जिला पदाधिकारी, मधुबनी द्वारा निम्न बिन्दुओं पर चर्चा किया गया:-
1. ड्रग्स की प्रवृति के संबंध में सूचना/जानकारी का आदान-प्रदान करना।
2. जिले में अवैध अफीम एवं गांजा की खेती का अनुश्रवण, पहचान एवं विनिष्टीकरण।
3. अवैध खेती वाले क्षेत्रों में एन.डी.पी.एस. एक्ट के प्रावधानों एवं हानिकारक प्रभावों के संबंध में जन-जागरूकता अभियान चलाना।
4. ड्रग्स की पहचान हेतु उपकरणों की आवश्यकता का आकलन एवं इसके लिए अधियाचना समर्पित करना।
5. अर्न्त-राज्यीय काण्डों के अनुसंधान की प्रगति का अनुश्रवण करना।
जिला पदाधिकारी, मधुबनी द्वारा नारकोटिक्स डिस्पोजल हेतु संबंधित अधिकारी को आवश्यक कार्रवाई करने का निदेश दिया गया एवं ड्रग्स सिजर को कहा गया कि बॉर्डर वाले क्षेत्र जैसे जयनगर, हरलाखी इत्यादि क्षेत्रों में अधिक तस्करी की सूचना प्राप्त होती है संबंधित जगहों पर ज्यादा सक्रिय रहने की आवश्कता है साथ ही यह भी कहा गया की ड्रग्स या मादक पदार्थों की पहचान हेतु उपकरण भी रखना सुनिश्चित करेंगे ताकि पटना या अन्य जाँच केन्द्रों पर भेजे जाने वाली अवैध पदार्थ की जाँच जिला स्तर पर कराया जा सके तथा जिले के नगर थाना, मधुबनी में जब्त किये गये अवैध पदार्थ (गाँजा, अफीम, ड्रग्स इत्यादि) को भेजना सुनिश्चित करेंगे वहीं तस्करियों को संबंधित थाना क्षेत्र में पुलिस प्रशासन से समन्वय स्थापित कर अग्रेतर कार्रवाई हेतु संसुचित करेंगे।
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