशप से संस्कार दिलवाया गया?जबकि सभी बच्चे संत जोंस चर्च से ही जुड़े हैं.एक ही जगह पर क्यों दो बार समय निर्धारित करके दृढ़करण दिया गया?दोनों को मिलाने से 72 बच्चे होते हैं. बता दें कि आसनसोल धर्मप्रांत के बिशप मोनिस सेवानिवृत हो गये हैं.वहीं अन्य धर्मप्रांत के बिशप साल्वाडोर लोबो भी सेवानिवृत हैं.मगर बिशप साल्वाडोर लोबो को आसनसोल धर्मप्रांत के आध्यात्मिक प्रशासक बना दिया गया है.इसका मतलब है कि आसनसोल धर्मप्रांत में बिशप का पद रिक्त है. आसनसोल धर्मप्रांत के सेवानिवृत बिशप मोनिस और बिशप से अनुमति प्राप्त फादर सेवास्टियन ने मिलकर संत जोंस चर्च से जुड़े 72 बच्चों में शमिल ऐनी लॉरेंस,शेरोन शाह,बिमल व्हीलर,विनित तिर्की,निशा दास,राहुल गायतानो,शर्लिन और शिनेला को दृढ़करण संस्कार मिला.इस अवसर पर फादर मथियस डॉल्फी और फादर सुखु उपस्थित रहे.
रविवार, 10 अक्तूबर 2021
72 बच्चों को मिला दृढ़करण संस्कार
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