पटना : उपचुनाव को लेकर एनडीए व महागठबंधन में राजनीतिक द्वन्द के बजाय महागठबंधन के अंदर ही द्वन्द छिड़ा हुआ है। अनौपचारिक तौर पर महागठबंधन में राजद और कांग्रेस अलग हो चुकी है। इस कड़ी में दोनों दल के प्रमुख नेता एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी का कोई कसार नहीं छोड़ रही है। हाल ही में कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने कहा था कि लोकसभा का चुनाव कांग्रेस अपने बदौलत बिहार की सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा भक्त ने कहा था कि राजद का भाजपा से आंतरिक गठबंधन हैं। वहीं, भक्त चरण दास के आरोप पर पलटवार करते हुए लालू यादव ने कांग्रेस और उसके प्रभारी पर जमकर हमला बोला है। बिहार आते वक्त दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए लालू ने कहा कि गठबंधन क्या होता है? गठबंधन हारने के लिए नहीं होता और हम हारने के लिए सीट कांग्रेस को नहीं दे सकते। भक्तचरण दास द्वारा राजद का भाजपा से गठबंधन के आरोप पर लालू ने कहा कि भक्त चरण दास भकचोंधर है। वहीं, इससे पहले कांग्रेस में शामिल होने के बाद पहली बार बिहार पहुंचे कन्हैया कुमार ने राजद नेता मनोज झा को पढ़ा-लिखा लठैत कहा था। कन्हैया के इस वक्तव्य का जवाब देते हुए मनोज झा ने कहा कि हमलोग इसी तरह की अमर्यादित भाषा के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं और अब वे यही भाषा में बात करने लगे हैं तो उनमें और भाजपा में क्या अंतर रह जाएगा। बहरहाल, भाषा की मर्यादा रखें और आगे बढ़ें यही शुभकामना है।
रविवार, 24 अक्तूबर 2021
बिहार : गठबंधन जीत के लिए होता है हार के लिए नहीं : लालू
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