- · महासमर एक व्यापक रचना है और 9 खंडों में समाहित है।
- · इस ऑडियोबुक में आप कृष्ण,कुंती, युधिष्ठिर,द्रौपदी, बलराम, अर्जुन, भीम और कर्ण और तमाम सभी किरदारों को एक नई रौशनी में देखेंगे।
- · महासमर का प्रत्येक खंड मनुष्य के जीवन से जुड़े गहरे सवालों पर बात करता है।
- · इस रचना में आप महाभारत सुनने बैठेंगे और अपना जीवन सुनकर उठेंगे।
- · महासमर के कथावाचक जाने माने शख्सियत शक्ति सिंह,विष्णु शर्मा और कमल शर्मा हैं
नई दिल्ली: कालजयी कथाकार नरेंद्र कोहली जिन्हे आधुनिक गद्य में महाकाव्य लेखन के प्राचीन रूप को फिर से खोजने का श्रेय दिया जाता है, उन्होंने एक ऐसी रचना की थी जिसकी जितनी तारीफ की जाये कम है, उस रचना का नाम है ‘महासमर’। उनकी ये रचना महाभारत पर आधुनिक दृष्टिकोण के आधार पर आधारित है, हाल ही में कोविड महामारी ने उनको हमसे छीन लिया, लेकिन उनकी ये लोकप्रिय तथा अत्यंत प्रसिद्ध रचना आज भी हमारे साथ हैं और हमेशा हमारे साथ रहेगी, नरेंद्र कोहली की यह लोकप्रिय गाथा अब आप स्टोरीटेल ऑडियोबुक प्लेटफोर्म पर सुन सकते हैं, उनका यह कार्य बहुत व्यापक है और 9 खंडों में समाहित है। महासमर का प्रत्येक खंड मनुष्य के जीवन से जुड़े गहरे सवालों पर बात करता है. खंड 1 से 9 तक जिन विषयों पर बात की जाती है वो इस प्रकार हैं: बंधन, अधिकार, कर्म, धर्म, अंतराल, प्रच्छन्न, प्रत्यक्ष, निर्बन्ध, आनुषंगिक। इस ऑडियोबुक में आप युधिष्ठिर, कृष्ण, कुंती, द्रौपदी, बलराम, अर्जुन, भीम और कर्ण और तमाम सभी किरदारों को एक नई रौशनी में देखेंगे. इन खण्डों को 3 विशिष्ठ लोगों ने अपनी आवाज दी है, इनमें शक्ति सिंह ने बंधन ,प्रत्यक्ष और धर्म , विष्णु शर्मा ने अधिकार,प्रच्छन्न और कर्म, कमल शर्मा ने निर्बन्ध ,आनुषंगिक और अंतराल में अपनी आवाज दी है। लोगों ने महासमर की गहराई को बहुत सराहा है. लोगों का स्टोरीटेल पर इस रचना को सुनने का अनुभव ऐसा रहा है की जैसे आप महासमर को सुनना शुरु करेंगे धीरे-धीरे आप इस अद्भुत रचना में खो जायेंगे और इसमें अपने आप को पायेंगे,अपनी ज़िन्दगी को समझते हुए और अपनी समस्याओं का अध्ययन करते हुए और साथ ही उनका जवाब पाते हुए।
विष्णु शर्मा ने अपने अनुभव के बारे में कहा, “जब मुझसे ये कहा गया की मैं पद्म श्री नरेंद्र कोहली के महा उपन्यास को अपनी आवाज दूँ , क्या कहूं समझ नई आ रहा था क्यूंकि उनके जैसे कथाकार, उनके जैसे लेखक, उनके जैसे व्यंगकार हिंदी में बहुत कम हुए हैं। जहाँ तक उनकी लेखन की और किताबों की बात है मैं कहना चाहूंगा तो बहुत समय लग जायेगा। मैंने अपनी वाणी स्टोरीटेल के लिए उनकी तीन ऑडियोबुक: महासमर अधिकार , महासमर कर्म , और महासमर प्रच्छन्न के लिए दी है; और मैंने प्रयास किया है की उनके लेखन के साथ न्याय कर सकूँ”। आगे विष्णु शर्मा कहते हैं कि “महाभारत से मेरा बहुत अधिक साथ रहा है,जब बी.आर चोपड़ा ने बनाया था उसका पूरा का पूरा भाषण विभाग मेने ही संभाला था । महाभारत के बारे में कहा जाता है जो यहाँ नहीं है वह कहीं नही हैं,इसमें घटनाओं,घटनाओं के कहीं निवारण, कहीं निवारण नही सब कुछ है, कालजयी नरेंद्र कोहली अपने पीछे जो कथाएं और व्यंग छोड़ और साहित्य का भंडार छोड़ के गये हैं, वो सदा सदा अमर रहेगा”। स्टोरीटेल इंडिया के प्रोडक्शन मैनेजर राहुल पाटिल ने कहा,"ये एक बहुत कथा है जिसको 9 खंडो में विभाजित किया गया है,शान्तनु के जीवन से लेके पांडवों के स्वर्ग तक जाने तक की जो पूरी कहानी है उसे नरेंद्र कोहली जी ने बहुत ही अच्छी तरह से रचा है। इस महान साहित्य को ऑडियोबुक में रिकॉर्ड करना कोई आसान काम नहीं था। लेकिन हमने तीन अलग कथावाचकों के साथ काम किया जो कि अपने अपने स्तर पर बहुत ही मशहूर कथावाचक रह चुके हैं।स्टोरीटेल ने ऐसे नररेटर्स को चुना जो इसे न्याय दे सके।जिनका हिंदी पर प्रभुत्व है और जो महासमर की कहानी को लोगों तक बहुत ही खुबसूरत तरीके से पेश कर सके”।
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