जम्मू -कश्मीर से आतंकवाद के सफाये के पक्ष में केन्द्र सरकार : अमित शाह - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 24 अक्तूबर 2021

जम्मू -कश्मीर से आतंकवाद के सफाये के पक्ष में केन्द्र सरकार : अमित शाह

india-wants-terorisam-free-kashmir-amit-shah
जम्मू, 24 अक्टूबर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि सरकार जम्मू-कश्मीर में ऐसी स्थिति चाहती है जहां किसी निर्दोष नागरिक की किसी हिंसा में जान न जाए और इस केंद्र शासित सीमावर्ती क्षेत्र से आतंकवाद का पूरी तरह सफाया हो जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश की शांति और विकास की राह में खलल डालने वालों के साथ सख्ती से निपटने के केंद्र के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की मौजूदा सरकार जम्मू -कश्मीर के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। श्री शाह ने आज यहां नगरोता में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान(आईआईटी) परिसर को राष्ट्र को समर्पित करने और विकास की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास करने के बाद एक सभा को संबोधित किया! गृह मंत्री ने कहा, ' सरकार चाहती है कोई भी नागरिक हिंसा में न मारा जाए और जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद का पूरी तरह सफाया हो' उन्होंने कहा कि कुछ लोग सुरक्षा को लेकर सवाल उठा रहे हैं पर 2014 के बाद से जम्मू-कश्मीर में हिंसा बहुत कम हो गयी है। उन्होंने आंकड़ों का हवाला किया कि 2004-14 के बीच यहां 2081 लोगों ने अपनी जान गंवाई और उस दौरान हर साल औसतन 208 लोग मारे गए। वर्ष 2014 से सितंबर 2021 तक 239 लोगों ने अपनी जान गंवाई। श्री शाह ने कहा,“हम इससे भी संतुष्ट नहीं हैं। हम एक ऐसी स्थिति बनाना चाहते हैं जहां किसी की जान न जाए और आतंकवाद पूरी तरह से समाप्त हो जाए। उन्होंने कहा, हमारा लक्ष्य है कि कोई भी नागरिक हिंसा में न मारा जाए और जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद का सफाया हो।” इससे पहले श्री शाह सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच यहां पहुंचे। उनके साथ केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डा़ जितेेंद्र सिंह और जम्मू—कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा भी थे।

कोई टिप्पणी नहीं: